खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को" शब्द से संबंधित परिणाम

कुल्लियात

किसी शायर की तमाम रचनाओं का संग्रह, जिसमें ग़ज़लें, मसनवियाँ, क़िता, मुसद्दस, मुख़म्मस, नज़्में आदि सभी चीजें होती हैं, दीवान' में केवल ग़ज़लें होती हैं, किसी रचनाकार की समस्त कृतियों का संग्रह

कुल्लियात-ख़ाना

مطالعہ کا کمرہ ، دیوانِ خاص .

कुल्लियाती

شعبۂ علم سے منسوب ، علم کے چعبے سے تعلق رکھنے والا .

कुल्लियत

सारे का सारा होना, संपूर्ण होना, आंशिक के विपरीत

बैनल-कुल्लियात

inter-collegiate, inter-faculty

'इल्म-ए-जुज़यात-ओ-कुल्लियात

सांख्यिकी तथ्य और आंकड़ों का ज्ञान अथवा कलन, सांख्यिकी

कुल्लियतन

बिल्कुल, निश्चित तौर पर, पूरे तौर से, पूर्णतया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को के अर्थदेखिए

ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को

KHasam kyaa sukh sahne ko yaa paTii se lag kar rone koخَصَم کیا سُکھ سَہْنے کو یا پَٹی سے لَگ کَر رونے کو

कहावत

ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को के हिंदी अर्थ

  • हरकाम फ़ायदा की उम््ीद पर किया जाता है अगर फ़ायदा ना हो अबस है

خَصَم کیا سُکھ سَہْنے کو یا پَٹی سے لَگ کَر رونے کو کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • ہرکام فائدہ کی اُمید پر کیا جاتا ہے اگر فائدہ نہ ہو عبث ہے

Urdu meaning of KHasam kyaa sukh sahne ko yaa paTii se lag kar rone ko

  • Roman
  • Urdu

  • harkaam faaydaa kii umiid par kiya jaataa hai agar faaydaa na ho abas hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

कुल्लियात

किसी शायर की तमाम रचनाओं का संग्रह, जिसमें ग़ज़लें, मसनवियाँ, क़िता, मुसद्दस, मुख़म्मस, नज़्में आदि सभी चीजें होती हैं, दीवान' में केवल ग़ज़लें होती हैं, किसी रचनाकार की समस्त कृतियों का संग्रह

कुल्लियात-ख़ाना

مطالعہ کا کمرہ ، دیوانِ خاص .

कुल्लियाती

شعبۂ علم سے منسوب ، علم کے چعبے سے تعلق رکھنے والا .

कुल्लियत

सारे का सारा होना, संपूर्ण होना, आंशिक के विपरीत

बैनल-कुल्लियात

inter-collegiate, inter-faculty

'इल्म-ए-जुज़यात-ओ-कुल्लियात

सांख्यिकी तथ्य और आंकड़ों का ज्ञान अथवा कलन, सांख्यिकी

कुल्लियतन

बिल्कुल, निश्चित तौर पर, पूरे तौर से, पूर्णतया

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone