खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ" शब्द से संबंधित परिणाम

फ़हीम

बुद्धिमान,अक्लमंद, समझदार, विवेकी

फ़हीम-ओ-सलीम

عقلمند اور صائب الرائے ، ہوشیار اور نیک.

कमावें मियाँ ख़ान-ए-ख़ानाँ उड़ावें मियाँ फ़हीम

दौलत कोई कमाए ओर ख़र्च कोई करे, फ़हीम ख़ानख़ाना का ग़ुलाम था, और बहुत दानी था

कमावें ख़ान-ए-ख़ानाँ उड़ावें मियाँ फ़हीम

कमाए कोई और उसे उड़ाए कोई और दूसरे के माल पर गलच्छ्াरे उड़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ान-ए-ख़ानाँ की कमाई मियाँ फ़हीम ने उड़ाई

उस अवसर पर बोलते हैं जब पराया माल अंधाधुंध ख़र्च किया जाए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ के अर्थदेखिए

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

sarso.n phuule phaag me.n aur saa.njhii phuule saa.njh, na phuule na phale jo tiriyaa ho baa.njhسَرسوں پُھولے پھاگ میں اور سانجھی پُھولے سانجھ، نہ پھولے نہ پھلے جو تریا ہو بانجھ

अथवा : सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न कभी फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

कहावत

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ के हिंदी अर्थ

  • सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती
  • उस स्त्री के प्रति कहते हैं जो बाँझ अर्थात बच्चा जनने वाली न हो

    विशेष संध्या समय आकाश में जो लाली फैलती है उसे सांझ फूलना कहते हैं।

سَرسوں پُھولے پھاگ میں اور سانجھی پُھولے سانجھ، نہ پھولے نہ پھلے جو تریا ہو بانجھ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • سرسوں پھاگ میں پُھولتی ہے شام کو شفق ظاہر ہوتی ہے مگر بان٘جھ عورت کبھی نہیں پُھولتی
  • اس عورت کے متعلق کہتے ہیں جو بانجھ یعنی بچہ جننے والی نہ ہو

Urdu meaning of sarso.n phuule phaag me.n aur saa.njhii phuule saa.njh, na phuule na phale jo tiriyaa ho baa.njh

  • Roman
  • Urdu

  • sarso.n phaag me.n phuu.oltii hai shaam ko shafaq zaahir hotii hai magar baanjh aurat kabhii nahii.n phuu.oltii
  • is aurat ke mutaalliq kahte hai.n jo baanjh yaanii bachcha janne vaalii na ho

खोजे गए शब्द से संबंधित

फ़हीम

बुद्धिमान,अक्लमंद, समझदार, विवेकी

फ़हीम-ओ-सलीम

عقلمند اور صائب الرائے ، ہوشیار اور نیک.

कमावें मियाँ ख़ान-ए-ख़ानाँ उड़ावें मियाँ फ़हीम

दौलत कोई कमाए ओर ख़र्च कोई करे, फ़हीम ख़ानख़ाना का ग़ुलाम था, और बहुत दानी था

कमावें ख़ान-ए-ख़ानाँ उड़ावें मियाँ फ़हीम

कमाए कोई और उसे उड़ाए कोई और दूसरे के माल पर गलच्छ्াरे उड़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ान-ए-ख़ानाँ की कमाई मियाँ फ़हीम ने उड़ाई

उस अवसर पर बोलते हैं जब पराया माल अंधाधुंध ख़र्च किया जाए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone