खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"यार बाक़ी सोहबत बाक़ी" शब्द से संबंधित परिणाम

अनजान

अपरिचित, अजनबी,पहले से न देखा हुआ

अंजानपन

अज्ञानता, नासमझी

अनजाने में

inadvertently, unknowingly, unwittingly

जान के अंजान होना

feign or pretend ignorance

जान कर अनजान हो जाना

इरादतन नावाक़िफ़ बनना, वाक़फ़ीयत के बावजूद ग़ैरियत का इज़हार करना, चंद्राना, मुकराना, दीदा-ओ-दानिस्ता इनकार करना

जान कर अंजान बनना

किसी चीज़ से परिचित हो कर अपरिचित होना, किसी चीज़ से वाक़िफ़ होकर नावाक़िफ़ बनना

हाकिम दो जानने वालों में अंजान

मूल घटनाएँ वादी एवं प्रतिवादी को पता होती हैं हाकिम को कुछ मालूम नहीं होता

क्या लड़े सूरमा, क्या लड़े अनजान

लड़ने का काम बहादुरों का है या फिर जो मूर्ख होता है वही लड़ाई मोल लेता है

सार पराई पीड़ की क्या जाने अंजान

दूओसरे की तकलीफ़ का अंदाज़ा नहीं हो सकता, दर्दमंद ही को दर्द का एहसास होता है

साईं तेरा आसरा छोड़े जो अंजान, दर-दर बांडे मांगता कौड़ी मिले न दान

जो ईश्वर की आस छोड़ दे वो दर-दर मांगता फिरे तो भी उसे कुछ नहीं मिलता

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में यार बाक़ी सोहबत बाक़ी के अर्थदेखिए

यार बाक़ी सोहबत बाक़ी

yaar baaqii sohbat baaqiiیار باقی صُحْبَت باقی

कहावत

यार बाक़ी सोहबत बाक़ी के हिंदी अर्थ

  • अब नहीं तो फिर समझा जाएगा, कुछ मज़ाइक़ा नहीं नीज़ अमोमा तक़रीर, ख़िताब या जसले के इख़तताम पर मुस्तामल

یار باقی صُحْبَت باقی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • اب نہیں تو پھر سمجھا جائے گا ، کچھ مضائقہ نہیں نیز عموما تقریر ، خطاب یا جسلے کے اختتام پر مستعمل

Urdu meaning of yaar baaqii sohbat baaqii

  • Roman
  • Urdu

  • ab nahii.n to phir samjhaa jaa.egaa, kuchh mazaa.iqaa nahii.n niiz amomaa taqriir, Khitaab ya jasle ke iKhattaam par mustaamal

खोजे गए शब्द से संबंधित

अनजान

अपरिचित, अजनबी,पहले से न देखा हुआ

अंजानपन

अज्ञानता, नासमझी

अनजाने में

inadvertently, unknowingly, unwittingly

जान के अंजान होना

feign or pretend ignorance

जान कर अनजान हो जाना

इरादतन नावाक़िफ़ बनना, वाक़फ़ीयत के बावजूद ग़ैरियत का इज़हार करना, चंद्राना, मुकराना, दीदा-ओ-दानिस्ता इनकार करना

जान कर अंजान बनना

किसी चीज़ से परिचित हो कर अपरिचित होना, किसी चीज़ से वाक़िफ़ होकर नावाक़िफ़ बनना

हाकिम दो जानने वालों में अंजान

मूल घटनाएँ वादी एवं प्रतिवादी को पता होती हैं हाकिम को कुछ मालूम नहीं होता

क्या लड़े सूरमा, क्या लड़े अनजान

लड़ने का काम बहादुरों का है या फिर जो मूर्ख होता है वही लड़ाई मोल लेता है

सार पराई पीड़ की क्या जाने अंजान

दूओसरे की तकलीफ़ का अंदाज़ा नहीं हो सकता, दर्दमंद ही को दर्द का एहसास होता है

साईं तेरा आसरा छोड़े जो अंजान, दर-दर बांडे मांगता कौड़ी मिले न दान

जो ईश्वर की आस छोड़ दे वो दर-दर मांगता फिरे तो भी उसे कुछ नहीं मिलता

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (यार बाक़ी सोहबत बाक़ी)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

यार बाक़ी सोहबत बाक़ी

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone