खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय" शब्द से संबंधित परिणाम

ब्याह

विवाह, शादी, ब्याह

बियाहने

शादी

बियाह आना

شادی کے بعد رخصت ہو کر دلہن کا سسرال میں آنا

बियाह करना

marry

बियाह बदना

بیاہ کرنا .

बियाह माँडना

بیاہ کرنا

ब्याह पीछे बढार

मौक़ा निकल जाने के बाद भूल चूक या ग़फ़लत पर पछतावा

बियाही आना

میکے سے رخصت ہو کر سسرال میں آنا، شادی ہونا .

बयाहन करना

शादी करना, ब्याहना

बियाहने-जोग

ब्याह कर देने के योग्य

बियाहने चढ़ना

दूल्हा बनकर ब्याह के लिए जाना, दुल्हन के घर दूल्हा का बरात लेकर जाना

बियाह नहीं किया बारात तो देखी है

observation is comparable to personal experience

ब्याही न बरात चढ़ी डोली में बैठी न चूँ-चूँ हुई

अभी तक शादी ही नहीं हुई, जिस बात को देखा ही नहीं, उसका पता ही क्या हो

बीहाई

एक गाना जो बच्चे के जन्म पर गाया जाता है

बीहाग

एक राग का नाम, बिहाग

राछस-ब्याह

नियम विरुद्ध विवाह

प्रेम-ब्याह

प्रेम-विवाह

आध-बियाह

रोग, दु:ख, विपत्ति

राक्शश-बियाह

بِیاہ کے لیے برات کی جگہ دھاوا بول کر لڑکی کو اُٹھالے جانا جو بعض جگہ ایک قدیم رسم تھی.

शादी-बियाह

वीवाह समारोह, सामाजिक रिश्ते बनाना, रिश्तेदारी की श्रृंखला को बढ़ाना

गुड़ियों का बियाह

گُڈے گڑُیا کی شادی

गधा गधी का ब्याह

ass' wedding, symbolized by sunshine and rain also fox's wedding, jackal's wedding

गधे गधी का ब्याह

जब धूप मी बारिश हो तो बच्चे कहते हैं

चट मंगनी पट ब्याह

किसी काम को जल्द से जल्द और बिना सोचे समझे करने के अवसर पर बोलते हैं

गद्धी गधे का ब्याह

जब धूप निकली हुई हो और वर्षा हो जाए तो बच्चे इस अवसर के अनुसार से कहते हैं

गुड़िया गुड्डे का ब्याह

a simple wedding ceremony

सोने की सहरे से बियाह होना

दौलतमंद घराने में विवाह होना

घर बियाह और बहू पपलियों

सख़्त बदइंतिज़ामी है , बे मौक़ा की ख़ुशी के वक़्त मुस्तामल या जब माँबाप चयन करें और औलाद मुसीबत भुगते उस वक़्त बोलते हैं

तालियाँ बजा ले बन्नो ब्याह होगा

छोटी लड़कीयों को कहते हैं जब वो तालियां बजाती हैं

पैसा होता तो ब्याह ही न करते

बहुत मुफ़लिसी में कोई पैसा मान तो मज़ा हा कहते हैं

धोबी के ब्याह गधे के माथे मोर

धोबियों के ब्याह हो तो गधे को सजाते हैं, निर्धन की भी कभी न कभी सुनी जाती है

बनिये की कमाई ब्याह या मकान ने खाई

बनिये बक़्क़ाल अपना रुपया पैसा विवाह या भवन निर्माण में दिल खोल कर लगाते हैं और कामों में कंजूसी दिखाते हैं

धोबी के बियाह गधे के माथे को छुट्टी

धोबी शादी के मौक़े पर कपड़े गधे पर लाद कर धोने नहीं ले जाते इसलिए उसे शादी के दिन छुट्टी होती है

पाँच महीने ब्याह को बीते पेट कहाँ से लाई

अतार्किक या नियम के विरुद्ध बात पर टोकने के लिए प्रयुक्त है

उरद कहै मेरे माथे टीका, मो बिन ब्याह न होवै नीका

सब अपने आप को बड़ा समझते हैं और समझते हैं कि उनके बिना काम नहीं हो सकता

चट मेरी मंगनी पट मेरा ब्याह, टूट गई टंगड़ी रह गया ब्याह

मानवीय कामों की या संसार की अल्पकालिकता और भविष्य के अविश्वास को प्रकट करने के अवसर पर बोलते हैं कि समय या युग बदलते देर नहीं लगती, आदमी योजना बनाता है, पर भविष्य में क्या होगा, कोई नहीं जानता

