खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में" शब्द से संबंधित परिणाम

ख़ून मुँह को लग गया

۔مزہ پڑ گیا۔

लहू मुँह को लग गया

मज़ा पड़ गया, लालच लग जाना

मुँह को ज़हर लग जाना

ज़हर खाने की आदत हो जाना

जान को आल लग गया

जान के लिए मुसीबत है, सख़्त मुश्किल में जान फन है

मुँह को कालिक लग जाना

bring disgrace upon, slander

मुँह को लहू लग जाना

۔۱۔شکار مار کھانے کا چسکا پڑجانا۔ خون کی چاٹ لگنا۔ ۲۔(کنایۃً) حرام خوری یارشوت ستانی کا مزہ پڑجانا۔

मुँह को ख़ून लगना

घुसखोरी करना, रिश्वत की आदत पड़ जाना, मुफ़ का माल खाने की आदत बन जाना

ख़ून मुँह को लगना

लत लग जाना, मज़ा पड़ जाना, किसी काम का चस्का पड़ना

मुँह को ख़ून लगना

आदत पड़ जाना, चोरी या रिश्वत वग़ैरा का आदी होजाना, किसी दरिंदे का पहली बार शिकार करना , खाने का मज़ा पड़ जाना

मुँह को सात तवों की कालक लग जाना

۔ دیکھو سات تووں کی کالک۔

सात तवों की कालक मुँह को लग जाना

हद दर्जा रुसवाई होना, बहुत ज़लील होना

लग गई जब, लाज कहाँ

जब आँख लड़ जाती है तो श्रम लिहाज़ कम रहता है

लाग गई तब लाज कहाँ है

जब दिल किसी पर आजाता है तो श्रम-ओ-हया का लिहाज़ कम रहता है

लाग गई तो लाज कहाँ है

जब दिल किसी पर आजाता है तो श्रम-ओ-हया का लिहाज़ कम रहता है

दौलत के पाँव लग गए

दौलत जलद ख़र्च हो गई, धन शीघ्र ही व्यय हो गया

किराए का टट्टू लग गया मद्दू

पैसा भी खर्चा तकलीफ़ भी उठाई

दौलत के पर लग गए

दौलत जलद ख़र्च हो गई, धन शीघ्र ही व्यय हो गया

किराया का टट्टू लग गया मद्दू

पैसा भी खर्च किया और कष्ट भी सहा

आख़िर को आग को लग गई घर के चराग़ से

آخر اپنے ہاتھ سے اپنا نقصان ہوا

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

दाना उड़ के मुँह में नहीं गया

भोजन सामग्री से वंचित है, भोजन नहीं मिला

झूटे घर को घर कहें और साँचे घर को गोर , हम चलें घर आपने और लोग मचावें शोर

असल घर तो क़ब्र है, आदमी मर जाता है तो लोग ख़्वाहमख़्वाह शोर मचाते हैं उस वक़्त तो इंसान अपने असली घर को जाता है

मुँह का निवाला मुँह में , हाथ का हाथ में रह गया

staggered, aghast, taken aback, stunned

मुँह का मुँह में, हाथ का हाथ में निवाला रह गया

सुनते ही होश उड़ गए, आश्चर्य का मोहौल छा गया

मुँह का मुँह में हाथ का हाथ में निवाला रह गया

۔جب کوئی شخص کھانا کھاتے ہیں کسی صدمہ کی خبر سن کر فوراً کھانا چھوڑ دے۔ وہاں بولتے ہیں یعنی خبر سنتے ہی حیرت کا عالم چھاگیا۔

मेहर गई मोहब्बत गई गए नान और पान, हुक़्क़े से मुँह झुलस के विदा' किया मेहमान

मेहमान का आदर सम्मान कुछ नहीं किया, केवल बातों में टाल दिया

मुँह ले के रह गया

۔ دیکھو اپنا مُنھ۔ مُنھ مارا ہے۔ (عو) اس شخص کی نسبت کہتی ہیں جو اکثر لذیذ چیزوں کے کھانے سے انکار کرے۔

वो दिन गए कि ख़लील ख़ाँ फ़ाख़्ता मारा करते थे

भाग्यशाली का ज़माना गुज़र गया, वह दिन नही रहे, वह युग नही रहा

ख़ून का मेंह

बेहद ख़ून, बहुत ज़्यादा मार काट

ख़ून का मेंह बरसना

बहुत ख़ूँरेज़ी होना, बहुत किशत-ओ-ख़ून होना

मुँह की कहन

ज़बान से कही हुई बात, मुँह से निकला हुआ बात, किसी का कथन

चली चली कहाँ गई सौत के पीहर

दुश्मनों से नेकी की उम्मीद रखना

ख़ून का मिंह बरसना

۔(کنایۃً) بہت خونریزی ہونا۔ ؎

पुलाव की रिकाबी कहीं नहीं गई

nothing is lost, luxurious life is still there

हरी खेती गाभन गाए तब ही जाने कि मुँह में आए

रुक : हरी खेती गया भिन्न गाय मुँह पड़े तब अलख

बीस पचीस के अंदर में जो पूत सपूत हुआ सो हुआ, मात पिता मुकनारन को जो गया न गया सो कहीं न गया

बीस पचीस वर्ष की आयु तक लड़का अच्छा बन सकता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में के अर्थदेखिए

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

ghii kahaa.n gayaa khich.Dii me.n, khich.Dii kahaa.n ga.ii pyaaro.n ke peT me.nگھی کہاں گیا کھچڑی میں، کھچڑی کہاں گئی پیاروں کے پیٹ میں

अथवा : घी कहाँ गया खिचड़ी में, घी कहाँ गया खिचड़ी में, घी कहाँ गया खिचरी में

कहावत

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में के हिंदी अर्थ

  • जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता
  • जब हानि या ख़र्च से अपनों को लाभ पहुँचे उस समय कहते हैं
  • ऐसे हानि का कोई पछतावा नहीं होता जिस से अपनों को लाभ हो
  • ऐसी स्त्री के लिए कहा गया है जिसका पर-पुरुष से प्रेम हो और जो उसे घर का माल-टाल खिलाती रहती हो

English meaning of ghii kahaa.n gayaa khich.Dii me.n, khich.Dii kahaa.n ga.ii pyaaro.n ke peT me.n

  • money spent on self or family is well spent

گھی کہاں گیا کھچڑی میں، کھچڑی کہاں گئی پیاروں کے پیٹ میں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جب نقصان یا خرچ سے اپنوں کو فائدہ پہنچے اس وقت کہتے ہیں
  • ایسے نقصان کا کوئی افسوس نہیں ہوتا جس سے اپنوں کو فائدہ پہنچے
  • جو مال اپنی ذات پر یا یگانوں پر خرچ ہو جائے یا جو دولت کسی اپنے ہی کام میں صرف ہو اس کا ملال نہیں ہوتا
  • ایسی عورت کے لئے کہا گیا ہے جس کا غیر مرد سے تعلق ہو اور جو اسے مال ٹال کھلاتی رہتی ہو

    مثال برس پورا ہونے آیا، بی بی کے نام زبانی ہبہ کر دیا، گھی کہاں گیا کھچڑی میں...زکوۃ کا وقت آیا پھر اپنے نام ہبہ کرا لیا.(۱۸۷۷، توبۃ النصوح، ۴۳) بیس روپیہ سیکڑھ خردبرد ہو جائے کچھ پروا نہیں گھی کہاں گیا کھچڑی میں.(۱۹۰۹، صلائے عام، مارچ، ۳۲)

Urdu meaning of ghii kahaa.n gayaa khich.Dii me.n, khich.Dii kahaa.n ga.ii pyaaro.n ke peT me.n

  • Roman
  • Urdu

  • jab nuqsaan ya Kharch se apno.n ko faaydaa pahunche us vaqt kahte hai.n
  • a.ise nuqsaan ka ko.ii afsos nahii.n hotaa jis se apno.n ko faaydaa pahunche
  • jo maal apnii zaat par ya yagaa.no.n par Kharch ho jaaye ya jo daulat kisii apne hii kaam me.n sirf ho is ka malaal nahii.n hotaa
  • a.isii aurat ke li.e kahaa gayaa hai jis ka Gair mard se taalluq ho aur jo use maal Taal khilaatii rahtii ho

खोजे गए शब्द से संबंधित

ख़ून मुँह को लग गया

۔مزہ پڑ گیا۔

लहू मुँह को लग गया

मज़ा पड़ गया, लालच लग जाना

मुँह को ज़हर लग जाना

ज़हर खाने की आदत हो जाना

जान को आल लग गया

जान के लिए मुसीबत है, सख़्त मुश्किल में जान फन है

मुँह को कालिक लग जाना

bring disgrace upon, slander

मुँह को लहू लग जाना

۔۱۔شکار مار کھانے کا چسکا پڑجانا۔ خون کی چاٹ لگنا۔ ۲۔(کنایۃً) حرام خوری یارشوت ستانی کا مزہ پڑجانا۔

