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समा'अत

श्रवण, सुनना, श्रवण, सुनने की शक्ति, सुनने की क्रिया या भाव

समा'अत-गाह

समा'अत-पैमा

श्रवण शक्ति के परीक्षण के लिए एक उपकरण, श्रवण-शक्तिमापी

समा'अती

समा'अत होना

सुना जाना, सुनवाई होना

समा'अत करना

सुनना, (किसी की बात को) ध्यान से सुनना, तवज्जोह देना, किसी शिकायत पर सुनवाई करना

समा'अत में गुज़रना

सुनने में आना

समा'अत के क़ाबिल

समा'अत के क़ाबिल मुक़द्दमा

समा'अत में फ़र्क़ आना

कम सुनाई देना

समा'अत फ़रमाना

(सम्मानपुर्वक) सुनवाई, सुनना, समाअत, ध्यान देना

समा'अत में फ़र्क़ होना

कम सुनाई देना

समा'अत-ए-यक-तर्फ़ा

समा'अती-आला

ज़दा-समा'अत

'इंदस-समा'अत

मु'आविन-समा'अत

खुली-समा'अत

बे-समा'अत

बहरा, श्रुती के बिना

सरसरी-समा'अत

ममनू'उस-समा'अत

बाद-ए-समा'अत

हद्द-ए-समा'अत

मुक़द्दमा सुनने का अधिकार, वो अधिक से अधिक मालियात या सज़ा जिसके मुक़द्दमात के न्याय करने का अधिकार किसी न्यायालय को हो

सिक़्ल-ए-समा'अत

बधिरता, कम सुनने की बीमारी

इज़्न-ए-समा'अत

सुनने की आज्ञा

क़ाबिल-ए-समा'अत

जो सुना जा सके, जिसकी सुनवाई हो सके, सुनने के लाएक़

अंदोह-ए-समा'अत

मजाज़-ए-समा'अत

मुक़द्दमा सुनने और स्वीकृत करने का अधिकार रखने वाला

ज़ेर-ए-समा'अत

जिसे न्यायालय में सुना जा रहा हो, चर्चाधीन

गोश-ए-समा'अत

श्रुतिशक्ति

इस्तिराक़-ए-समा'अत

आज़ार-ए-समा'अत

मी'आद-ए-समा'अत

(क़ानून) किसी मुक़दमे की सुनवाई का निश्चित समय या तारीख़ वग़ैरा

हुस्न-ए-समा'अत

किसी विषय को ध्यान से सुनने और समझने की क्षमता

बार-ए-समा'अत

श्रुति का बोझ

इख़्तियार-ए-समा'अत

(क़ानून) न्यायपालिका के क़ानून के अनुसार किसी मामले को सुनने और तय करने का शासक का अधिकार, मुक़दमा सुनने का अधिकार

हिस्स-ए-समा'अत

ताब-ए-समा'अत

तस्कीन-ए-समा'अत

सुनने में सुकून देह

बहर-ए-समा'अत

आला-ए-समा'अत

सुनने का उपकरण

बाब-ए-समा'अत

अहल-ए-समा'अत

'अदम-ए-इख़्तियार-समा'अत

ना-क़ाबिल-ए-समा'अत

जो बात सुनने के योग्य न हो।

क़ाबिल-ए-समा'अत-मुक़द्दमा

तजावुज़-ए-इख़्तियार-ए-समा'अत

क़ानून-ए-मी'आद-ए-समा'अत

'अदम-ए-इख़्तियारात-ए-समा'अत

(क़ानून) मुक़दमा सुनने का अधिकार न होना, मुक़दमा मंज़ूर करने और सुनने का अधिकार न होना

'आरिज़ा-ए-समा'अत लाहिक़ होना

'उज़्र-ए-ना-क़ाबिल-ए-समा'अत

'आरिज़ा-ए-हद्द-ए-समा'अत लाहिक़ होना

(क़ानून) वक़्त गुज़र जाने से समाअत का तर्क हो जाना, मीयाद गुज़रने से समाअत ना होना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में पीर को न फ़क़ीर को पहले काने चोर को के अर्थदेखिए

पीर को न फ़क़ीर को पहले काने चोर को

piir ko na faqiir ko pahle kaane chor koپِیر کو نَہ فَقِیر کو پَہلے کانے چور کو

अथवा - पीर को न शहीद को पहले काने चोर को, पीर को न शहीद को पहले नकटे देव को

कहावत

पीर को न फ़क़ीर को पहले काने चोर को के हिंदी अर्थ

  • जब कोई कम हैसियत शख़्स अपने आप को औरों पर मुक़द्दम समझे तो उस वक़्त कहते हैं
  • जो वस्तु दूसरों के लिए तैयार की गई हो उसे जब कोई बहुत अयोग्य व्यक्ति माँगे तब कहते हैं

پِیر کو نَہ فَقِیر کو پَہلے کانے چور کو کے اردو معانی

  • جب کوئی کم حیثیت شخص اپنے آپ کو اوروں پر مقدم سمجھے تو اس وقت کہتے ہیں
  • جو چیز دوسروں کے لئے تیار کی گئی ہو اسے جب کوئی بہت نااہل شخص مانگ لے تب کہتے ہیں

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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