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मशीख़त

अभिमान, घमंड, डींग, शेखी, ग़रूर, झूटा दावा,

मशीख़त-मआब

शेखीखोर, डोंगिया ।

मशीख़त-मआबी

مشیخت مآب ہونا ، شیخی ، گھمنڈ ، غرور ۔

मशीख़त-पनाह

शेख़ी बघारने वाला, डींग मारने वाला, अपनी कहने वाला, अहंकारी

मशीख़त समाना

बड़ाई या ग़ुरूर होना, घमंड होना

मशीख़त की लेना

घमंड करना, शेख़ी मारना, डींगें मारना

मशीख़त किरकिरी हो जाना

शेख़ी किरकरी होना

मशीख़त किरकिरी होना

۔शेखी किरकरी होना।(इबनुलवक़्त)अगर कोई मियां इबनुलवक़्त से जा लगाए तो दम की दम में सारी मशीख़त किरकरी होजाए

मु'आशी-खेत

(अर्थशास्त्र) ऐसा खेत जो किसी व्यक्ति को इतनी पैदावार के योग्य बनाए जो सुख के साथ अपने और अपने परिवार के जीवन-निर्वाह और समर्थन करने और आवश्यक जिविका को पूर्ण करने के लिए पर्याप्त उत्पादन करने में सक्षम हो

मशाइख़-ए-तरीक़त

(सूफ़ीवाद) मनीषि, सूफ़ीवाद के प्रतिष्ठित जन

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ के अर्थदेखिए

जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ

javaanii me.n kyaa patthar pa.Dte the jo bu.Dhaape ko ro.uu.nجَوانی میں کیا پَتَّھر پَڑتے تھے جو بُڑھاپے کو روؤُں

कहावत

जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ के हिंदी अर्थ

  • सदा से यही हाल है

جَوانی میں کیا پَتَّھر پَڑتے تھے جو بُڑھاپے کو روؤُں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • سدا سے یہی حال ہے.

Urdu meaning of javaanii me.n kyaa patthar pa.Dte the jo bu.Dhaape ko ro.uu.n

  • Roman
  • Urdu

  • sada se yahii haal hai

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बड़ाई या ग़ुरूर होना, घमंड होना

मशीख़त की लेना

घमंड करना, शेख़ी मारना, डींगें मारना

मशीख़त किरकिरी हो जाना

शेख़ी किरकरी होना

मशीख़त किरकिरी होना

۔शेखी किरकरी होना।(इबनुलवक़्त)अगर कोई मियां इबनुलवक़्त से जा लगाए तो दम की दम में सारी मशीख़त किरकरी होजाए

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मशाइख़-ए-तरीक़त

(सूफ़ीवाद) मनीषि, सूफ़ीवाद के प्रतिष्ठित जन

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जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ

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