आज मेरी मंगनी कल मेरा ब्याह, टूट गई टंगड़ी रह गया ब्याह

मंगनी न टंगनी, गुड़िया का ब्याह

शादी या मंगनी का महिज़ नाम ही है वर्ना एक खेल सा है, वहां कहते हैं जहां शादी का निरा आराम आराम हव

गुड़िया के बियाह में चियों के बेल

(ओ) जैसा मौक़ा वबसा ख़र्च, जैसा देखना वैसा बरतना, सब सब काम सिरे से है असल

कड़ाही चाटेगा तो तेरे ब्याह में मेंह बरसेगा

कहा जाता है कि कड़ाही चाटने वाले की शादी में बारिश होती है

गुड़ियों के बियाह में चियों की बेल

जैसा अवसर वैसा ख़र्च, जैसा काम वैसा उपकरण

शादी है कुछ गुड़ियों का ब्याह थोड़ा ही है

जब कोई ब्याह पर बहुत कम ख़र्च करना चाहे तो कहते हैं, ब्याह पर बहुत ख़र्च होता है

आज मेरी मंगनी कल मेरा ब्याह, परसों लौंडिया को कोई ले जा

फूले फूले फिरत हैं आज हमारो बियाह, तुलसी गए बजाए के देव काठ में पाह

गो शादी बहुत ख़ुशी होती है, इंसान मुसीबतों में फंस जाता है

सार सरावत न करें ब्याह काज के बीच इसमें धन को यूँ समझ जैसा कंकर-कीच

ब्राह्मणों का कहना है कि विवाह के अवसर पर मितव्ययिता नहीं करनी चाहिए, धन-संपत्ति को महत्व नहीं देना चाहिए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय के अर्थदेखिए

तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय

tulsii aah Gariib kii hari se sahii na jaay, marii khaal kii phuu.nk se lohaa bhasam ho jaayتلسی آہ غریب کی ہری سے سہی نہ جائے، مری کھال کی پھونک سے لوہا بھسم ہو جائے

कहावत

तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय के हिंदी अर्थ

  • ईश्वर ग़रीब की आह को सहन नहीं कर सकता, मरी हुई खाल अर्थात धौंकनी की हवा लोहे को जला देती है

    विशेष मरी खाल से अभिप्राय लुहार की धौंकनी से है।

تلسی آہ غریب کی ہری سے سہی نہ جائے، مری کھال کی پھونک سے لوہا بھسم ہو جائے کے اردو معانی

Roman

  • خدا غریب کی آہ کو برداشت نہیں کر سکتا، مری ہوئی کھال یعنی دھونکی کی ہوا لوہے کو جلا دیتی ہے

Urdu meaning of tulsii aah Gariib kii hari se sahii na jaay, marii khaal kii phuu.nk se lohaa bhasam ho jaay

Roman

  • Khudaa Gariib kii aah ko bardaasht nahii.n kar saktaa, marii hu.ii khaal yaanii dho nikkii kii hu.a lohe ko jilaa detii hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

ब्याह

विवाह, शादी, ब्याह

बियाहने

शादी

बियाह आना

شادی کے بعد رخصت ہو کر دلہن کا سسرال میں آنا

बियाह करना

marry

बियाह बदना

بیاہ کرنا .

बियाह माँडना

بیاہ کرنا

ब्याह पीछे बढार

मौक़ा निकल जाने के बाद भूल चूक या ग़फ़लत पर पछतावा

बियाही आना

میکے سے رخصت ہو کر سسرال میں آنا، شادی ہونا .

बयाहन करना

शादी करना, ब्याहना

बियाहने-जोग

ब्याह कर देने के योग्य

बियाहने चढ़ना

दूल्हा बनकर ब्याह के लिए जाना, दुल्हन के घर दूल्हा का बरात लेकर जाना

बियाह नहीं किया बारात तो देखी है

observation is comparable to personal experience

ब्याही न बरात चढ़ी डोली में बैठी न चूँ-चूँ हुई

अभी तक शादी ही नहीं हुई, जिस बात को देखा ही नहीं, उसका पता ही क्या हो

बीहाई

एक गाना जो बच्चे के जन्म पर गाया जाता है

बीहाग

एक राग का नाम, बिहाग

राछस-ब्याह

नियम विरुद्ध विवाह

प्रेम-ब्याह

प्रेम-विवाह

आध-बियाह

रोग, दु:ख, विपत्ति

राक्शश-बियाह

بِیاہ کے لیے برات کی جگہ دھاوا بول کر لڑکی کو اُٹھالے جانا جو بعض جگہ ایک قدیم رسم تھی.

शादी-बियाह

वीवाह समारोह, सामाजिक रिश्ते बनाना, रिश्तेदारी की श्रृंखला को बढ़ाना

गुड़ियों का बियाह

گُڈے گڑُیا کی شادی

गधा गधी का ब्याह

ass' wedding, symbolized by sunshine and rain also fox's wedding, jackal's wedding

गधे गधी का ब्याह

जब धूप मी बारिश हो तो बच्चे कहते हैं

चट मंगनी पट ब्याह

किसी काम को जल्द से जल्द और बिना सोचे समझे करने के अवसर पर बोलते हैं

गद्धी गधे का ब्याह

जब धूप निकली हुई हो और वर्षा हो जाए तो बच्चे इस अवसर के अनुसार से कहते हैं

गुड़िया गुड्डे का ब्याह

a simple wedding ceremony

सोने की सहरे से बियाह होना

दौलतमंद घराने में विवाह होना

घर बियाह और बहू पपलियों

सख़्त बदइंतिज़ामी है , बे मौक़ा की ख़ुशी के वक़्त मुस्तामल या जब माँबाप चयन करें और औलाद मुसीबत भुगते उस वक़्त बोलते हैं

तालियाँ बजा ले बन्नो ब्याह होगा

छोटी लड़कीयों को कहते हैं जब वो तालियां बजाती हैं

पैसा होता तो ब्याह ही न करते

बहुत मुफ़लिसी में कोई पैसा मान तो मज़ा हा कहते हैं

धोबी के ब्याह गधे के माथे मोर

धोबियों के ब्याह हो तो गधे को सजाते हैं, निर्धन की भी कभी न कभी सुनी जाती है

बनिये की कमाई ब्याह या मकान ने खाई

बनिये बक़्क़ाल अपना रुपया पैसा विवाह या भवन निर्माण में दिल खोल कर लगाते हैं और कामों में कंजूसी दिखाते हैं

धोबी के बियाह गधे के माथे को छुट्टी

धोबी शादी के मौक़े पर कपड़े गधे पर लाद कर धोने नहीं ले जाते इसलिए उसे शादी के दिन छुट्टी होती है

पाँच महीने ब्याह को बीते पेट कहाँ से लाई

अतार्किक या नियम के विरुद्ध बात पर टोकने के लिए प्रयुक्त है

उरद कहै मेरे माथे टीका, मो बिन ब्याह न होवै नीका

सब अपने आप को बड़ा समझते हैं और समझते हैं कि उनके बिना काम नहीं हो सकता

चट मेरी मंगनी पट मेरा ब्याह, टूट गई टंगड़ी रह गया ब्याह

मानवीय कामों की या संसार की अल्पकालिकता और भविष्य के अविश्वास को प्रकट करने के अवसर पर बोलते हैं कि समय या युग बदलते देर नहीं लगती, आदमी योजना बनाता है, पर भविष्य में क्या होगा, कोई नहीं जानता

आज मेरी मंगनी कल मेरा ब्याह, टूट गई टंगड़ी रह गया ब्याह

मंगनी न टंगनी, गुड़िया का ब्याह

शादी या मंगनी का महिज़ नाम ही है वर्ना एक खेल सा है, वहां कहते हैं जहां शादी का निरा आराम आराम हव

गुड़िया के बियाह में चियों के बेल

(ओ) जैसा मौक़ा वबसा ख़र्च, जैसा देखना वैसा बरतना, सब सब काम सिरे से है असल

कड़ाही चाटेगा तो तेरे ब्याह में मेंह बरसेगा

कहा जाता है कि कड़ाही चाटने वाले की शादी में बारिश होती है

गुड़ियों के बियाह में चियों की बेल

जैसा अवसर वैसा ख़र्च, जैसा काम वैसा उपकरण

शादी है कुछ गुड़ियों का ब्याह थोड़ा ही है

जब कोई ब्याह पर बहुत कम ख़र्च करना चाहे तो कहते हैं, ब्याह पर बहुत ख़र्च होता है

आज मेरी मंगनी कल मेरा ब्याह, परसों लौंडिया को कोई ले जा

फूले फूले फिरत हैं आज हमारो बियाह, तुलसी गए बजाए के देव काठ में पाह

गो शादी बहुत ख़ुशी होती है, इंसान मुसीबतों में फंस जाता है

सार सरावत न करें ब्याह काज के बीच इसमें धन को यूँ समझ जैसा कंकर-कीच

ब्राह्मणों का कहना है कि विवाह के अवसर पर मितव्ययिता नहीं करनी चाहिए, धन-संपत्ति को महत्व नहीं देना चाहिए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone