खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को" शब्द से संबंधित परिणाम

ब-ख़ैर

भलाई के साथ, नेकी के साथ, अच्छी तरह

ब-ख़ैर-गुज़श्त

all went well

ब-ख़ैर-ओ-ख़ूबी

आनंदपूर्वक, कुशलपूर्वक, बहुत अच्छी तरह से, शान्ति और संतोष के साथ, अच्छे ढंग से

ब-ख़ैर-ओ-'आफ़ियत

कुशल-पूर्वक, आनंदपूर्वक

ख़ैर तो ब-ख़ैर

(व्यंगात्मक) तो सब ठीक है, बाक़ी सब कुशल-मंगल है

नज़र-ब-ख़ैर

नज़र का भला हो

सुब्ह-ब-ख़ैर

सुप्रभात, शुभ प्रभात, सुंदर प्रभात या प्रातःकाल, (सुबह के समय प्रणाम के रूप में बोलते हैं)

माने'-ब-ख़ैर

भगवान करे कि जो चीज़ बाधक हुई है वह किसी अप्रिय घटना का परिणाम न हो, ईश्वर भला करे

सबाह-ब-ख़ैर

रुक : सबाह अलख़ीर

यादश-ब-ख़ैर

उस की याद अच्छी रहे, किसी व्यक्ति की चर्चा चलने पर उसके लिए बोलते हैं, उसकी याद अच्छी रहे, किसी अपने को याद करते हुए इस वाक्य को बोला जाता है

'आक़िबत ब-ख़ैर होना

अंजाम अच्छा होना, ईमान के साथ मरना

'उक़्बा ब-ख़ैर होना

आलम-ए-आख़िरत में अज़ाब से बच जाना

निय्यत ब-ख़ैर होना

۔ किसी का रख़ीर का दिल्ली इरादा होना।कोई काम करते वक़्त दिल में बुरा ख़्याल ना होना।(तोबৃ अलनसोह) नसूह बोला कि दिल को मज़बूत रखू। और अल्लाह को याद करो। जब तुम्हारी नीयत बख़ैर है तो सब इन्शाअल्लाह बेहतर ही बेहतर होगा

मिज़ाज गरामी ब-ख़ैर होना

(एहतरामन) तबीयत ठीक होना, हाल अच्छा होना (उमूमन ख़त के आख़िर में लिखा जाता है)

निय्यत ब-ख़ैर मंज़िल आसान

रुक : नीयत साबित तो मंज़िल आसान जो ज़्यादा मुस्तामल है

निय्यत ब-ख़ैर , बेड़ा पार

नीयत साबित तो मंज़िल आसान, नेक नीयती से बेड़ा पार होता है

रसीदा बूद बलाए वले ब-ख़ैर गुज़श्त

مصبیت آئی تھی مگر خیرگزری ، مصبیت ناگہانی سے بچنے کے موقع پر مستعمل .

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को के अर्थदेखिए

ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को

KHarbuuza chaahe dhuup ko aur aam chaahe me.nh ko, naarii chaahe zor ko aur baalak chaahe neh koخَرْبُوزہ چاہے دھوپ کو اور آم چاہے مِینْہہ کو، ناری چاہے زور کو اور بالَک چاہے نیْہہ کو

अथवा : ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेह, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह

कहावत

ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को के हिंदी अर्थ

  • ख़रबूज़ा धूप में जल्दी पकता है और मीठा होता है और आम वर्षा के बा'द, 'औरत शक्तिशाली आदमी को पसंद करती है, बच्चा प्यार चाहता है

    विशेष ख़रबूज़े को देखकर ख़रबूज़ा रंग पकड़ता है। समाज में एक आदमी जैसा करता है, वैसा ही दूसरा भी करने लगता है।

خَرْبُوزہ چاہے دھوپ کو اور آم چاہے مِینْہہ کو، ناری چاہے زور کو اور بالَک چاہے نیْہہ کو کے اردو معانی

Roman

  • خربوزہ دھوپ میں جلد پکتا ہے اور میٹھا ہوتا ہے اور آم بارش کے بعد، عورت طاقتور مرد کو پسند کرتی ہے، بچہ پیار کا طالب ہوتا ہے

Urdu meaning of KHarbuuza chaahe dhuup ko aur aam chaahe me.nh ko, naarii chaahe zor ko aur baalak chaahe neh ko

Roman

  • Kharbuuzaa dhuup me.n jald paktaa hai aur miiThaa hotaa hai aur aam baarish ke baad, aurat taaqatvar mard ko pasand kartii hai, bachcha pyaar ka taalib hotaa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

ब-ख़ैर

भलाई के साथ, नेकी के साथ, अच्छी तरह

ब-ख़ैर-गुज़श्त

all went well

ब-ख़ैर-ओ-ख़ूबी

आनंदपूर्वक, कुशलपूर्वक, बहुत अच्छी तरह से, शान्ति और संतोष के साथ, अच्छे ढंग से

ब-ख़ैर-ओ-'आफ़ियत

कुशल-पूर्वक, आनंदपूर्वक

ख़ैर तो ब-ख़ैर

(व्यंगात्मक) तो सब ठीक है, बाक़ी सब कुशल-मंगल है

नज़र-ब-ख़ैर

नज़र का भला हो

सुब्ह-ब-ख़ैर

सुप्रभात, शुभ प्रभात, सुंदर प्रभात या प्रातःकाल, (सुबह के समय प्रणाम के रूप में बोलते हैं)

माने'-ब-ख़ैर

भगवान करे कि जो चीज़ बाधक हुई है वह किसी अप्रिय घटना का परिणाम न हो, ईश्वर भला करे

सबाह-ब-ख़ैर

रुक : सबाह अलख़ीर

यादश-ब-ख़ैर

उस की याद अच्छी रहे, किसी व्यक्ति की चर्चा चलने पर उसके लिए बोलते हैं, उसकी याद अच्छी रहे, किसी अपने को याद करते हुए इस वाक्य को बोला जाता है

'आक़िबत ब-ख़ैर होना

अंजाम अच्छा होना, ईमान के साथ मरना

'उक़्बा ब-ख़ैर होना

आलम-ए-आख़िरत में अज़ाब से बच जाना

निय्यत ब-ख़ैर होना

۔ किसी का रख़ीर का दिल्ली इरादा होना।कोई काम करते वक़्त दिल में बुरा ख़्याल ना होना।(तोबৃ अलनसोह) नसूह बोला कि दिल को मज़बूत रखू। और अल्लाह को याद करो। जब तुम्हारी नीयत बख़ैर है तो सब इन्शाअल्लाह बेहतर ही बेहतर होगा

मिज़ाज गरामी ब-ख़ैर होना

(एहतरामन) तबीयत ठीक होना, हाल अच्छा होना (उमूमन ख़त के आख़िर में लिखा जाता है)

निय्यत ब-ख़ैर मंज़िल आसान

रुक : नीयत साबित तो मंज़िल आसान जो ज़्यादा मुस्तामल है

निय्यत ब-ख़ैर , बेड़ा पार

नीयत साबित तो मंज़िल आसान, नेक नीयती से बेड़ा पार होता है

रसीदा बूद बलाए वले ब-ख़ैर गुज़श्त

مصبیت آئی تھی مگر خیرگزری ، مصبیت ناگہانی سے بچنے کے موقع پر مستعمل .

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह को, नारी चाहे ज़ोर को और बालक चाहे नेह को

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone