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हूँ

अनुमोदन, समर्थन या स्वीकृति का सूचक शब्द।

हूँ-हाँ

इकरार, स्वीकृति

हूँ-हूँ

don't

हूँ-आँ

किसी बात को स्वीकार करने का वाक्य, स्वीकारोक्ति का एक शब्द

हूँ कहना

(उमूमन नख़रे से) ग़ैर वाज़िह जवाब देना, हुंकारा भरना

हूँ करना

۔۱۔ज़बान से हाँ कहना। रजामंदी ज़ाहिर करना२।टोकना। रोकना

हूँ सो हूँ

जैसा भी हूँ, जो भी हूँ, किसी को क्या ग़रज़ (कुछ के साथ मुस्तामल)

होंगे

जमा मुतकल्लिम और जमा ग़ायब के साथ ज़माना-ए-मुस्तक़बिल ज़ाहिर करने के लिए मुस्तामल नीज़ माज़ी एहतिमाली के लिए नीज़ शायद हूँ, हमें क्या (बेदिली या रक़ाबत से कहते हैं)

हूँ न हाँ

न स्वीकारोक्ति और न ही इनकार

हूँ निकलना

बोल पाना, कुछ कहना, मुँह से कोई कलमा-ए-एतराज़ निकलना, नागवारी ज़ाहिर करना

हूँ हूँ करना

۔हाँ हाँ करना। मुँह से हूँ हूँ की आवाज़ निकलना। २। टालना।टाल मटोल करना३। रोकना। टोकना

हूँ हाँ करना

promise

हूँ कराना

हाँ करना, स्वीकार करना, सहमति दिलवाना

हूँ न करना

दम ना मारना, मजाल ना होना, किसी के सामने बोल ना पाना, जुंबिश ना करना, लब ना हिलाना

हों न हों

यक़ीनन

हूँ कहलवाना

किसी बात के लिए मनाना, सहमति हासिल करना

हूँ हाँ न करना

बिल्कुल न बोलना, एक दम छुप रहना, चूँ चिरा न करना

हूँ से तूँ करना

۱۔ हाँ से नाँ करना, मर्ज़ी के ख़िलाफ़ जवाब देना, इनकार करना, एतराज़ करना

हूँ से चूँ करना

रुक : होन से तूं करना

हों तो ऐसे हों

किसी की तारीफ़ के मौके़ पर कहते हैं

हाँ-हूँ

स्वीकृति के सूचक शब्द हूँ, हाँ

होंगे पूत तो पूजेंगे भूत

कुछ नफ़ा हो तो ख़िदमत भी करें वर्ना क्या ज़रूरत, अपनी ग़रज़ के लिए सब कुछ करना पड़ता है, औलाद की उम्मीद पर भूत प्रेत की प्रसतिश भी मंज़ूर है, औलाद के वास्ते सब जायज़ और नाजायज़ भुगतना पड़ता है

कौन हूँ

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

देखता हूँ

अच्छा ग़ौर करूंगा, तलाश करूंगा, अभी सोच रहा हूँ

हवा हूँ

फ़ौरन चल दूं, अभी रवाना हो जाऊं

काम को ऊँ हूँ , खाने को हूँ हूँ

रुक : काम चोर नवाले हाज़िर

काफ़िर हूँ

कुसुम खाने या यक़ीन दिलाने क मौक़ा पर कहते हैं

हाँ हूँ करना

۱۔ इक़बाल करना, इक़रार करना

हाँ हूँ बोलना

जवाब देना , हुंकारा भरना (रुक : हूँ हाँ करना)

मैं कौन हूँ

इसका मतलब मुझे क्या सरोकार, क्या संबंध, मुझे तुझसे कोई संबंध नहीं

मैं पाकिस्तानी हूँ

ii am i am pakistani

चल छाँव में आती हूँ, जुमला पीर मनाती हूँ

ऐसे शख़्स के लिए मुस्तामल जो थोड़ी सी दौलत-ओ-स्रोत पर उतरा जाये

मैं ख़ूब समझता हूँ

۔میرے ذہن میں سب کچھ آتا ہے۔ ؎ میں کی خوصوصیت نہیں اور ضمائر کے ساتھ بھی مستعمل ہے۔

मरता हूँ

आशिक़ हूँ

चल छाँव में आई हूँ, जुमला पीर मनाई हूँ

ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयुक्त जो थोड़ी सी दौलत एवं धन पर इतरा जाए

चल छाँव में आती हूँ, जुमला पीर मनाती हूँ

ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयुक्त जो थोड़ी सी दौलत एवं धन पर इतरा जाए

