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इफ़रात

किसी चीज़ की मात्रा या समूह की संख्या बढ़ जाना, प्राचुर्य, बाहुल्य, , कसरत, विपुलता

इफ़राती

افراط (رک) سے منسوب.

इफ़रात-ए-मा'सियत

excess of sinning

इफ़रात-ओ-तफ़रीत

आधिक्य एवं न्यूनता, कमोवेश, थोड़ा-बहुत, तारतम्य, न्यूनाधिक

इफ़रात-ए-ज़र

वास्तविक नाँग या जरूरत से अधिक मात्रा में मुद्रा या सिक्का का प्रवलन, मुद्रास्फीति

ब-इफ़रात

अत्यधिक, बहुत ज़ियादा, जरूरत और आवश्यकता से अधिक

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कभी न पूजी द्वारका कभी न करवा चौत तू गधी कुम्हार की तुझे राम से कोत के अर्थदेखिए

कभी न पूजी द्वारका कभी न करवा चौत तू गधी कुम्हार की तुझे राम से कोत

kabhii na puujii dvaarkaa kabhii na karvaa chaut tuu gadhii kumhaar kii tujhe raam se kotکَبھی نَہ پُوجی دوارکا کَبھی نَہ کَروا چَوت تُو گَدھی کُمہار کی تُجھے رام سے کوت

कहावत

कभी न पूजी द्वारका कभी न करवा चौत तू गधी कुम्हार की तुझे राम से कोत के हिंदी अर्थ

  • ना तजुर्बा कार से काम दरुस्त नहीं होरा, औक़ात से ज़्यादा काम ना करना चाहिए

کَبھی نَہ پُوجی دوارکا کَبھی نَہ کَروا چَوت تُو گَدھی کُمہار کی تُجھے رام سے کوت کے اردو معانی

Roman

  • ناتجربہ کار سے کام درست نہیں ہورا ، اوقات سے زیادہ کام نہ کرنا چاہیے .

Urdu meaning of kabhii na puujii dvaarkaa kabhii na karvaa chaut tuu gadhii kumhaar kii tujhe raam se kot

Roman

  • na tajurbaa kaar se kaam darust nahii.n horaa, auqaat se zyaadaa kaam na karnaa chaahi.e

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इफ़रात

किसी चीज़ की मात्रा या समूह की संख्या बढ़ जाना, प्राचुर्य, बाहुल्य, , कसरत, विपुलता

इफ़राती

افراط (رک) سے منسوب.

इफ़रात-ए-मा'सियत

excess of sinning

इफ़रात-ओ-तफ़रीत

आधिक्य एवं न्यूनता, कमोवेश, थोड़ा-बहुत, तारतम्य, न्यूनाधिक

इफ़रात-ए-ज़र

वास्तविक नाँग या जरूरत से अधिक मात्रा में मुद्रा या सिक्का का प्रवलन, मुद्रास्फीति

ब-इफ़रात

अत्यधिक, बहुत ज़ियादा, जरूरत और आवश्यकता से अधिक

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