खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"रोज़-ए-महशर" शब्द से संबंधित परिणाम

बेख़

जड़, मूल

बेख़ी

بیخ (رک) سے منسوب.

बेख़्ता

छाना हुआ, कपड़े या छलनी से छानना

बेख़्तनी

छानने के क़ाबिल

बेख़्तगी

छानन ।।

बेख़ुदी

बेख़ुद होने की अवस्था या भाव, अपने आपे में न रहना, अपने-आप को भूल जाना, बेसुधी, अचैतन्य, बेख़बरी, आत्मविस्मृति

बेख़-कनी

उन्मूलन, जड़ खोदना, नाश करना, जड़ से उखाड़ना, विनाश करना

बेख़लल

निरंतर, लगातार, मुसलसल, अबाधित, बिना टूटा हुआ

बेख़बरी

बेख़बर या बेसुध होने की अवस्था या भाव, संज्ञाहीनता, बेसुधपन, सूचना न होना, नावाक़फ़ियत, अज्ञानता, लापरवाही

बेख़ूदी-ए-'इश्क़

to become beside one's self in love

सुख़न शुनीदन बेख़-ए-दौलत

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बात सुनना हुकूमत की जड़ है फ़र्याद को सुनना शाहों का वतीरा है, नसीहत सुनने वाला फ़ायदा में रहता है

रहे तो टेक से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

रहे तो नेग से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में रोज़-ए-महशर के अर्थदेखिए

रोज़-ए-महशर

roz-e-mahsharروزِ مَحْشَر

वज़्न : 2222

रोज़-ए-महशर के हिंदी अर्थ

फ़ारसी, अरबी - संज्ञा, पुल्लिंग

  • प्रलय का दिन, क़यामत का दिन

शे'र

English meaning of roz-e-mahshar

Persian, Arabic - Noun, Masculine

  • doomsday, the day of resurrection, day of Judgement

روزِ مَحْشَر کے اردو معانی

Roman

فارسی، عربی - اسم، مذکر

  • قِیامت کا دن، روز حشر

Urdu meaning of roz-e-mahshar

Roman

  • qiiamat ka din, roz hashr

खोजे गए शब्द से संबंधित

बेख़

जड़, मूल

बेख़ी

بیخ (رک) سے منسوب.

बेख़्ता

छाना हुआ, कपड़े या छलनी से छानना

बेख़्तनी

छानने के क़ाबिल

बेख़्तगी

छानन ।।

बेख़ुदी

बेख़ुद होने की अवस्था या भाव, अपने आपे में न रहना, अपने-आप को भूल जाना, बेसुधी, अचैतन्य, बेख़बरी, आत्मविस्मृति

बेख़-कनी

उन्मूलन, जड़ खोदना, नाश करना, जड़ से उखाड़ना, विनाश करना

बेख़लल

निरंतर, लगातार, मुसलसल, अबाधित, बिना टूटा हुआ

बेख़बरी

बेख़बर या बेसुध होने की अवस्था या भाव, संज्ञाहीनता, बेसुधपन, सूचना न होना, नावाक़फ़ियत, अज्ञानता, लापरवाही

बेख़ूदी-ए-'इश्क़

to become beside one's self in love

सुख़न शुनीदन बेख़-ए-दौलत

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बात सुनना हुकूमत की जड़ है फ़र्याद को सुनना शाहों का वतीरा है, नसीहत सुनने वाला फ़ायदा में रहता है

रहे तो टेक से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

रहे तो नेग से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (रोज़-ए-महशर)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

रोज़-ए-महशर

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone