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"सद्र जहाँ कि बद्र जहाँ , छोड़ पहानी जाएँ कहाँ" शब्द से संबंधित परिणाम
हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सद्र जहाँ कि बद्र जहाँ , छोड़ पहानी जाएँ कहाँ के अर्थदेखिए
सद्र जहाँ कि बद्र जहाँ , छोड़ पहानी जाएँ कहाँ के हिंदी अर्थ
- वतन ही में रहना और मुसीबत झेलना
صَدْر جَہاں کہ بَدر جَہاں ، چھوڑ پَہانی جائیں کَہاں کے اردو معانی
- Roman
- Urdu
- وطن ہی میں رہنا اور مصیبت جھیلنا.
Urdu meaning of sadr jahaa.n ki badr jahaa.n , chho.D pahaanii jaa.e.n kahaa.n
- Roman
- Urdu
- vatan hii me.n rahnaa aur musiibat jhelnaa
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ज़ुज़्ज़नक़ा
(रेखागणित) अगर चार कोणों में से किसी में भी दो कोण समानांतर और असमान हों और दो कोण जो समानांतर और असमान न हों, तो उसे ज़ुज़्ज़नक़ा कहा जाता है
ज़ुल-'ऐन
(सूफ़ीवाद) वह दूरर्शी एवं बुद्धजीवी जो सत्य (ईश) को दृश्य और जगत (संसार) को अदृश्य पाए और सत्य अस्तित्व में अदृश्य वास करे
ज़ू-ज़नक़ा
(रेखागणित) अगर चार कोणों में से किसी में भी दो कोण समानांतर और असमान हों और दो कोण जो समानांतर और असमान न हों, तो उसे ज़ुज़्ज़नक़ा कहा जाता है
ज़ुल-हिज्जा
इस्लामी चंद्रवर्ष के बारहवें माह का नाम जिसके नौवें दिन हज दसवें दिन को ईदुल-अज़हा होती है
ज़ू-मा'नी
दोहरा अर्थ रखने वाली अर्थात गोल-मोल बात जिससे दो या दो से अधिक अर्थ उत्पन्न होते हों, वह बात जिसमे कई दृष्टिकोण या अर्थ निकलते हों
ज़ू-म'आनी
अर्थ रखने वाला अर्थात गोल-मोल बात जिससे दो या दो से अधिक अर्थ उत्पन्न होते हों, वह बात जिसमे कई दृष्टिकोण या अर्थ निकलते हों
ज़ू-अल-जना
परों वाला, इमाम हुसैन का घोड़ा, जिस पर कर्बला की जंग में आप सवार थे, बहुत तेज़ चलने के कारण ‘परों वाला घोड़ा कहलाता था
ज़ुल-हिज
इस्लामी क़मरी (चंद्रमाँ) साल के बारहवीं महीने का नाम जिस की नौ तारीख़ को हज और दस तारीख़ को ईदुअलज़्ज़हा होती है, इसकी गिनती अधिक प्रसिद्ध दिनों में होती है
ज़ू-मा'नैन
दो अर्थ रखने वाला, अर्थ के अनुसार से कई दृष्टिकोण रखने वाला, दोहरे अर्थ रखने वाला, अर्थात अस्पष्ट आकार रखने वाला
ज़ू-अल-अक़्ल
(सूफ़ीवाद) उस व्यक्ति को कहते हैं जो सृष्टि को स्पष्ट और सत्य को भीतर से देखे, उस समय उसके निकट सत्य सृष्टि का दर्पण होगा और वह छुपा होगा जैसे रूप के कारण दर्पण छुपा होता है या स्वतंत्र कारणों के साथ क़ैदी प्यारा होता
ज़ुन्नूरैन
पैग़ंबर मोहम्मद साहब के तीसरे ख़लीफ़ा हज़रत उसमान का उपाधि जिनके निकाह में पैग़ंबर मोहम्मद साहब की दो बेटियाँ हज़रत रुक़य्या और हज़रत उम्मे कुलसूम एक के बाद एक आइ थीं
ज़ू मा'नियैन
दो अर्थ रखने वाला, अर्थ के अनुसार से कई दृष्टिकोण रखने वाला, दोहरे अर्थ रखने वाला, अर्थात अस्पष्ट आकार रखने वाला
ज़ू-अल-'ऐनी
(सूफ़ीवाद) वह दूरर्शी एवं बुद्धजीवी जो सत्य (ईश) को दृश्य और जगत (संसार) को अदृश्य पाए और सत्य अस्तित्व में अदृश्य वास करे
ज़ू-रेहम
(विरासत) मृतक के वह उत्तराधिकारी जो ज़ुल-फ़रुज़ ((पैतृक) मृतक के वारिस जिनके हिस्से पवित्र कुरआन में वर्णित हैं) और असबा (लड़के-बाले, पुत्रादि, बाप की तरफ़ का मर्द रिश्तेदार) न हों उदाहरण के रुप में मृतक की बेटीयों और पोतियों की संतानें, मृतक के नाना और नाना के बाप या नाना की माँ या नाना की नानी, बहनों की संतानें भाईयों की बेटियाँ इत्यादि
ज़ू-मा'नी-बात
दोहरा अर्थ रखने वाली अर्थात गोल-मोल बात जिससे दो या दो से अधिक अर्थ उत्पन्न होते हों, वह बात जिसमे कई दृष्टिकोण या अर्थ निकलते हों
ज़ू-ज़िल्लैन
(ख़गोल शास्त्र) वह क्षेत्र जो उष्णकटिबद्धीय क्षेत्र में स्थित हैं और जहाँ वर्ष में दो बार सूर्य लंबवत रेखा पर आ जाता है (जब सूरज लंबवत रेखा से उत्तर दिशा की ओर जाता है तो शरीर की छाया दक्षिण दिशा की ओर पड़ती है, इसी कारण से उन रेखाओं को ज़ू-ज़िल्लीन अर्थात दो
ज़ू-अल-'अक़्ली
(सूफ़ीवाद) उस व्यक्ति को कहते हैं जो सृष्टि को स्पष्ट और सत्य को भीतर से देखे, उस समय उसके निकट सत्य सृष्टि का दर्पण होगा और वह छुपा होगा जैसे रूप के कारण दर्पण छुपा होता है या स्वतंत्र कारणों के साथ क़ैदी प्यारा होता
ज़ुल-फ़तरा
(चिकित्सा) ठहराव वाली रग (तंतु), ऐसी रग जो गतिज अवस्था में होती है वहाँ इसके विरुद्ध सुकून होता है
ज़ू-जिंसिय्यत
उभयलिंगी या द्विलिंगी होने की अवस्था या भाव, पुरुषों और महिलाओं दोनों के प्रति यौन अभिविन्यास
संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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vaaqi'aat
वाक़ि'आत
.واقِعات
events, incidents
[ Yadgar waqiat ko bhula pana mushkil hota hai ]

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ustaad
उस्ताद
.اُسْتاد
master, tutor, teacher
[ Valmiki Lav aur Kush ke ustad the ]

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gulfaam
गुलफ़ाम
.گُلْفام
rose-coloured, rosy
[ Mausam-e-bahaar mein gulaab ki gulfaam kaliyaan har taraf khilti nazar aati hain ]

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asliyat
असलियत
.اَصْلِیَت
reality, actuality
[ Sher ki khubi ye hai ki saada ho, josh se bhara hua ho, aur asaliyat par mabni ho ]

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mu'aamalaat
मु'आमलात
.مُعامَلات
business, commerce, traffic, domains
[ Zaid ne Aslam se kaha main ghar ke zaroori muaamlat nipta kar tumhare sath chalta hun ]

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faraamosh
फ़रामोश
.فَراموش
forgetfulness
[ Zindagi Ke bahut sare waqiat qabil-e-faramosh hote hain ]

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maKHduum
मख़्दूम
.مَخْدُوم
one who is served, respected person
[ Sanjiv Saraf Sahab ne Urdu zaban ki itni zyada khidmat ki ki khadim se makhdum ban gaye ]

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shaagird
शागिर्द
.شاگِرْد
student, pupil, disciple
[ Shabri ko Matang (a saint) ki shagirda ke taur par jana jata hai ]

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sharaabor
शराबोर
.شَرابور
highly impressed
[ Ustad apne shagird ki khidmat se sharabor huye ]

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bazm
बज़्म
.بَزْم
assembly, party, gathering, feast, banquet
[ Sham hote hi bazm saj jaati aur satven pahar tak aish-o-tarab ka bazar garm rahta ]

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