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रूखा

जिसमें घी, तेल आदि चिकने पदार्थ न पड़े या न लगे हों। जैसे-रूखी रोटी।

रूखा होना

बदमिज़ाजी का इज़हार करना, ख़फ़ा होना, बेमुरव्वत होना

रुखा-दाना

غذا جو لوازمات کے بغیر ہو ؛ رُوکھا سُوکھا کھانا ، معمولی خوراک.

रूखा रहना

बेमुरव्वती का इज़हार करना, अलग थलग रहना

रूखा हो के

بدمزہ ہوکر ، ناراضگی سے ، بے مروَتی کے ساتھ.

रूखा हो कर

بدمزہ ہوکر ، ناراضگی سے ، بے مروَتی کے ساتھ.

रूखा-सा

फीका, अस्वाद

रूखा होकर बोला

दुःशीलता, निर्दयता के साथ बोला

रूखा-पन

रुखे होने की अवस्था, गुण या भाव, रूखाई, खुश्की, नीरसता, बेरौनक़ी, रूखा होना

रूखा-फीका होना

ख़फ़ा होना, बिगड़ना, बदमिज़ाजी का इज़हार करना

रुखा-रंग

(رَن٘گائی) بہت ہلکی رنگائی جس میں کسی طرح کی چمک اور شوخی نہ ہو، پھیکا رن٘گ.

रूखा-सूखा खा कर सो रहना

परेशानी की हालत में बसर करना, कंगाली की हालत होना, ग़रीबी में बसर करना

रूखानी

लकड़ी में चूल बनाने का औज़ार जिससे मामूली छेदाई का काम किया जाता है, नहानी

रुखा-जवाब

ایسا جواب جس سے بے پروائی کا بھی اظہار ہو ، خُشک جواب ، سُوکھا جواب ، صاف انکار.

रुखा-गोश्त

(قصابی) بغیر چربی یا چکنائی کا گوشت.

रुखा-सालन

(طیاخی) سالن جو بغیر روٹی یا کسی اور غذا وغیرہ کے ہو ، مطلقاً سالن.

रूखा करना

(मुर्ग़बाज़ी) अपने मुर्ग़े को ग़ुस्सा या उत्तेजना दिलाना जिससे कि वह जोश में आकर अपने प्रतिद्वंद्वी पर विजयी हो जाए

रूखा बोलना

कठोरता से बात करना, कठोर बोलना, सख़्त कलामी करना

रूखा खाना

सिर्फ रोटी खाना, रोटी बगै़र सालन के खाना , रूओखी सूओखी या मामूली ग़िज़ा पर गुज़र औक़ात करना

रूखा-फीका

अप्रिय, निरानंद, बे-मज़ा

रूखा-सूखा खा कर गुज़ारा करना

तंगदस्ती की हालत होना, ग़रीबी में बसर करना

रूखाई

رک : رُوکھا پن.

रूखारी-पाँसा

(نیارا) معمول سے زیادہ تپایا ہوا سونا جس کی رن٘گت میں رُوکھا پن آ جائے.

रूखा सा जवाब

curt reply

रूखा सो भूका

जो अच्छी नैतिकता के साथ व्यवहार नहीं करता है वह भूखा रहता है, रूखी रोटी खाने वाले का पेट नहीं भरता

रूखा-फीका मिला

ऊपर के मन से मिला

रूखा खाना धरती सोना, नांह सुहेला फक्कड़ होना

फ़क़ीर होना आसान नहीं रूखा खाना और ज़मीन पर सोना पड़ता है

रूखा-सूखा मुँह बनाना

बददिली का इज़हार करना , बेमुरव्वती और रूओखे पन से पेश आना

रूखाई बदलना

त्योरी बदलना, निर्दयता, उदासीनता और बुरे स्वभाव का भाव चेहरे से प्रकट करना

रूखाई जताना

निर्दई होना, त्यौरी चढ़ाना, मुँह बनाना

रूखा-सूखा

बिना घी-तेल और मसाले का बना व्यंजन, सादा या साधारण खाना, सादा और सस्ता (भोजन)

भूका सो रूखा

A hungry man is an angry man.

तेली ख़सम किया और रूखा ही खाया

मतलब के लिए बुरा काम किया फिर भी वो हासिल ना हुआ , ख़िलाफ़-ए-वज़ा या आदात कोई काम किया इस प्रभी मक़सद पूरा ना हुआ, मालदार की नौकरी और फ़ाक़ों मरे

भूखे को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया

आवश्यक्ता के समय जो मिल जाए संतोष करने योग्य है

भूके को क्या रूखा सूखा और नींद को क्या बिछौना

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

जो कोसत बैरी मरे और मन चितवे धन होय, जल माँ घी निकसन लागे तो रूखा खाए न कोय

अगर कोसने से शत्रु मर जाए, इच्छा से धन प्राप्त हो और पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

भूके को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

भूके को क्या रूखा और नींद को क्या बिछौना

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में साहिब-ए-बसीरत के अर्थदेखिए

साहिब-ए-बसीरत

saahib-e-basiiratصاحِبِ بَصِیرَت

वज़्न : 212122

साहिब-ए-बसीरत के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • समझदार, बुद्धीमान, अक़्लमन्द

English meaning of saahib-e-basiirat

Adjective

  • astute, intelligent

صاحِبِ بَصِیرَت کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

صفت

  • سمجھ دار ، دانا ، عقلمند شخص.

Urdu meaning of saahib-e-basiirat

  • Roman
  • Urdu

  • samajhdaar, daana, aqalmand shaKhs

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रूखा

जिसमें घी, तेल आदि चिकने पदार्थ न पड़े या न लगे हों। जैसे-रूखी रोटी।

रूखा होना

बदमिज़ाजी का इज़हार करना, ख़फ़ा होना, बेमुरव्वत होना

रुखा-दाना

غذا جو لوازمات کے بغیر ہو ؛ رُوکھا سُوکھا کھانا ، معمولی خوراک.

रूखा रहना

बेमुरव्वती का इज़हार करना, अलग थलग रहना

रूखा हो के

بدمزہ ہوکر ، ناراضگی سے ، بے مروَتی کے ساتھ.

रूखा हो कर

بدمزہ ہوکر ، ناراضگی سے ، بے مروَتی کے ساتھ.

रूखा-सा

फीका, अस्वाद

रूखा होकर बोला

दुःशीलता, निर्दयता के साथ बोला

रूखा-पन

रुखे होने की अवस्था, गुण या भाव, रूखाई, खुश्की, नीरसता, बेरौनक़ी, रूखा होना

रूखा-फीका होना

ख़फ़ा होना, बिगड़ना, बदमिज़ाजी का इज़हार करना

रुखा-रंग

(رَن٘گائی) بہت ہلکی رنگائی جس میں کسی طرح کی چمک اور شوخی نہ ہو، پھیکا رن٘گ.

रूखा-सूखा खा कर सो रहना

परेशानी की हालत में बसर करना, कंगाली की हालत होना, ग़रीबी में बसर करना

रूखानी

लकड़ी में चूल बनाने का औज़ार जिससे मामूली छेदाई का काम किया जाता है, नहानी

रुखा-जवाब

ایسا جواب جس سے بے پروائی کا بھی اظہار ہو ، خُشک جواب ، سُوکھا جواب ، صاف انکار.

रुखा-गोश्त

(قصابی) بغیر چربی یا چکنائی کا گوشت.

रुखा-सालन

(طیاخی) سالن جو بغیر روٹی یا کسی اور غذا وغیرہ کے ہو ، مطلقاً سالن.

रूखा करना

(मुर्ग़बाज़ी) अपने मुर्ग़े को ग़ुस्सा या उत्तेजना दिलाना जिससे कि वह जोश में आकर अपने प्रतिद्वंद्वी पर विजयी हो जाए

रूखा बोलना

कठोरता से बात करना, कठोर बोलना, सख़्त कलामी करना

रूखा खाना

सिर्फ रोटी खाना, रोटी बगै़र सालन के खाना , रूओखी सूओखी या मामूली ग़िज़ा पर गुज़र औक़ात करना

रूखा-फीका

अप्रिय, निरानंद, बे-मज़ा

रूखा-सूखा खा कर गुज़ारा करना

तंगदस्ती की हालत होना, ग़रीबी में बसर करना

रूखाई

رک : رُوکھا پن.

रूखारी-पाँसा

(نیارا) معمول سے زیادہ تپایا ہوا سونا جس کی رن٘گت میں رُوکھا پن آ جائے.

रूखा सा जवाब

curt reply

रूखा सो भूका

जो अच्छी नैतिकता के साथ व्यवहार नहीं करता है वह भूखा रहता है, रूखी रोटी खाने वाले का पेट नहीं भरता

रूखा-फीका मिला

ऊपर के मन से मिला

रूखा खाना धरती सोना, नांह सुहेला फक्कड़ होना

फ़क़ीर होना आसान नहीं रूखा खाना और ज़मीन पर सोना पड़ता है

रूखा-सूखा मुँह बनाना

बददिली का इज़हार करना , बेमुरव्वती और रूओखे पन से पेश आना

रूखाई बदलना

त्योरी बदलना, निर्दयता, उदासीनता और बुरे स्वभाव का भाव चेहरे से प्रकट करना

रूखाई जताना

निर्दई होना, त्यौरी चढ़ाना, मुँह बनाना

रूखा-सूखा

बिना घी-तेल और मसाले का बना व्यंजन, सादा या साधारण खाना, सादा और सस्ता (भोजन)

भूका सो रूखा

A hungry man is an angry man.

तेली ख़सम किया और रूखा ही खाया

मतलब के लिए बुरा काम किया फिर भी वो हासिल ना हुआ , ख़िलाफ़-ए-वज़ा या आदात कोई काम किया इस प्रभी मक़सद पूरा ना हुआ, मालदार की नौकरी और फ़ाक़ों मरे

भूखे को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया

आवश्यक्ता के समय जो मिल जाए संतोष करने योग्य है

भूके को क्या रूखा सूखा और नींद को क्या बिछौना

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

जो कोसत बैरी मरे और मन चितवे धन होय, जल माँ घी निकसन लागे तो रूखा खाए न कोय

अगर कोसने से शत्रु मर जाए, इच्छा से धन प्राप्त हो और पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

भूके को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

भूके को क्या रूखा और नींद को क्या बिछौना

भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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