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कंकर

सेवक, दास

कंकर फेंकना

कंकर मारना, पत्थर मारना (अभिशाप एवंं तिरस्कार के रूप में )

कंकर-बेल

एक फोड़ा जो महिला के स्तन में गुठली की तरह उत्पन्न होता है, यह गुठली बढ़ कर आम के बराबर हो जाती है

कंकरी

छोटे-छोटे कण, पत्थर या ईंटा आदि के छोटे-छोटे कण

कंकर-सा

निहायत ठंडा, अत्यधिक ठंडा पानी

कंकर मारना

पत्थर का टुकड़ा फेंकना

कंकर कूटना

सड़क को बनाने के लिए कंकर को दरमट से मारना

कंकर-पत्थर खाना

कंकरों-पत्थरों की मार खाना, ढेले पड़ना

कंकर की सड़क

पक्की सड़क

कंकरी कर देना

अनादर करना, उपेक्षा करना, अनुचित व्यय करना, ठीकरी कर देना

आदमी अपने मतलब के लिए पहाड़ के कंकर ढोता है

मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए हर प्रकार के कष्ट सहता है

जो बंध ग्या सो मोती जो रह गया वो कंकर

वही चीज़ अच्छी है जो काम आ गई जो बन गया सो अच्छा

दिन अछे होते हैं तो कंकर जवाहर बन जाते हैं

जब भाग्य अच्छा होता है तो अच्छे काम अपने आप हो जाते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में दो-ख़ादिम हब्शी-ओ-रूमी के अर्थदेखिए

दो-ख़ादिम हब्शी-ओ-रूमी

do-KHaadim habshii-o-ruumiiدو خادِم حَبَْشی و رُومی

दो-ख़ादिम हब्शी-ओ-रूमी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • (लाक्षणिक) दिन और रात

English meaning of do-KHaadim habshii-o-ruumii

Noun, Masculine

  • (Metaphorically) day and night

دو خادِم حَبَْشی و رُومی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • (مجازاً) دن اور رات

Urdu meaning of do-KHaadim habshii-o-ruumii

  • Roman
  • Urdu

  • (majaazan) din aur raat

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कंकर

सेवक, दास

कंकर फेंकना

कंकर मारना, पत्थर मारना (अभिशाप एवंं तिरस्कार के रूप में )

कंकर-बेल

एक फोड़ा जो महिला के स्तन में गुठली की तरह उत्पन्न होता है, यह गुठली बढ़ कर आम के बराबर हो जाती है

कंकरी

छोटे-छोटे कण, पत्थर या ईंटा आदि के छोटे-छोटे कण

कंकर-सा

निहायत ठंडा, अत्यधिक ठंडा पानी

कंकर मारना

पत्थर का टुकड़ा फेंकना

कंकर कूटना

सड़क को बनाने के लिए कंकर को दरमट से मारना

कंकर-पत्थर खाना

कंकरों-पत्थरों की मार खाना, ढेले पड़ना

कंकर की सड़क

पक्की सड़क

कंकरी कर देना

अनादर करना, उपेक्षा करना, अनुचित व्यय करना, ठीकरी कर देना

आदमी अपने मतलब के लिए पहाड़ के कंकर ढोता है

मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए हर प्रकार के कष्ट सहता है

जो बंध ग्या सो मोती जो रह गया वो कंकर

वही चीज़ अच्छी है जो काम आ गई जो बन गया सो अच्छा

दिन अछे होते हैं तो कंकर जवाहर बन जाते हैं

जब भाग्य अच्छा होता है तो अच्छे काम अपने आप हो जाते हैं

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