मैं क्या तेरी पट्टी तले हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

तू हे और मैं हूँ

अब और कोई नहीं, अब ऐसा बदला लूंगा कि तो भी याद करे

आप का क्या लेता हूँ

आप को क्या आपत्ति है, आप का क्या नुक़्सान या हानि होता है, आप को क्यों अप्रिय है

आप ही का खाता हूँ

मेरे पास जो कुछ है वह आप ही का है, आप ही का दिया हुआ है, आप ही की कृपा से मिला है

मुर्दे की गोर पहचानता हूँ

दूसरे के दाओ फ़रेब को अच्छी तरह समझता हूँ

मैं क्या तेरी पट्टी तले की हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

वो और होंगे

वह कोई और लोग होंगे, हम ऐसे नहीं हैं, ये काम हम नहीं करते

हड्डियाँ बहिश्त में हों

(दाये मग़फ़िरत) बहिश्त में जाये, जन्नत नसीब हो

आज मैं हूँ और वो है

पूछ-ताछ और प्रतिकार के प्रयास में कोई कसर न छोड़ूँगा

आज मैं हूँ और तुम हो

पूछ-ताछ और प्रतिकार के प्रयास में कोई कसर न छोड़ूँगा

डंडवत करता हूँ

मुझे क्षमा रखो

चौबे मरें तो बंदर हों, बंदर मरें तो चौबे हों

चौबे मथुरा से बाहर नहीं निकलते और वहाँ बंदर भी बहुत हुए हैं

मानता हूँ

स्वीकार करता हूँ, तुम्हारी होशयारी और तुम्हारी चालाकी स्वीकार करता हूँ, क्या कहना है, क्या बात है

क्या मैं तेरी पट्टी के नीचे पैदा हुई हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

जान-ओ-माल को दु'आ देता हूँ

बुज़ुर्ग को मिज़ाजपुर्सी पर जवाब देते हैं

बारहगुनी लिखती हूँ

(ऐस हो जाए यह ऐसा न हो तो) बारह पापों का दंड सो मेरा दंड, इस बात के हो जने में बारह पापों का अपराध अपने ऊपर लेती हूँ

बारहगुना लिखती हूँ

(ऐसा हो जाए या ऐसा न हो तो) जो बारह अपारधियों के अपराध का दंड वह मेरा दंड, शर्त बाँधती हूँ, शर्त लगाती हूँ, एक-एक के बारह-बारह स्वीकार करती हूँ

कैसा 'इलाज करता हूँ

۔ क़रार वाक़ई सज़ा देने की जगह

सलाम 'अर्ज़ करता हूँ

I was right! you lost! I won (usu. after a dispute or argument)

ऊँहूँ

नहीं (अस्वीकृति के लिए)

आगे जो क़दम रखता हूँ पीछे पड़ता है

छोड़कर जाने को दिल नहीं चाहता

किस शख़्स का मुँह देख के उठा हूँ

जब किसी दिन तकलीफों पर तकलीफें पेश आएं तो कहते हैं यानी सुबह पहले पहल किस मनहूस का मुँह देखा था

किस शख़्स का मुँह देख कर उठा हूँ

जब किसी दिन तकलीफों पर तकलीफें पेश आएं तो कहते हैं यानी सुबह पहले पहल किस मनहूस का मुँह देखा था

आप का नौकर हूँ बैगनों का नौकर नहीं

आप के कथन के समर्थनऔर प्रसन्नता से आशय है झूट-सच से कुछ काम नहीं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में हूँ-हूँ के अर्थदेखिए

हूँ-हूँ

huu.n-huu.nہوں ہوں

वज़्न : 22

English meaning of huu.n-huu.n

Interjection

  • don't
  • keep quiet

Noun, Masculine

  • tumult, uproar

ہوں ہوں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فجائیہ

  • اقرار کرنے کا کلمہ ، ہاں ہاں ، ٹھیک ہے ، اچھا (بالخصوص ٹالنے کے لیے)
  • انکار کا کلمہ ، ناگواری کا اظہار کرنے کے لیے مستعمل ۔
  • تنبیہ کا کلمہ ، کسی بات کو روکنے کا کلمہ
  • ۔۱۔یہ وہ کلمہ ہے جس سے اقرار وانکار دونوں باتیں ثابت ہوتی ہیں۲۔کسی بات کو رکنے کاکلمہ۔

اسم، مؤنث

  • منھ سے نکلنے والی آواز (جب بولنا نہ چاہیں)
  • کہاروں کی آواز سے منسوب ایک پالکی ؛ فینس ، پینس ۔

