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बख़्शिश

क्षमा, दान, इनाम, टिप, मरने के बाद मुक्ति मिलना, दान, खैरात, पुरस्कार, इन'आम, अनुदान, प्रदान, देना

बख़्शिश देना

tip, reward

बख़्शिश-नामा

‘दानपत्र', वह काग़ज़ जिसमें कुछ प्रदान करने की लिखा-पढ़ी हो

सनदात-ए-बख़्शिश

वे प्रमाणपत्र या अभिलेख जो जागीरदारों के नाम जारी हुए हों

जूद-ओ-बख़्शिश

दानशीलता

हिसाब जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना चाहिए, हिसाब में ज़रा सा फ़र्क़ भी ना होना चाहीए और इनाम का इख़तियार है चाहे जिस क़दर दे दो

लेखा जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

रुक : हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ, मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना, चाहिए

हिसाब कौड़ी का बख़्शिश लाखों की

हिसाब पूरा किया जाये फिर इनाम चाहे लाखों की करे, हिसाब जो जो इनाम सो सो

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सब से बेहतर है मियाँ साहिब सलामती दूर की के अर्थदेखिए

सब से बेहतर है मियाँ साहिब सलामती दूर की

sab se behtar hai miyaa.n sahib salaamatii duur kiiسَب سے بہتَر ہے مِیاں صاحِب سَلامتی دُور کی

अथवा : सब से बेहतर है मियाँ साहिब सलामत दूर की

कहावत

सब से बेहतर है मियाँ साहिब सलामती दूर की के हिंदी अर्थ

  • दूर-दूर रहना ही अच्छा है, घनिष्ठता अच्छी नहीं
  • किसी से बहुत घनिष्ठता बढ़ानी ठीक नहीं

سَب سے بہتَر ہے مِیاں صاحِب سَلامتی دُور کی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • دور دور رہنا ہی بہتر ہے، بے تکلفی اچھی نہیں
  • کسی سے بہت زیادہ قربت بڑھانا ٹھیک نہیں

Urdu meaning of sab se behtar hai miyaa.n sahib salaamatii duur kii

  • Roman
  • Urdu

  • duur duur rahnaa hii behtar hai, betakallufii achchhii nahii.n
  • kisii se bahut zyaadaa qurbat ba.Dhaanaa Thiik nahii.n

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क्षमा, दान, इनाम, टिप, मरने के बाद मुक्ति मिलना, दान, खैरात, पुरस्कार, इन'आम, अनुदान, प्रदान, देना

बख़्शिश देना

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‘दानपत्र', वह काग़ज़ जिसमें कुछ प्रदान करने की लिखा-पढ़ी हो

सनदात-ए-बख़्शिश

वे प्रमाणपत्र या अभिलेख जो जागीरदारों के नाम जारी हुए हों

जूद-ओ-बख़्शिश

दानशीलता

हिसाब जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना चाहिए, हिसाब में ज़रा सा फ़र्क़ भी ना होना चाहीए और इनाम का इख़तियार है चाहे जिस क़दर दे दो

लेखा जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

रुक : हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ, मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना, चाहिए

हिसाब कौड़ी का बख़्शिश लाखों की

हिसाब पूरा किया जाये फिर इनाम चाहे लाखों की करे, हिसाब जो जो इनाम सो सो

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