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"तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं" शब्द से संबंधित परिणाम

'अरक़

वो आद्रता जो किसी वनस्पति या पशुओं के शरीर के अंदर पाई जाती है

'अरक़-फ़िशानी

पसीना टपकाना

'अरक़-ए-शर्म

लज्जा और शर्म का पसीना

'अरक़ी

अरक़ से संबंधित, खींचा हुआ

'अरक़ियत

पसीना आना

'अरक़-ए-फ़ित्ना

बेरी के फूल के रस से खींची हुई मदिरा

'अरक़-आगीं

full of perspiration, sweat, essence, the root (of anything)

'अरक़-ए-शर्म-ए-गुनह

पाप के कारण लज्जा से आने वाला पसीना

'अरक़-अफ़्शाँ

पसीना टपकाने वाला, पसीने में डूबा हुआ, पसीने में तर-बतर

'अरक़-ए-आख़िर

मृत्यु के समय आने वाला पसीना

'अरक़-ए-गुलाब

गुलाब के फूल को भबका दे कर खींचा हुआ पानी, गुलाब-जल

'अरक़ियात

(चिकित्सा) विभिन्न प्रकार के अर्क़, बहुत से अर्क़

'अरक़-ए-इंफ़ि'आल

वह पसीना जो लज्जा के कारण आए

'अरक़-ए-गुल-रुख़ाँ

गुलाब जैसे मुख वाले का पसीना, सुंदरियोंं का पसीना

'अरक़-ए-शर्म में डूबना

लज्जा से पसीने-पसीने होना, बहुत लज्जित होना, लज्जा के मारे पसीने पसीने हो जाना, शर्म से पानी-पानी हो जाना

'अरक़-फ़िशाँ

पसीना टपकाने वाला, पसीने से भीगा हुआ, कठिन श्रम या परिश्रम

अरक़

अनिद्रा, बेख़्वाबी, जागरण, बेदारी

'अरक़-'अरक़

पसीने-पसीने, पसीने में डूबा हुआ, अरक़-आलूद, बहुत शर्मिंदा

मरज़-उल-'अरक़

پسینے کی بیماری جو ایک قسم کا وبائی بخار ہے اس میں پسینہ کثرت سے آتا ہے

केवड़े का 'अरक़

वह रस जो केवड़े के फूल से निचोड़ा करते हैं

गुलाब का 'अरक़

वह रज जो गुलाब के फूल की पत्तियों से निकाला जाए

सौंफ़ का 'अरक़

वह तरल जो सौंफ़ के बीज को पानी में डालकर निकाला जाता है, सौंफ़ से निकाला जाने वाला पानी

अबरू-ए-'अरक़-आलूद

perspiring brow

शर्म से 'अरक़ आ जाना

लज्जा से पसीना-पसीना होना, बहुत लाज आना

शर्मों 'अरक़ में ग़र्क़ होना

शर्म के मारे डूब मरना, बहुत लज्जित होना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं के अर्थदेखिए

तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं

terii qudrat ke aage ko.ii zor kisii kaa chale naahii.n, chii.nTii par haathii cha.Dh baiThe tab vo chii.nTii mare naahii.nتیری قُدرت کے آگے کوئی زور کسی کا چَلے ناہیں، چینٹی پَر ہاتھی چَڑھ بَیٹھے تَب وہ چینٹی مَرے ناہِیں

कहावत

तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं के हिंदी अर्थ

  • ईश्वर की लीला की प्रशंसा है
  • ईश्वर की लीला की प्रशंसा में कहते हैं कि तेरी लीला से चींटी हाथी से नहीं मरती
  • ईश्वर की लीला विचित्र है

تیری قُدرت کے آگے کوئی زور کسی کا چَلے ناہیں، چینٹی پَر ہاتھی چَڑھ بَیٹھے تَب وہ چینٹی مَرے ناہِیں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • خدا کی قدرت کی تعریف ہے
  • خدا کی قدرت کی تعریف میں کہتے ہیں کہ تیری قدرت سے چیونٹی ہاتھی سے نہیں مرتی
  • خدا کی قدرت عجیب ہے

Urdu meaning of terii qudrat ke aage ko.ii zor kisii kaa chale naahii.n, chii.nTii par haathii cha.Dh baiThe tab vo chii.nTii mare naahii.n

  • Roman
  • Urdu

  • Khudaa kii qudrat kii taariif hai
  • Khudaa kii qudrat kii taariif me.n kahte hai.n ki terii qudrat se chiyuunTii haathii se nahii.n martii
  • Khudaa kii qudrat ajiib hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

'अरक़

वो आद्रता जो किसी वनस्पति या पशुओं के शरीर के अंदर पाई जाती है

'अरक़-फ़िशानी

पसीना टपकाना

'अरक़-ए-शर्म

लज्जा और शर्म का पसीना

'अरक़ी

अरक़ से संबंधित, खींचा हुआ

'अरक़ियत

पसीना आना

'अरक़-ए-फ़ित्ना

बेरी के फूल के रस से खींची हुई मदिरा

'अरक़-आगीं

full of perspiration, sweat, essence, the root (of anything)

'अरक़-ए-शर्म-ए-गुनह

पाप के कारण लज्जा से आने वाला पसीना

'अरक़-अफ़्शाँ

पसीना टपकाने वाला, पसीने में डूबा हुआ, पसीने में तर-बतर

'अरक़-ए-आख़िर

मृत्यु के समय आने वाला पसीना

'अरक़-ए-गुलाब

गुलाब के फूल को भबका दे कर खींचा हुआ पानी, गुलाब-जल

'अरक़ियात

(चिकित्सा) विभिन्न प्रकार के अर्क़, बहुत से अर्क़

'अरक़-ए-इंफ़ि'आल

वह पसीना जो लज्जा के कारण आए

'अरक़-ए-गुल-रुख़ाँ

गुलाब जैसे मुख वाले का पसीना, सुंदरियोंं का पसीना

'अरक़-ए-शर्म में डूबना

लज्जा से पसीने-पसीने होना, बहुत लज्जित होना, लज्जा के मारे पसीने पसीने हो जाना, शर्म से पानी-पानी हो जाना

'अरक़-फ़िशाँ

पसीना टपकाने वाला, पसीने से भीगा हुआ, कठिन श्रम या परिश्रम

अरक़

अनिद्रा, बेख़्वाबी, जागरण, बेदारी

'अरक़-'अरक़

पसीने-पसीने, पसीने में डूबा हुआ, अरक़-आलूद, बहुत शर्मिंदा

मरज़-उल-'अरक़

پسینے کی بیماری جو ایک قسم کا وبائی بخار ہے اس میں پسینہ کثرت سے آتا ہے

केवड़े का 'अरक़

वह रस जो केवड़े के फूल से निचोड़ा करते हैं

गुलाब का 'अरक़

वह रज जो गुलाब के फूल की पत्तियों से निकाला जाए

सौंफ़ का 'अरक़

वह तरल जो सौंफ़ के बीज को पानी में डालकर निकाला जाता है, सौंफ़ से निकाला जाने वाला पानी

अबरू-ए-'अरक़-आलूद

perspiring brow

शर्म से 'अरक़ आ जाना

लज्जा से पसीना-पसीना होना, बहुत लाज आना

शर्मों 'अरक़ में ग़र्क़ होना

शर्म के मारे डूब मरना, बहुत लज्जित होना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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