Urdu meaning of huu.n-huu.n

  • Roman
  • Urdu

  • iqraar karne ka kalima, haa.n haa.n, Thiik hai, achchhaa (bilaKhsuus Taalne ke li.e)
  • inkaar ka kalima, naagavaarii ka izhaar karne ke li.e mustaamal
  • tambiiyaa ka kalima, kisii baat ko rokne ka kalima
  • ۔۱۔ye vo kalima hai jis se iqraar vaankaar dono.n baate.n saabit hotii hain२।kisii baat ko rukne ka kalima
  • mu.nh se nikalne vaalii aavaaz (jab bolnaa na chaahen)
  • kahaaro.n kii aavaaz se mansuub ek paalakii ; phains, pains

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हूँ

अनुमोदन, समर्थन या स्वीकृति का सूचक शब्द।

हूँ-हाँ

इकरार, स्वीकृति

हूँ-हूँ

don't

हूँ-आँ

किसी बात को स्वीकार करने का वाक्य, स्वीकारोक्ति का एक शब्द

हूँ कहना

(उमूमन नख़रे से) ग़ैर वाज़िह जवाब देना, हुंकारा भरना

हूँ करना

۔۱۔ज़बान से हाँ कहना। रजामंदी ज़ाहिर करना२।टोकना। रोकना

हूँ सो हूँ

जैसा भी हूँ, जो भी हूँ, किसी को क्या ग़रज़ (कुछ के साथ मुस्तामल)

होंगे

जमा मुतकल्लिम और जमा ग़ायब के साथ ज़माना-ए-मुस्तक़बिल ज़ाहिर करने के लिए मुस्तामल नीज़ माज़ी एहतिमाली के लिए नीज़ शायद हूँ, हमें क्या (बेदिली या रक़ाबत से कहते हैं)

हूँ न हाँ

न स्वीकारोक्ति और न ही इनकार

हूँ निकलना

बोल पाना, कुछ कहना, मुँह से कोई कलमा-ए-एतराज़ निकलना, नागवारी ज़ाहिर करना

हूँ हूँ करना

۔हाँ हाँ करना। मुँह से हूँ हूँ की आवाज़ निकलना। २। टालना।टाल मटोल करना३। रोकना। टोकना

हूँ हाँ करना

promise

हूँ कराना

हाँ करना, स्वीकार करना, सहमति दिलवाना

हूँ न करना

दम ना मारना, मजाल ना होना, किसी के सामने बोल ना पाना, जुंबिश ना करना, लब ना हिलाना

हों न हों

यक़ीनन

हूँ कहलवाना

किसी बात के लिए मनाना, सहमति हासिल करना

हूँ हाँ न करना

बिल्कुल न बोलना, एक दम छुप रहना, चूँ चिरा न करना

हूँ से तूँ करना

۱۔ हाँ से नाँ करना, मर्ज़ी के ख़िलाफ़ जवाब देना, इनकार करना, एतराज़ करना

हूँ से चूँ करना

रुक : होन से तूं करना

हों तो ऐसे हों

किसी की तारीफ़ के मौके़ पर कहते हैं

हाँ-हूँ

स्वीकृति के सूचक शब्द हूँ, हाँ

होंगे पूत तो पूजेंगे भूत

कुछ नफ़ा हो तो ख़िदमत भी करें वर्ना क्या ज़रूरत, अपनी ग़रज़ के लिए सब कुछ करना पड़ता है, औलाद की उम्मीद पर भूत प्रेत की प्रसतिश भी मंज़ूर है, औलाद के वास्ते सब जायज़ और नाजायज़ भुगतना पड़ता है

कौन हूँ

کیا لگتا ہے ، کیا رشتہ ہے ، کیا تعلق ہے (واسطے ، حیثیت اور رشتہ کی حقیقت معلوم کرنے کے لیے).

देखता हूँ

अच्छा ग़ौर करूंगा, तलाश करूंगा, अभी सोच रहा हूँ

हवा हूँ

फ़ौरन चल दूं, अभी रवाना हो जाऊं

काम को ऊँ हूँ , खाने को हूँ हूँ

रुक : काम चोर नवाले हाज़िर

काफ़िर हूँ

कुसुम खाने या यक़ीन दिलाने क मौक़ा पर कहते हैं

हाँ हूँ करना

۱۔ इक़बाल करना, इक़रार करना

हाँ हूँ बोलना

जवाब देना , हुंकारा भरना (रुक : हूँ हाँ करना)

मैं कौन हूँ

इसका मतलब मुझे क्या सरोकार, क्या संबंध, मुझे तुझसे कोई संबंध नहीं

मैं पाकिस्तानी हूँ

ii am i am pakistani

चल छाँव में आती हूँ, जुमला पीर मनाती हूँ

ऐसे शख़्स के लिए मुस्तामल जो थोड़ी सी दौलत-ओ-स्रोत पर उतरा जाये

मैं ख़ूब समझता हूँ

۔میرے ذہن میں سب کچھ آتا ہے۔ ؎ میں کی خوصوصیت نہیں اور ضمائر کے ساتھ بھی مستعمل ہے۔

मरता हूँ

आशिक़ हूँ

चल छाँव में आई हूँ, जुमला पीर मनाई हूँ

ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयुक्त जो थोड़ी सी दौलत एवं धन पर इतरा जाए

चल छाँव में आती हूँ, जुमला पीर मनाती हूँ

ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयुक्त जो थोड़ी सी दौलत एवं धन पर इतरा जाए

मैं क्या तेरी पट्टी तले हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

तू हे और मैं हूँ

अब और कोई नहीं, अब ऐसा बदला लूंगा कि तो भी याद करे

आप का क्या लेता हूँ

आप को क्या आपत्ति है, आप का क्या नुक़्सान या हानि होता है, आप को क्यों अप्रिय है

आप ही का खाता हूँ

मेरे पास जो कुछ है वह आप ही का है, आप ही का दिया हुआ है, आप ही की कृपा से मिला है

मुर्दे की गोर पहचानता हूँ

दूसरे के दाओ फ़रेब को अच्छी तरह समझता हूँ

मैं क्या तेरी पट्टी तले की हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

वो और होंगे

वह कोई और लोग होंगे, हम ऐसे नहीं हैं, ये काम हम नहीं करते

हड्डियाँ बहिश्त में हों

(दाये मग़फ़िरत) बहिश्त में जाये, जन्नत नसीब हो

आज मैं हूँ और वो है

पूछ-ताछ और प्रतिकार के प्रयास में कोई कसर न छोड़ूँगा

आज मैं हूँ और तुम हो

पूछ-ताछ और प्रतिकार के प्रयास में कोई कसर न छोड़ूँगा

डंडवत करता हूँ

मुझे क्षमा रखो

चौबे मरें तो बंदर हों, बंदर मरें तो चौबे हों

चौबे मथुरा से बाहर नहीं निकलते और वहाँ बंदर भी बहुत हुए हैं

मानता हूँ

स्वीकार करता हूँ, तुम्हारी होशयारी और तुम्हारी चालाकी स्वीकार करता हूँ, क्या कहना है, क्या बात है

क्या मैं तेरी पट्टी के नीचे पैदा हुई हूँ

मैं तुझ से लघुतर नहीं हूँ कि दब जाऊँ

जान-ओ-माल को दु'आ देता हूँ

बुज़ुर्ग को मिज़ाजपुर्सी पर जवाब देते हैं

बारहगुनी लिखती हूँ

(ऐस हो जाए यह ऐसा न हो तो) बारह पापों का दंड सो मेरा दंड, इस बात के हो जने में बारह पापों का अपराध अपने ऊपर लेती हूँ

बारहगुना लिखती हूँ

(ऐसा हो जाए या ऐसा न हो तो) जो बारह अपारधियों के अपराध का दंड वह मेरा दंड, शर्त बाँधती हूँ, शर्त लगाती हूँ, एक-एक के बारह-बारह स्वीकार करती हूँ

कैसा 'इलाज करता हूँ

۔ क़रार वाक़ई सज़ा देने की जगह

सलाम 'अर्ज़ करता हूँ

I was right! you lost! I won (usu. after a dispute or argument)

ऊँहूँ

नहीं (अस्वीकृति के लिए)

आगे जो क़दम रखता हूँ पीछे पड़ता है

छोड़कर जाने को दिल नहीं चाहता

किस शख़्स का मुँह देख के उठा हूँ

जब किसी दिन तकलीफों पर तकलीफें पेश आएं तो कहते हैं यानी सुबह पहले पहल किस मनहूस का मुँह देखा था

किस शख़्स का मुँह देख कर उठा हूँ

जब किसी दिन तकलीफों पर तकलीफें पेश आएं तो कहते हैं यानी सुबह पहले पहल किस मनहूस का मुँह देखा था

आप का नौकर हूँ बैगनों का नौकर नहीं

आप के कथन के समर्थनऔर प्रसन्नता से आशय है झूट-सच से कुछ काम नहीं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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