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दाद-गर

न्याय करने वाला, मुंसिफ़

दाद-गरी

داد گر (رک) کا کام ، عدل ، اِنصاف .

दादा-गीर

गुंडागर्दी करने वाला, धौंस दिखाने वाला, बदमाशों का सरदार

डेढ़-गिरह

Half a bow-tie, a slip-knot, a knot that is easily opened

दाद गिर्या गुसतर

न्यायिक, न्यायाधीश, न्याय करने वाला, न्यायकर्ता, न्याय या इंसाफ़ करने वाला व्यक्ति

बे-दाद-गर

अत्याचार करने वाला, अत्याचारी

दादा-गीरी

बदमाशों की सरपरस्ती और सरदारी, ग़ुंडा गर्दी

दादा-गुरू

गुरु, मार्गदर्शक, मुरशद, बुज़ुर्ग, गुरु का गुरु, शिक्षक का शिक्षक

दीदा-ए-गिर्यां

रोती हुई आँख

दौड़ चले न गिर पड़े

यह कहावत उस समय बोलते हैं जब कोई आदमी संतुलन से निकल कर काम करे और असफल हो जाए

न दौड़ चलो न गिर पड़ो

ना जल्दी करो ना नुक़्सान उठाओ, तेज़ तरक़्क़ी ज़वाल का बाइस होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

good deed

एहसान

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मफ़्सिल-ए-काज़िब के अर्थदेखिए

मफ़्सिल-ए-काज़िब

mafsil-e-kaazibمَفصِلِ کاذِب

स्रोत: अरबी

मफ़्सिल-ए-काज़िब के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • (चिकित्सा) वो जोड़ जो कोई टूटी हुई हड्डी के दो टुकड़ों के मध्य पैदा होता है

English meaning of mafsil-e-kaazib

Noun, Masculine

  • (Medical) Pseudarthrosis

مَفصِلِ کاذِب کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • (طب) وہ جوڑ جو کوئی ٹوٹی ہوئی ہڈی کے دو ٹکڑوں کے درمیان پیدا ہوتا ہے

Urdu meaning of mafsil-e-kaazib

  • Roman
  • Urdu

  • (tibb) vo jo.D jo ko.ii TuuTii hu.ii haDDii ke do Tuk.Do.n ke daramyaan paida hotaa hai

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दाद-गर

न्याय करने वाला, मुंसिफ़

दाद-गरी

داد گر (رک) کا کام ، عدل ، اِنصاف .

दादा-गीर

गुंडागर्दी करने वाला, धौंस दिखाने वाला, बदमाशों का सरदार

डेढ़-गिरह

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दाद गिर्या गुसतर

न्यायिक, न्यायाधीश, न्याय करने वाला, न्यायकर्ता, न्याय या इंसाफ़ करने वाला व्यक्ति

बे-दाद-गर

अत्याचार करने वाला, अत्याचारी

दादा-गीरी

बदमाशों की सरपरस्ती और सरदारी, ग़ुंडा गर्दी

दादा-गुरू

गुरु, मार्गदर्शक, मुरशद, बुज़ुर्ग, गुरु का गुरु, शिक्षक का शिक्षक

दीदा-ए-गिर्यां

रोती हुई आँख

दौड़ चले न गिर पड़े

यह कहावत उस समय बोलते हैं जब कोई आदमी संतुलन से निकल कर काम करे और असफल हो जाए

न दौड़ चलो न गिर पड़ो

ना जल्दी करो ना नुक़्सान उठाओ, तेज़ तरक़्क़ी ज़वाल का बाइस होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

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