खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"कौन-ओ-फ़साद" शब्द से संबंधित परिणाम

कौन

१ = किसने

कूँ

to

काँ

where

कीं

किसी जगह, कहीं

कूँ-कूँ

cry or whining of puppies

कौन हूँ

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

कौन हो

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

कौन है

है कोई ऐसा, कोई नहीं

कौन सा

किसी संग्रह में से किसी एक के संबंधित पूछ-ताछ या विशेष नियुक्ति के लिए पूछ-ताछ

कौन सी

which? which one?

कौन से

कौन सा

कौनौं

कोई

कौन-जाने

ख़ुदा मालूम, किसे ख़बर, किसी को नहीं मालूम, कोई नहीं जानता, ईश्वर जाने

कौन जावे

इसका मतलब है मैं नहीं जाता

कौन-कहे

कौन नसीहत, ताकीद करे, कोई नहीं कह सकता, कौन सूचित करे, वर्णन नहीं किया जा सकता, अनगिनत हैं की जगह मुउपयोग किया जाता है

कौन-हक़ीक़त

असत्य, कोई वास्तविकता नहीं, कोई हक़ीक़त नहीं

कौन-सूरत

क्या कारण हो सकता है, कोई कारण नहीं, कोई सबब नहीं

कौन सा दिन

۔کون دن۔ ؎

कौन-ओ-फ़साद

existence and destruction

कौन-ओ-मकान

संसार, जगत, जहान

कौन वक़्त हुआ

कितनी देर से, कब से, देर हो गई, मुद्दत हो गई

कौन-ओ-मकाँ

संसार, जगत, दुनिया

क़ूँ

बंदर की ख़ूँ-ख़ूँ या किसी पक्षी की आवाज़

कौन मुद्दत से

कितने ज़माने से, कब से

कौन ठिकाना

कोई उमीद नहीं

कौन बात है

अजीब-ओ-ग़रीब काम है, कैसा या कितना

कौन चिड़िया है

क्या हक़ीक़त है, कोई हैसियत नहीं

कौनी

कायनात, कायनाती, अस्तित्व, दुनियादार, दुनियावी, प्रपंची, भौतिक, संसारी, सांसारिक

कौन किसी का

कोई किसी का नहीं होता, कोई अपना नहीं, हर कोई स्वार्थी है

कौन होता है

क्या ताल्लुक़ है, क्या रिश्ता है, क्या वास्ता है, संबंध क्या है

कौन सा दिन है

किस दिन, कोई ऐसा दिन नहीं

कौन बड़ी बात है

कोई ज़्यादा अहम बात नहीं, मामूली सी बात है, आसान काम है

कौन-मुश्किल

कौन सी मुश्किल

कौन कहता है

۔कोई नहीं कहता। में नहीं कहता।

कौन सुनता है

۔کوئی نہیں سنتا ہے۔ ؎

कौन से ला'ल लगे हैं

क्या ख़ास बात है, क्या ख़ूबी है, कोई ख़ूबी नहीं

कौन से रोज़

किस रोज़, किस दिन

कौन से मर्ज़ की दवा है

۔کس کام کا ہے۔ اِس سے کیا فائدہ ہے۔ محض نکمسا ہے۔ ؎ ؎ مخاطب سے کس مرض کی دوا ہو۔ کون سے مرض کی دوا ہو کہتے ہیں۔

कौन से मर्ज़ की दवा हो

किस काम के हो, बड़े निकम्मे हो, बेकार आदमी हो

कौन किसी के आवे जावे दाना-पानी लावे

अतिथि भाग्य से आता है, जहाँ का दाना-पानी लिखा होता है वहीं जाता है

कौन हर रोज़ अतालीक़ हो समझाए गा

मूर्ख आदमी को समझाना बहुत कठिन है, कम समझदार को सिखाना कठिन काम है

कौन कहे रान ढाँको

किसी के अवगुण जानना परंतु सावधान न करना इस लिए कि बिना किसी कारण के बुरा कौन बने

कौन दिन थे

۔कैसे अच्छ्াे दिन थे।

कौन से क़ुरआन में लिक्खा है

किस नियम और क़ानून से उचित है अर्थात् यह सही नहीं है

कौन सी बात है

कोई अहम मसला नहीं है

कौन सी हदीस में आया है

किसी नियम व कानून द्वारा स्वीकार्य है अर्थात यह बात सही नहीं

कौन पराई आग में गिरता है

कोई किसी के कारणवश संकट मोल नहीं लेता

कौन से क़ुरआन में लिखा है

۔کس قاعدہ سے جائز ہے۔ (بنات النعش) دکھا تو کون سے قرآن میں لکھا ہے کہ بچّہ پیٹ یں ہو اور بچّے والی چلے پھرے اور کام کرے۔

