खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे" शब्द से संबंधित परिणाम

फ़ाज़िल

श्रेष्ठ, श्रेष्ठतर, वरिष्ठ, विद्वान, पंडित

फ़ाज़िल-बाक़ी

बचे हुए पैसे, अतिरिक्त, शेष, अवशिष्ट

फ़ाज़िल-तर

फ़ाज़िल-तीनत

फ़ाज़िल होना

फ़ाज़िल-बाक़ी निकलना

फ़ाज़िल-ए-अजल

फ़ाज़िल निकलना

हिसाब से बढना, ज़्यादा निकलना

फ़ाज़िल बाक़ी निकालना

खाते में प्राप्त राशि को जोड़ना, वृद्धि या कमी की गणना करना और कमी बेशी या लेना देना निकलना

फ़ाज़िला

फ़ाज़िल निकालना

फ़ाज़िलाना

फ़ाज़िलात

वह पानी जो सेलाब की वजह से नहर से बाहर निकले

फ़ुज़ूल

जो किसी काम का न हो, व्यर्थ, निरर्थक

फ़ज़्ल

मेहरबानी, कृपा, करम

फ़ज़ाइल

अच्छाइयां, नेकियाँ, खूबियाँ

फ़ुज़्ज़ाल

मौलवी-फ़ाज़िल

अरबी विज्ञान की तीसरी और आख़िरी डिग्री और सर्टिफ़िकेट

'आलिम-फ़ाज़िल

विद्वान, निष्णात, जानने वाला, बहुत पढ़ा लिखा आदमी

मुंशी-फ़ाज़िल

मद्द-ए-फ़ाज़िल

फ़ालतू मद, व्यर्थ, निष्प्रयोजन, प्रतीकात्मक: अतिरिक्त और व्यर्थ चीज़, निकम्मा

ज़र-ए-फ़ाज़िल

अतिरिक्त धन, फ़ालतू रुपया, लेने या देने से अधिक रुपया, अधिशेष धन

नौम-ए-फ़ाज़िल

गहरी नींद, रात की गहिरी नींद, निश्चित्ता की नींद

पढ़ा न लिखा नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

अनुचित नाम, नाम बड़ा और करतूत ख़राब

लिखे न पढ़े नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

जो पढ़ा-लिखा न हो लेकिन अपनी श्रेष्ठता का दावा करे

पढ़े न लिखे नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

फ़ुज़ूल-गोई

बेकार की बातें बनाना, वाचालता, मिथ्यावाद, चित्रजल्प, बात बढ़ा कर बयान करना, बकवास करना

फ़ुज़ूल-आदमी

फ़ज़्ल का उम्मीद-वार होना

फ़ज़्ल-ए-हक़

ईश्वर की कृपा, मेहरबानी या इनायत

फ़ज़्ल-दोस्त

किताबी दोस्त

फ़ज़्ल-ए-ऐज़िदी

फ़ज़्ल करे तो छुट्टियाँ 'अद्ल करे तो लुट्टियाँ

ख़ुदा अगर मेहरबानी करे तो गुनाह की सज़ा से बचेंगे और अगर अदल करे तो बंदों को बचाओ की कोई सूरत नहीं

फ़ज़्ल-ए-इलाह

फ़ुज़ला-ख़्वार

फ़ज़्ल-ए-ख़ुदा

ईश्वर की कृपा

फ़ज़्ल-ए-रब्बी

ईश्वर की कृपा से, भगवान का शुक्र है, भगवान ही प्रशंसा पात्र है

फ़ज़्ल-ए-इलाही इक तरफ़, सारी ख़ुदाई इक तरफ़

गो सारी दुनिया मुख़ालिफ़ होजाए लेकिन ख़ुदा की मेहरबानी हो तो कोई कुछ नुक़्सान नहीं पहुंचा सकता

फ़ज़्ल-ए-रब्बानी

फ़ुज़ूल की बातें

व्यर्थ (व्यक्ति की) बातें, बेकार (की) बातें

फ़ुज़ूल-बातें

व्यर्थ और बेकार बातें, ज़टल, बकवास, निरर्थक बातें

फ़ुज़ला-चीं

फ़ज़्ल-ए-ख़ुदा-ए-पाक

फ़ुज़ूल-गो

बात को बढ़ाकर बयान करने वाला, बेकार की बातें बनाने वाला, वाचाल, मिथ्यावादी, चित्रजल्पी, बातूनी, बकवासी

फ़ुज़ूल है

निष्फल है, बेफ़ाइदा है, बिना काम का है, बेकार है, निरर्थक, व्यर्थ

फ़ज़्ल करने पर नज़र रखना

फ़ज़्ल है

सब ठीक है, ख़ैरीयत है

फ़ज़्ल करना

रहम करना, दया करना, मेहरबानी करना, करम करना

फ़ुज़ूल बकना

बेकार बातें करना, बकवास करना, बे-बुनियाद बातें, बिना सर और पैर की बातें

फ़ज़ाइल-शि'आर

लिखना आवे न पढ़ना आवे , मोहम्मद फ़ाज़िल नाम बतावे

ऐसे शख़्स के मुताल्लिक़ कहते हैं जो आलिमाना वज़ा रखे और पढ़ा लिखा ना हो

फ़ज़ाइल-पनाह

फ़ज़्ल-ओ-करम

मेहरबानी-ओ-इनायत

फ़ज़्ल शरीक-ए-हाल करना

फ़ुज़ूल होना

फ़ज़्ल होना

फ़ुज़ूल-ख़र्च

ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने वाला, बेकार में रुपया खर्च करने वाला, अपव्ययी

फ़ज़्ल रहना

फुज़ला-ख़ोर

फ़ज़्ल-ए-मौला-अज़-हमा-औला

ख़ुदा की मेहरबानी हर चीज़ से अफ़ज़ल है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे के अर्थदेखिए

गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे

gangaa bhii jaa.e kalvaalran chhaatii piiTeگَنْگا بھی جائے کَلْوارَن چھاتی پِیٹے

कहावत

गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे के हिंदी अर्थ

  • कलवारों पर तंज़ है कि इतना पानी ज़ाए होरहा है काश वो शराब में मिला कर बेचती , किसी को फ़ायदा हो तो बख़ील को दुख होता है , लालची हर चीज़ ख़ुद लेना चाहा है

Roman

گَنْگا بھی جائے کَلْوارَن چھاتی پِیٹے کے اردو معانی

  • کلواروں پر طنز ہے کہ اتنا پانی ضائع ہورہا ہے کاش وہ شراب میں ملا کر بیچتی ؛ کسی کو فائدہ ہو تو بخیل کو دکھ ہوتا ہے ؛ لالچی ہر چیز خود لینا چاہا ہے

Urdu meaning of gangaa bhii jaa.e kalvaalran chhaatii piiTe

  • kalvaaro.n par tanz hai ki itnaa paanii zaa.e horaha hai kaash vo sharaab me.n mila kar bechtii ; kisii ko faaydaa ho to baKhiil ko dukh hotaa hai ; laalchii har chiiz Khud lenaa chaahaa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

फ़ाज़िल

श्रेष्ठ, श्रेष्ठतर, वरिष्ठ, विद्वान, पंडित

फ़ाज़िल-बाक़ी

बचे हुए पैसे, अतिरिक्त, शेष, अवशिष्ट

फ़ाज़िल-तर

फ़ाज़िल-तीनत

फ़ाज़िल होना

फ़ाज़िल-बाक़ी निकलना

फ़ाज़िल-ए-अजल

फ़ाज़िल निकलना

हिसाब से बढना, ज़्यादा निकलना

फ़ाज़िल बाक़ी निकालना

खाते में प्राप्त राशि को जोड़ना, वृद्धि या कमी की गणना करना और कमी बेशी या लेना देना निकलना

फ़ाज़िला

फ़ाज़िल निकालना

फ़ाज़िलाना

फ़ाज़िलात

वह पानी जो सेलाब की वजह से नहर से बाहर निकले

फ़ुज़ूल

जो किसी काम का न हो, व्यर्थ, निरर्थक

फ़ज़्ल

मेहरबानी, कृपा, करम

फ़ज़ाइल

अच्छाइयां, नेकियाँ, खूबियाँ

फ़ुज़्ज़ाल

मौलवी-फ़ाज़िल

अरबी विज्ञान की तीसरी और आख़िरी डिग्री और सर्टिफ़िकेट

'आलिम-फ़ाज़िल

विद्वान, निष्णात, जानने वाला, बहुत पढ़ा लिखा आदमी

मुंशी-फ़ाज़िल

मद्द-ए-फ़ाज़िल

फ़ालतू मद, व्यर्थ, निष्प्रयोजन, प्रतीकात्मक: अतिरिक्त और व्यर्थ चीज़, निकम्मा

ज़र-ए-फ़ाज़िल

अतिरिक्त धन, फ़ालतू रुपया, लेने या देने से अधिक रुपया, अधिशेष धन

नौम-ए-फ़ाज़िल

गहरी नींद, रात की गहिरी नींद, निश्चित्ता की नींद

पढ़ा न लिखा नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

अनुचित नाम, नाम बड़ा और करतूत ख़राब

लिखे न पढ़े नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

जो पढ़ा-लिखा न हो लेकिन अपनी श्रेष्ठता का दावा करे

पढ़े न लिखे नाम मोहम्मद फ़ाज़िल

फ़ुज़ूल-गोई

बेकार की बातें बनाना, वाचालता, मिथ्यावाद, चित्रजल्प, बात बढ़ा कर बयान करना, बकवास करना

फ़ुज़ूल-आदमी

फ़ज़्ल का उम्मीद-वार होना

फ़ज़्ल-ए-हक़

ईश्वर की कृपा, मेहरबानी या इनायत

फ़ज़्ल-दोस्त

किताबी दोस्त

फ़ज़्ल-ए-ऐज़िदी

फ़ज़्ल करे तो छुट्टियाँ 'अद्ल करे तो लुट्टियाँ

ख़ुदा अगर मेहरबानी करे तो गुनाह की सज़ा से बचेंगे और अगर अदल करे तो बंदों को बचाओ की कोई सूरत नहीं

फ़ज़्ल-ए-इलाह

फ़ुज़ला-ख़्वार

फ़ज़्ल-ए-ख़ुदा

ईश्वर की कृपा

फ़ज़्ल-ए-रब्बी

ईश्वर की कृपा से, भगवान का शुक्र है, भगवान ही प्रशंसा पात्र है

फ़ज़्ल-ए-इलाही इक तरफ़, सारी ख़ुदाई इक तरफ़

गो सारी दुनिया मुख़ालिफ़ होजाए लेकिन ख़ुदा की मेहरबानी हो तो कोई कुछ नुक़्सान नहीं पहुंचा सकता

फ़ज़्ल-ए-रब्बानी

फ़ुज़ूल की बातें

व्यर्थ (व्यक्ति की) बातें, बेकार (की) बातें

फ़ुज़ूल-बातें

व्यर्थ और बेकार बातें, ज़टल, बकवास, निरर्थक बातें

फ़ुज़ला-चीं

फ़ज़्ल-ए-ख़ुदा-ए-पाक

फ़ुज़ूल-गो

बात को बढ़ाकर बयान करने वाला, बेकार की बातें बनाने वाला, वाचाल, मिथ्यावादी, चित्रजल्पी, बातूनी, बकवासी

फ़ुज़ूल है

निष्फल है, बेफ़ाइदा है, बिना काम का है, बेकार है, निरर्थक, व्यर्थ

फ़ज़्ल करने पर नज़र रखना

फ़ज़्ल है

सब ठीक है, ख़ैरीयत है

फ़ज़्ल करना

रहम करना, दया करना, मेहरबानी करना, करम करना

फ़ुज़ूल बकना

बेकार बातें करना, बकवास करना, बे-बुनियाद बातें, बिना सर और पैर की बातें

फ़ज़ाइल-शि'आर

लिखना आवे न पढ़ना आवे , मोहम्मद फ़ाज़िल नाम बतावे

ऐसे शख़्स के मुताल्लिक़ कहते हैं जो आलिमाना वज़ा रखे और पढ़ा लिखा ना हो

फ़ज़ाइल-पनाह

फ़ज़्ल-ओ-करम

मेहरबानी-ओ-इनायत

फ़ज़्ल शरीक-ए-हाल करना

फ़ुज़ूल होना

फ़ज़्ल होना

फ़ुज़ूल-ख़र्च

ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने वाला, बेकार में रुपया खर्च करने वाला, अपव्ययी

फ़ज़्ल रहना

फुज़ला-ख़ोर

फ़ज़्ल-ए-मौला-अज़-हमा-औला

ख़ुदा की मेहरबानी हर चीज़ से अफ़ज़ल है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

गंगा भी जाए कलवारन छाती पीटे

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone