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बेख़

जड़, मूल

बेख़ी

بیخ (رک) سے منسوب.

बेख़्ता

छाना हुआ, कपड़े या छलनी से छानना

बेख़्तनी

छानने के क़ाबिल

बेख़्तगी

छानन ।।

बेख़ुदी

बेख़ुद होने की अवस्था या भाव, अपने आपे में न रहना, अपने-आप को भूल जाना, बेसुधी, अचैतन्य, बेख़बरी, आत्मविस्मृति

बेख़-कनी

उन्मूलन, जड़ खोदना, नाश करना, जड़ से उखाड़ना, विनाश करना

बेख़लल

निरंतर, लगातार, मुसलसल, अबाधित, बिना टूटा हुआ

बेख़बरी

बेख़बर या बेसुध होने की अवस्था या भाव, संज्ञाहीनता, बेसुधपन, सूचना न होना, नावाक़फ़ियत, अज्ञानता, लापरवाही

बेख़ूदी-ए-'इश्क़

to become beside one's self in love

सुख़न शुनीदन बेख़-ए-दौलत

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बात सुनना हुकूमत की जड़ है फ़र्याद को सुनना शाहों का वतीरा है, नसीहत सुनने वाला फ़ायदा में रहता है

रहे तो टेक से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

रहे तो नेग से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नुक़सान-ए-ज़ाती के अर्थदेखिए

नुक़सान-ए-ज़ाती

nuqsaan-e-zaatiiنُقصانِ ذاتی

वज़्न : 22222

नुक़सान-ए-ज़ाती के हिंदी अर्थ

  • स्वयं की हानि, व्यक्तिगत हानि से संबंधित, वो नुक़्सान जो अपनी ज़ात से मुतअल्लिक़ हो, ज़ाती ख़सारा

English meaning of nuqsaan-e-zaatii

  • personal loss

نُقصانِ ذاتی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • وہ نقصان جو اپنی ذات سے متعلق ہو، ذاتی خسارہ

Urdu meaning of nuqsaan-e-zaatii

  • Roman
  • Urdu

  • vo nuqsaan jo apnii zaat se mutaalliq ho, zaatii Khasaaraa

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बेख़

जड़, मूल

बेख़ी

بیخ (رک) سے منسوب.

बेख़्ता

छाना हुआ, कपड़े या छलनी से छानना

बेख़्तनी

छानने के क़ाबिल

बेख़्तगी

छानन ।।

बेख़ुदी

बेख़ुद होने की अवस्था या भाव, अपने आपे में न रहना, अपने-आप को भूल जाना, बेसुधी, अचैतन्य, बेख़बरी, आत्मविस्मृति

बेख़-कनी

उन्मूलन, जड़ खोदना, नाश करना, जड़ से उखाड़ना, विनाश करना

बेख़लल

निरंतर, लगातार, मुसलसल, अबाधित, बिना टूटा हुआ

बेख़बरी

बेख़बर या बेसुध होने की अवस्था या भाव, संज्ञाहीनता, बेसुधपन, सूचना न होना, नावाक़फ़ियत, अज्ञानता, लापरवाही

बेख़ूदी-ए-'इश्क़

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सुख़न शुनीदन बेख़-ए-दौलत

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बात सुनना हुकूमत की जड़ है फ़र्याद को सुनना शाहों का वतीरा है, नसीहत सुनने वाला फ़ायदा में रहता है

रहे तो टेक से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

रहे तो नेग से, जाए तो जड़ बेख़ से

इज़्ज़त से रहना चाहिए या तबाह हो जाना चाहिए

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