मुँह को ख़ून लगना

घुसखोरी करना, रिश्वत की आदत पड़ जाना, मुफ़ का माल खाने की आदत बन जाना

ख़ून मुँह को लगना

लत लग जाना, मज़ा पड़ जाना, किसी काम का चस्का पड़ना

मुँह को ख़ून लगना

आदत पड़ जाना, चोरी या रिश्वत वग़ैरा का आदी होजाना, किसी दरिंदे का पहली बार शिकार करना , खाने का मज़ा पड़ जाना

मुँह को सात तवों की कालक लग जाना

۔ دیکھو سات تووں کی کالک۔

सात तवों की कालक मुँह को लग जाना

हद दर्जा रुसवाई होना, बहुत ज़लील होना

लग गई जब, लाज कहाँ

जब आँख लड़ जाती है तो श्रम लिहाज़ कम रहता है

लाग गई तब लाज कहाँ है

जब दिल किसी पर आजाता है तो श्रम-ओ-हया का लिहाज़ कम रहता है

लाग गई तो लाज कहाँ है

जब दिल किसी पर आजाता है तो श्रम-ओ-हया का लिहाज़ कम रहता है

दौलत के पाँव लग गए

दौलत जलद ख़र्च हो गई, धन शीघ्र ही व्यय हो गया

किराए का टट्टू लग गया मद्दू

पैसा भी खर्चा तकलीफ़ भी उठाई

दौलत के पर लग गए

दौलत जलद ख़र्च हो गई, धन शीघ्र ही व्यय हो गया

किराया का टट्टू लग गया मद्दू

पैसा भी खर्च किया और कष्ट भी सहा

आख़िर को आग को लग गई घर के चराग़ से

آخر اپنے ہاتھ سے اپنا نقصان ہوا

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

जो माल अपने या अपनों के ऊपर ख़र्च हो जाए या जो धन किसी अपने ही काम में प्रयोग हो उस का दुख नहीं होता

दाना उड़ के मुँह में नहीं गया

भोजन सामग्री से वंचित है, भोजन नहीं मिला

झूटे घर को घर कहें और साँचे घर को गोर , हम चलें घर आपने और लोग मचावें शोर

असल घर तो क़ब्र है, आदमी मर जाता है तो लोग ख़्वाहमख़्वाह शोर मचाते हैं उस वक़्त तो इंसान अपने असली घर को जाता है

मुँह का निवाला मुँह में , हाथ का हाथ में रह गया

staggered, aghast, taken aback, stunned

मुँह का मुँह में, हाथ का हाथ में निवाला रह गया

सुनते ही होश उड़ गए, आश्चर्य का मोहौल छा गया

मुँह का मुँह में हाथ का हाथ में निवाला रह गया

۔جب کوئی شخص کھانا کھاتے ہیں کسی صدمہ کی خبر سن کر فوراً کھانا چھوڑ دے۔ وہاں بولتے ہیں یعنی خبر سنتے ہی حیرت کا عالم چھاگیا۔

मेहर गई मोहब्बत गई गए नान और पान, हुक़्क़े से मुँह झुलस के विदा' किया मेहमान

मेहमान का आदर सम्मान कुछ नहीं किया, केवल बातों में टाल दिया

मुँह ले के रह गया

۔ دیکھو اپنا مُنھ۔ مُنھ مارا ہے۔ (عو) اس شخص کی نسبت کہتی ہیں جو اکثر لذیذ چیزوں کے کھانے سے انکار کرے۔

वो दिन गए कि ख़लील ख़ाँ फ़ाख़्ता मारा करते थे

भाग्यशाली का ज़माना गुज़र गया, वह दिन नही रहे, वह युग नही रहा

ख़ून का मेंह

बेहद ख़ून, बहुत ज़्यादा मार काट

ख़ून का मेंह बरसना

बहुत ख़ूँरेज़ी होना, बहुत किशत-ओ-ख़ून होना

मुँह की कहन

ज़बान से कही हुई बात, मुँह से निकला हुआ बात, किसी का कथन

चली चली कहाँ गई सौत के पीहर

दुश्मनों से नेकी की उम्मीद रखना

ख़ून का मिंह बरसना

۔(کنایۃً) بہت خونریزی ہونا۔ ؎

पुलाव की रिकाबी कहीं नहीं गई

nothing is lost, luxurious life is still there

हरी खेती गाभन गाए तब ही जाने कि मुँह में आए

रुक : हरी खेती गया भिन्न गाय मुँह पड़े तब अलख

बीस पचीस के अंदर में जो पूत सपूत हुआ सो हुआ, मात पिता मुकनारन को जो गया न गया सो कहीं न गया

बीस पचीस वर्ष की आयु तक लड़का अच्छा बन सकता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

घी कहाँ गया खिचड़ी में, खिचड़ी कहाँ गई प्यारों के पेट में

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone