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"गोश्त खाए गोश्त बढ़े , घी खाए बल होए , साग खाए ओझ बढ़े तो बल कहाँ से होए" शब्द से संबंधित परिणाम

घी

दक्षिण एशिया देशों में मक्खन को आग पर पका कर तैयार गया चिकना पदार्थ, नार्म, मुलाइम

ग़ीं

नशा करने वालों की वह घमंडी आवाज़ जो नशे की तरंग में निकलती है, बेहोशी की हालत में निकली हुई ग़ुनूदगी की आवाज़

ग़ौ

हँगामा, शोर-गुल, चीख़, कड़क

ग़ाई

मक़सदी इंतिहाई, आख़िरी, असली, हक़ीक़ी

घी सा

घी जैसा, अर्थात : नर्म, कोमल

घी छोड़ना

सालन आदि भूनते समय घी का मसालों से अलग होकर दिखाई देना

घी चुपड़ना

रोटी पर या और किसी चीज़ पर घी लगाना, रोटी, टिकियाँ आदि पर घी मलना, फेरना या फैला कर लगाना

घी कड़कड़ाना

घी दाग़ करना, घी से बघार करना

घी के दिये

(رک) گھی کے چراغ .

घी दाग़ करना

۔ घी कर॒करड़ना। घी का डोरा। देखो डोरा देना

घी कहाँ गया खिचड़ी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी कहाँ गया खिचड़ी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी निकलना

मक्खन या मस्का का गर्म हो कर घी बनना

घी खिचड़ी लाना

ज़चगी के मौक़े पर ननिहाल वालों का छट्टी में घी और खिचड़ी लाना

घी खिचड़ी करना

शेर-ओ-शुक्र करना, मख़लूत करना, यक-जान दो क़ालिब करना

घी की दूकान

वह दुकान जहाँ घी बिके

घी खिचड़ी होना

۔(ओ) कनाएन। शेर-ओ-शकुरन होना। घुल मिल जाना

घी खावत बल तन में आवे, घी आँखन की जोत बधावे

घी खाने से शरीर में बल आता है और आँखों की ज्योति बढ़ती है

घी उठाना

किसी व्यंजन आदि में घी का सेवन करना, घी को अवशोषित करना, सोखना

घी के डले

(संकेतात्मक) सफ़ेद शल्जम (दिल्ली आदि में कुंजड़ों (सब्ज़ी विक्रेता) आदि की आवाज़)

घी खिचड़ी में दा'वा है

यह कहावत उस के संबंध में कहते हैं जिसे बहुत कुछ मिल जाए फिर भी अधिक का दावा करे, घर की स्वामित्व चाहते हैं

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी के घड़े ढलकना

रुक : घी के कुप्पे लनढना

घी संवारे काम, बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी का डोरा

पिघले हुए घी की तैरती हुई चिकनाई, घी का तार

घी सँवारे सालन बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी सँवारे सालना बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी शकर होना

घुल-मिल जाना, एक-दूसरे से जुड़ जाना, आपस में बहुत मेल-जोल होना, घुल-मिल जाना

घी सँवरे सालना और बड़ी बहू का नाम

काम कोई करे और नाम किसी का हो तो कहते हैं

घी निकालना

۔ مسکہ سے گھی نکالنا۔

घी सँवारे सालन को और बड़ी बहू का नाव

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी के चराग़ रौशन करना

रुक : घी के चिराग़ जलाना

घी-वाला

घी या तेल विक्रेता

घी का लड्डू टेढ़ा भी भला

अगर ज़्यादा फ़ायदा हो तो मामूली नुक़्सान में भी बराई नहीं होता

घी सँवारे सालन को और बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी के जलना

मुराद पूरी होना , मतलब-ए-हासिल होना

घी का कुप्पा लुँडना

किसी मालदार या हाकिम का मर जाना

घी भी खाओ और पगड़ी भी रखो

अच्छे खाने में ख़र्च करो मगर इतना कि पहनने के लिए भी बचे और सम्मान भी बना रहे

घी-हेंडी

(گھوسی) گھی رکھنے کی ہنڈیا یا برتن .

घी के चराग़ जलाना

۔(ओ) किसी की जब कोई मुराद हासिल होतीहे तो चराग़ों में तेल की जगह घी डाल कर बुज़्रगान-ए-दीन - की दरगाहों और मज़ारों पर रोशन कृत्यें। किसी आरज़ू या मुराद पूरी होने पर कमाल ख़ुशी मनाना।

घी के चराग़ जलना

۔लॉज़।

घी मसाला काम करे और बड़ी बहू का नाम हो

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी मसाला काम करे और बड़ी बहू का नाम करे

رک : گھی سنوارے سالن کو الخ .

घी के दिए जलाना

रुक : घी के चिराग़ जलाना, ख़ुशी मनाना, जश्न मनाना

घी कहाँ गया खिचरी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी के से घूँट आते हैं

बहुत घी पड़ा हुआ है, घी की बोहतात व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त

घी की मंडी

वह मंडी जहाँ सिर्फ़ घी बिक्री हो

घी गिर पड़ा मुझे रुखी भाती है

۔مثل۔ (عو) اپنی مجبوری اور شرمندگی چھپانے کے موقع پر بولتی ہیں جیسے اَخ تھو کھٹسے ہوتے ہیں۔

घी-चुपड़ी

घी लगी हुई, अर्थात: अच्छा खाना (रूखी-सूखी के विपरीत)

घी-कांदू

عمدہ چاول کی ایک قسم یا نوع .

घी का निवाला खिलाना

प्यार करना, महत्व समझना, चाव से पालना

घी का गप्पा लुँढना

किसी अहम शख़्सियत या बड़े दौलतमंद का वफ़ात पाना, ख़ुसूसन बादशाह का मर जाना

घी का कप्पा लुँढना

किसी अहम शख़्सियत या बड़े दौलतमंद का वफ़ात पाना, ख़ुसूसन बादशाह का मर जाना

घी गिर पड़ा, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

घी-खिचड़ी

प्रतीकात्मक: दूध-चीनी, घनिष्ट मित्र, घुले-मिले

घर

मनुष्यों के रहने का स्थान जी दीवार आदि से घेरकर बनाया जाता है, किसी परिवार का निवास-स्थान, निवासस्थान, आवास, मकान

घी गिर पड़ा तो उबाली सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी सीधी उँगलियों नहीं निकलता

نرمی سے کام نہیں چلتا ، سختی کیے بغیر کوئی بات نہیں بنتی .

घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी के कुप्पे से जा लगना

۔(दिल्ली) हिंदू। किसी मालदार के पास रसाई होजाना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में गोश्त खाए गोश्त बढ़े , घी खाए बल होए , साग खाए ओझ बढ़े तो बल कहाँ से होए के अर्थदेखिए

गोश्त खाए गोश्त बढ़े , घी खाए बल होए , साग खाए ओझ बढ़े तो बल कहाँ से होए

gosht khaa.e gosht ba.Dhe , ghii khaa.e bal ho.e , saag khaa.e ojh ba.Dhe to bal kahaa.n se ho.eگوشْت کھائے گوشْت بَڑھے ، گھی کھائے بَل ہوئے ، ساگ کھائے اوجھ بڑھے تو بَل کہاں سے ہوئے

कहावत

गोश्त खाए गोश्त बढ़े , घी खाए बल होए , साग खाए ओझ बढ़े तो बल कहाँ से होए के हिंदी अर्थ

  • गोश्त खाने से आदमी मोटा होता है, घी खाने से ताक़त आती है, सबज़ीयां खाने से पेट बढ़ता है मगर ताक़त नहीं अति

گوشْت کھائے گوشْت بَڑھے ، گھی کھائے بَل ہوئے ، ساگ کھائے اوجھ بڑھے تو بَل کہاں سے ہوئے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • گوشت کھانے سے آدمی موٹا ہوتا ہے ، گھی کھانے سے طاقت آتی ہے ، سبزیاں کھانے سے پیٹ بڑھتا ہے مگر طاقت نہیں اتی

Urdu meaning of gosht khaa.e gosht ba.Dhe , ghii khaa.e bal ho.e , saag khaa.e ojh ba.Dhe to bal kahaa.n se ho.e

  • Roman
  • Urdu

  • gosht khaane se aadamii moTaa hotaa hai, ghii khaane se taaqat aatii hai, sabziiyaa.n khaane se peT ba.Dhtaa hai magar taaqat nahii.n ati

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घी

दक्षिण एशिया देशों में मक्खन को आग पर पका कर तैयार गया चिकना पदार्थ, नार्म, मुलाइम

ग़ीं

नशा करने वालों की वह घमंडी आवाज़ जो नशे की तरंग में निकलती है, बेहोशी की हालत में निकली हुई ग़ुनूदगी की आवाज़

ग़ौ

हँगामा, शोर-गुल, चीख़, कड़क

ग़ाई

मक़सदी इंतिहाई, आख़िरी, असली, हक़ीक़ी

घी सा

घी जैसा, अर्थात : नर्म, कोमल

घी छोड़ना

सालन आदि भूनते समय घी का मसालों से अलग होकर दिखाई देना

घी चुपड़ना

रोटी पर या और किसी चीज़ पर घी लगाना, रोटी, टिकियाँ आदि पर घी मलना, फेरना या फैला कर लगाना

घी कड़कड़ाना

घी दाग़ करना, घी से बघार करना

घी के दिये

(رک) گھی کے چراغ .

घी दाग़ करना

۔ घी कर॒करड़ना। घी का डोरा। देखो डोरा देना

घी कहाँ गया खिचड़ी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी कहाँ गया खिचड़ी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी निकलना

मक्खन या मस्का का गर्म हो कर घी बनना

घी खिचड़ी लाना

ज़चगी के मौक़े पर ननिहाल वालों का छट्टी में घी और खिचड़ी लाना

घी खिचड़ी करना

शेर-ओ-शुक्र करना, मख़लूत करना, यक-जान दो क़ालिब करना

घी की दूकान

वह दुकान जहाँ घी बिके

घी खिचड़ी होना

۔(ओ) कनाएन। शेर-ओ-शकुरन होना। घुल मिल जाना

घी खावत बल तन में आवे, घी आँखन की जोत बधावे

घी खाने से शरीर में बल आता है और आँखों की ज्योति बढ़ती है

घी उठाना

किसी व्यंजन आदि में घी का सेवन करना, घी को अवशोषित करना, सोखना

घी के डले

(संकेतात्मक) सफ़ेद शल्जम (दिल्ली आदि में कुंजड़ों (सब्ज़ी विक्रेता) आदि की आवाज़)

घी खिचड़ी में दा'वा है

यह कहावत उस के संबंध में कहते हैं जिसे बहुत कुछ मिल जाए फिर भी अधिक का दावा करे, घर की स्वामित्व चाहते हैं

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी के घड़े ढलकना

रुक : घी के कुप्पे लनढना

घी संवारे काम, बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी का डोरा

पिघले हुए घी की तैरती हुई चिकनाई, घी का तार

घी सँवारे सालन बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी सँवारे सालना बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी शकर होना

घुल-मिल जाना, एक-दूसरे से जुड़ जाना, आपस में बहुत मेल-जोल होना, घुल-मिल जाना

घी सँवरे सालना और बड़ी बहू का नाम

काम कोई करे और नाम किसी का हो तो कहते हैं

घी निकालना

۔ مسکہ سے گھی نکالنا۔

घी सँवारे सालन को और बड़ी बहू का नाव

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी के चराग़ रौशन करना

रुक : घी के चिराग़ जलाना

घी-वाला

घी या तेल विक्रेता

घी का लड्डू टेढ़ा भी भला

अगर ज़्यादा फ़ायदा हो तो मामूली नुक़्सान में भी बराई नहीं होता

घी सँवारे सालन को और बड़ी बहू का नाम

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी के जलना

मुराद पूरी होना , मतलब-ए-हासिल होना

घी का कुप्पा लुँडना

किसी मालदार या हाकिम का मर जाना

घी भी खाओ और पगड़ी भी रखो

अच्छे खाने में ख़र्च करो मगर इतना कि पहनने के लिए भी बचे और सम्मान भी बना रहे

घी-हेंडी

(گھوسی) گھی رکھنے کی ہنڈیا یا برتن .

घी के चराग़ जलाना

۔(ओ) किसी की जब कोई मुराद हासिल होतीहे तो चराग़ों में तेल की जगह घी डाल कर बुज़्रगान-ए-दीन - की दरगाहों और मज़ारों पर रोशन कृत्यें। किसी आरज़ू या मुराद पूरी होने पर कमाल ख़ुशी मनाना।

घी के चराग़ जलना

۔लॉज़।

घी मसाला काम करे और बड़ी बहू का नाम हो

काम किसी का और नाम किसी का, काम कोई करे नाम कोई पाए

घी मसाला काम करे और बड़ी बहू का नाम करे

رک : گھی سنوارے سالن کو الخ .

घी के दिए जलाना

रुक : घी के चिराग़ जलाना, ख़ुशी मनाना, जश्न मनाना

घी कहाँ गया खिचरी में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

घी के से घूँट आते हैं

बहुत घी पड़ा हुआ है, घी की बोहतात व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त

घी की मंडी

वह मंडी जहाँ सिर्फ़ घी बिक्री हो

घी गिर पड़ा मुझे रुखी भाती है

۔مثل۔ (عو) اپنی مجبوری اور شرمندگی چھپانے کے موقع پر بولتی ہیں جیسے اَخ تھو کھٹسے ہوتے ہیں۔

घी-चुपड़ी

घी लगी हुई, अर्थात: अच्छा खाना (रूखी-सूखी के विपरीत)

घी-कांदू

عمدہ چاول کی ایک قسم یا نوع .

घी का निवाला खिलाना

प्यार करना, महत्व समझना, चाव से पालना

घी का गप्पा लुँढना

किसी अहम शख़्सियत या बड़े दौलतमंद का वफ़ात पाना, ख़ुसूसन बादशाह का मर जाना

घी का कप्पा लुँढना

किसी अहम शख़्सियत या बड़े दौलतमंद का वफ़ात पाना, ख़ुसूसन बादशाह का मर जाना

घी गिर पड़ा, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

घी-खिचड़ी

प्रतीकात्मक: दूध-चीनी, घनिष्ट मित्र, घुले-मिले

घर

मनुष्यों के रहने का स्थान जी दीवार आदि से घेरकर बनाया जाता है, किसी परिवार का निवास-स्थान, निवासस्थान, आवास, मकान

घी गिर पड़ा तो उबाली सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी सीधी उँगलियों नहीं निकलता

نرمی سے کام نہیں چلتا ، سختی کیے بغیر کوئی بات نہیں بنتی .

घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी के कुप्पे से जा लगना

۔(दिल्ली) हिंदू। किसी मालदार के पास रसाई होजाना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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