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आवत

अस्सी बीघे के खेती लायक़ ज़मीन, इतनी कृषि भूमि जिसमें बैल की एक जोड़ी से हल चलाया जा सके

आव-तवाज़ो'

رک : آو بھاو .

तुलसी ऐसे मित्र के कोट फाँद के जाए, आवत ही तो हंस मिले और चलत रहे मुरझाए

पहले मित्र को बड़ी रूचि से मिलना चाहिए जो हंसता हुआ मिले और जाता हुआ दुखी हो

सूरज बैरी ग्रहण है और दीपक बैरी पवन, जी का बैरी काल है आवत रोके कौन

सूरज का शत्रु ग्रहण और दिये अर्थात चिराग़ का शत्रु हवा, जान का शत्रु मौत है जब आए तो कोई नहीं रोक सकता

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार के अर्थदेखिए

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

saa.ii.n tujh bin kaun hai jo kare nayyaa paar, tuu hii aavat hai nazar chahuu.n or kartaarسائیں تجھ بِن کون ہے جو کرے نَیّا پار، تو ہی آوَت ہے نظر چہوں اور کرتار

अथवा : साईं तुझ बिन कौन है जो करे नवड़िया पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

कहावत

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार के हिंदी अर्थ

  • ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

    विशेष नवड़िया= नाव।

سائیں تجھ بِن کون ہے جو کرے نَیّا پار، تو ہی آوَت ہے نظر چہوں اور کرتار کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • اے خدا تیرے سِوا کون ہے جو بیڑا پار کرے، جدھر دیکھتا ہوں تو ہی نظر آتا ہے

Urdu meaning of saa.ii.n tujh bin kaun hai jo kare nayyaa paar, tuu hii aavat hai nazar chahuu.n or kartaar

  • Roman
  • Urdu

  • a.i Khudaa tere sivaa kaun hai jo be.Daa paar kare, jidhar dekhtaa huu.n to hii nazar aataa hai

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आवत

अस्सी बीघे के खेती लायक़ ज़मीन, इतनी कृषि भूमि जिसमें बैल की एक जोड़ी से हल चलाया जा सके

आव-तवाज़ो'

رک : آو بھاو .

तुलसी ऐसे मित्र के कोट फाँद के जाए, आवत ही तो हंस मिले और चलत रहे मुरझाए

पहले मित्र को बड़ी रूचि से मिलना चाहिए जो हंसता हुआ मिले और जाता हुआ दुखी हो

सूरज बैरी ग्रहण है और दीपक बैरी पवन, जी का बैरी काल है आवत रोके कौन

सूरज का शत्रु ग्रहण और दिये अर्थात चिराग़ का शत्रु हवा, जान का शत्रु मौत है जब आए तो कोई नहीं रोक सकता

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

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