कौन सा घर जागा

(किन्नरों की आवाज़) किसके घर बच्चा पैदा होने के कारण रात भर जागरण हुआ

कौन ऐसी किशमिश है जिस में लकड़ी नहीं

हर चीज़ में कोई ना कोई कमी या ख़राबी ज़रूर होती है

कौन शय है

यह क्या चीज़ है, क्या संकट है

कौन रूप पर इतना सिंघार

कोई कुरूप स्त्री श्रृंगार करे तो कहते हैं कि रूप तो ठीक नहीं श्रृंगार से क्या होगा

कौन सा दरख़्त है जिसे हवा नहीं लगी

ऐब और तकलीफ़ से कोई ख़ाली नहीं

कौन कितने पानी में है

किस का क्या मान-मर्यादा है, क्या प्रतिष्ठा है, क्या दर्जा है, कितनी महत्ता है, पता चल जायेगा

कौन सी कसर बाक़ी रखी है

क्या कुछ नहीं क्या, सब कुछ कर डाला, छोड़ा किया

कौन वक़्तों से

کب سے، بڑی دیر سے، کافی مدَت سے، کتنی دیر سے

कौन किस की सुनता है

۔کوئی کسی کی فریاد نہیں سنتا۔ ؎

कौन सा घर है जिस में मौत नहीं आई

मुसीबत और तकलीफ़ से कोई जगह ख़ाली नहीं

कौन किसी की सुनता है

कोई किसी का कहा नहीं मानता, सब अपनी मर्ज़ी के मालिक हैं, कोई किसी की दाद फ़र्याद नहीं सुनता

कौन सी बात उठा रक्खी है

क्या कमी छोड़ी है, कौन सी कसर बाक़ी रखी है, क्या नहीं किया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कौन-ओ-फ़साद के अर्थदेखिए

कौन-ओ-फ़साद

kaun-o-fasaadکَون و فَساد

स्रोत: अरबी

वज़्न : 22121

कौन-ओ-फ़साद के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • existence and destruction
  • निर्माण और विध्वंस, बनाव और बिगाड़, परिवर्तन
  • संसार, विश्वा, धरती
  • अस्तित्व और गैर-अस्तित्व, मौजूद होना और तबाह हो जाना

English meaning of kaun-o-fasaad

Noun, Masculine

  • construction and demolition, make and mess, changing
  • world

کَون و فَساد کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • تعمیر و تخریب، بناؤ بگاڑ، تغیر و تبدل
  • دنیا، جہان، عالم، روئے زمین
  • ہستی و نیستی، بست و بود، موجود ہونا اور تباہ ہو جانا

Urdu meaning of kaun-o-fasaad

  • Roman
  • Urdu

  • taamiir-o-taKhriib, banaa.o bigaa.D, taGayyur-o-tabaddul
  • duniyaa, jahaan, aalim, roy zamiin
  • hastii-o-niistii, bast-o-buud, maujuud honaa aur tabaah ho jaana

खोजे गए शब्द से संबंधित

कौन

१ = किसने

कूँ

to

काँ

where

कीं

किसी जगह, कहीं

कूँ-कूँ

cry or whining of puppies

कौन हूँ

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

कौन हो

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

कौन है

है कोई ऐसा, कोई नहीं

कौन सा

किसी संग्रह में से किसी एक के संबंधित पूछ-ताछ या विशेष नियुक्ति के लिए पूछ-ताछ

कौन सी

which? which one?

कौन से

कौन सा

कौनौं

कोई

कौन-जाने

ख़ुदा मालूम, किसे ख़बर, किसी को नहीं मालूम, कोई नहीं जानता, ईश्वर जाने

कौन जावे

इसका मतलब है मैं नहीं जाता

कौन-कहे

कौन नसीहत, ताकीद करे, कोई नहीं कह सकता, कौन सूचित करे, वर्णन नहीं किया जा सकता, अनगिनत हैं की जगह मुउपयोग किया जाता है

कौन-हक़ीक़त

असत्य, कोई वास्तविकता नहीं, कोई हक़ीक़त नहीं

कौन-सूरत

क्या कारण हो सकता है, कोई कारण नहीं, कोई सबब नहीं

कौन सा दिन

۔کون دن۔ ؎

कौन-ओ-फ़साद

existence and destruction

कौन-ओ-मकान

संसार, जगत, जहान

कौन वक़्त हुआ

कितनी देर से, कब से, देर हो गई, मुद्दत हो गई

कौन-ओ-मकाँ

संसार, जगत, दुनिया

क़ूँ

बंदर की ख़ूँ-ख़ूँ या किसी पक्षी की आवाज़

कौन मुद्दत से

कितने ज़माने से, कब से

कौन ठिकाना

कोई उमीद नहीं

कौन बात है

अजीब-ओ-ग़रीब काम है, कैसा या कितना

कौन चिड़िया है

क्या हक़ीक़त है, कोई हैसियत नहीं

कौनी

कायनात, कायनाती, अस्तित्व, दुनियादार, दुनियावी, प्रपंची, भौतिक, संसारी, सांसारिक

कौन किसी का

कोई किसी का नहीं होता, कोई अपना नहीं, हर कोई स्वार्थी है

कौन होता है

क्या ताल्लुक़ है, क्या रिश्ता है, क्या वास्ता है, संबंध क्या है

कौन सा दिन है

किस दिन, कोई ऐसा दिन नहीं

कौन बड़ी बात है

कोई ज़्यादा अहम बात नहीं, मामूली सी बात है, आसान काम है

कौन-मुश्किल

कौन सी मुश्किल

कौन कहता है

۔कोई नहीं कहता। में नहीं कहता।

कौन सुनता है

۔کوئی نہیں سنتا ہے۔ ؎

कौन से ला'ल लगे हैं

क्या ख़ास बात है, क्या ख़ूबी है, कोई ख़ूबी नहीं

कौन से रोज़

किस रोज़, किस दिन

कौन से मर्ज़ की दवा है

۔کس کام کا ہے۔ اِس سے کیا فائدہ ہے۔ محض نکمسا ہے۔ ؎ ؎ مخاطب سے کس مرض کی دوا ہو۔ کون سے مرض کی دوا ہو کہتے ہیں۔

कौन से मर्ज़ की दवा हो

किस काम के हो, बड़े निकम्मे हो, बेकार आदमी हो

कौन किसी के आवे जावे दाना-पानी लावे

अतिथि भाग्य से आता है, जहाँ का दाना-पानी लिखा होता है वहीं जाता है

कौन हर रोज़ अतालीक़ हो समझाए गा

मूर्ख आदमी को समझाना बहुत कठिन है, कम समझदार को सिखाना कठिन काम है

कौन कहे रान ढाँको

किसी के अवगुण जानना परंतु सावधान न करना इस लिए कि बिना किसी कारण के बुरा कौन बने

कौन दिन थे

۔कैसे अच्छ्াे दिन थे।

कौन से क़ुरआन में लिक्खा है

किस नियम और क़ानून से उचित है अर्थात् यह सही नहीं है

कौन सी बात है

कोई अहम मसला नहीं है

कौन सी हदीस में आया है

किसी नियम व कानून द्वारा स्वीकार्य है अर्थात यह बात सही नहीं

कौन पराई आग में गिरता है

कोई किसी के कारणवश संकट मोल नहीं लेता

कौन से क़ुरआन में लिखा है

۔کس قاعدہ سے جائز ہے۔ (بنات النعش) دکھا تو کون سے قرآن میں لکھا ہے کہ بچّہ پیٹ یں ہو اور بچّے والی چلے پھرے اور کام کرے۔

कौन सा घर जागा

(किन्नरों की आवाज़) किसके घर बच्चा पैदा होने के कारण रात भर जागरण हुआ

कौन ऐसी किशमिश है जिस में लकड़ी नहीं

हर चीज़ में कोई ना कोई कमी या ख़राबी ज़रूर होती है

कौन शय है

यह क्या चीज़ है, क्या संकट है

कौन रूप पर इतना सिंघार

कोई कुरूप स्त्री श्रृंगार करे तो कहते हैं कि रूप तो ठीक नहीं श्रृंगार से क्या होगा

कौन सा दरख़्त है जिसे हवा नहीं लगी

ऐब और तकलीफ़ से कोई ख़ाली नहीं

कौन कितने पानी में है

किस का क्या मान-मर्यादा है, क्या प्रतिष्ठा है, क्या दर्जा है, कितनी महत्ता है, पता चल जायेगा

कौन सी कसर बाक़ी रखी है

क्या कुछ नहीं क्या, सब कुछ कर डाला, छोड़ा किया

कौन वक़्तों से

کب سے، بڑی دیر سے، کافی مدَت سے، کتنی دیر سے

कौन किस की सुनता है

۔کوئی کسی کی فریاد نہیں سنتا۔ ؎

कौन सा घर है जिस में मौत नहीं आई

मुसीबत और तकलीफ़ से कोई जगह ख़ाली नहीं

कौन किसी की सुनता है

कोई किसी का कहा नहीं मानता, सब अपनी मर्ज़ी के मालिक हैं, कोई किसी की दाद फ़र्याद नहीं सुनता

कौन सी बात उठा रक्खी है

क्या कमी छोड़ी है, कौन सी कसर बाक़ी रखी है, क्या नहीं किया

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (कौन-ओ-फ़साद)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

कौन-ओ-फ़साद

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone