खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो" शब्द से संबंधित परिणाम

इर्ति'आश

कँपकँपी, कँपन, लर्ज़ा, काँपना, थरथराना

इर्ति'आश-ए-शौक़

trembling of ardour

इर्ति'आशी

इर्तिआश से संबंधित, थरथानेवाला, कांपनेवाला, विब्राटर

इर्ति'आश-ए-दस्त-ए-दु'आ

पूजा में सिहरते हुए हाथ

मुक़ीम-इर्ति'आश

(طبیعیات) وقتی ارتعاش و حرکت ، اندرونی طور پرپیدا ہونے والا ارتعاش

सौती-इर्ति'आश

आवाज़ की थरथराहट, कंपन ध्वनि, कंपन की आवाज़

ज़ावियाई-इर्ति'आश

कोणीय आवृत्ति

त'अद्दुद-ए-इर्ति'आश

एक निर्धारित समय के भीतर लहरों की गति की गिनती

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो के अर्थदेखिए

प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो

priit Dagar jab pag rakhaa honii hoy so ho, neh nagar kii riit hai tan man diino khoپِرِیت ڈَگَر جَب پَگ رَکّھا ہونی ہوئے سو ہو، نِیْہ نَگََر کی رِیت ہے تَن مَن دینو کھو

अथवा : प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो होय, नेह नगर की रीत है तन मन दोनों खोय

कहावत

प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो के हिंदी अर्थ

  • प्रेम में भू-लोक एवं परलोक कहीं का होश नहीं रहता, मनुष्य बे-परवाह हो जाता है
  • जब प्रेम हो जाए तो फिर कठिनता से घबराना नहीं चाहिये

پِرِیت ڈَگَر جَب پَگ رَکّھا ہونی ہوئے سو ہو، نِیْہ نَگََر کی رِیت ہے تَن مَن دینو کھو کے اردو معانی

Roman

  • محبت میں دین و دنیا کا ہوش نہیں رہتا، انسان بے پروا ہو جاتا ہے
  • جب محبت ہوجائے تو پھر مشکلات سے گھبرانا نہیں چاہیے

Urdu meaning of priit Dagar jab pag rakhaa honii hoy so ho, neh nagar kii riit hai tan man diino kho

Roman

  • muhabbat me.n diin-o-duniyaa ka hosh nahii.n rahtaa, insaan beparva ho jaataa hai
  • jab muhabbat hojaa.e to phir mushkilaat se ghabraanaa nahii.n chaahi.e

खोजे गए शब्द से संबंधित

इर्ति'आश

कँपकँपी, कँपन, लर्ज़ा, काँपना, थरथराना

इर्ति'आश-ए-शौक़

trembling of ardour

इर्ति'आशी

इर्तिआश से संबंधित, थरथानेवाला, कांपनेवाला, विब्राटर

इर्ति'आश-ए-दस्त-ए-दु'आ

पूजा में सिहरते हुए हाथ

मुक़ीम-इर्ति'आश

(طبیعیات) وقتی ارتعاش و حرکت ، اندرونی طور پرپیدا ہونے والا ارتعاش

सौती-इर्ति'आश

आवाज़ की थरथराहट, कंपन ध्वनि, कंपन की आवाज़

ज़ावियाई-इर्ति'आश

कोणीय आवृत्ति

त'अद्दुद-ए-इर्ति'आश

एक निर्धारित समय के भीतर लहरों की गति की गिनती

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone