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रूह

आत्मा।

रूह-पेश

रूह-ए-तब'ई

प्राणवायु का वह अंश जो यकृत में रहकर खाद्य पदार्थों को पचाता और शरीर के सारे अंगों को ग़िज़ा पहुँचाता है, (यूनानी तिब) ।।

रूह-गज़ा

रूह-दार

रूह-म'आनी

रूह-ए-अस्र

ज़माना की रूह , (फ़लसफ़ा-ए-तारीख़) किसी दौर का वो ग़ालिब रुजहान जो इलमी सरगर्मीयों और अदबी तख़लीक़ात में एक मूसिर आमिल के तौर पर सराएत कर जाता है

रूह-फ़ज़ा

रूह अफ़्ज़ा, प्राणवर्द्धक, जीवन बढ़ाने- वाला, आत्मा पौष्टिक, प्राणपोषक, ताज़गी या फ़र्हत बख़शने वाला, ज़िंदगी बढ़ाने वाला, ताज़ा और सुखदायक

रूह-बख़्श

ज़िंदगी बख़शने वाला, ताज़गी देने वाला

रूह-फ़र्सा

प्राणों को छीलने वाला, अर्थात् हृदय को अत्यंत खेद पहुँचाने वाला

रूह-ए-मुतलक़

ईश्वर, परमात्मा

रूह-ए-म'आनी

वास्तविकता की आत्मा, अर्थ का सार

रूह-अफ़्ज़ा

जीवन बढ़ाने वाला, प्राणवर्द्धक

रूह-ए-'आलम

रूह-ए-रवाँ

वह आत्मा जो रगों में संचरित रहती है, जाने वाली रूह, प्राणवायु

रूह-ए-अमीन

रूह-बख़्शी

जीवन देने का काम, ज़िंदा करने का काम, ताज़गी, ख़ुशी

रूह-ए-क़ुदसी

रूह-ए-क़ुदुस

जन्नत में बसने वाली पवित्र आत्मा

रूह-ए-आ'जम

जिब्रोल।

रूह-ए-ख़बीस

रूह-ए-ज़मान

रूह-ए-मुक़ीम

रूह-ए-शराब

रूह-परस्ती

रूह-ए-इंसानी

इंसान की आत्मा जिससे वो जीवित रहता है

रूह-परवर

जीवन प्रदान करने वाला, प्राणों को पालने और उनकी रक्षा करने वाला

रूह-ए-आसूदा

रूह-ओ-रवाँ

जान, आत्मा

रूह-ए-मिसाली

रूह-ए-तबी'ई

रूहिसा

रूह-ए-बासिरा

(चिकित्सा) दृष्टी की जान या केंद्र, आँख की पुतली

रूह-ए-म'आदिन

रूहिसू

रूह-ए-मु'अज़्ज़म

हत जिब्रील।

रूह-ए-मुक़ामी

रूह-उल-ख़म्र

रूह-ए-नबाती

वनस्पति के अंदर संचार करनेवाला प्राणवायु या उसकी जीवन-शक्ति

रूह-ए-तूतिया

जस्ता, एक धातु ।

रूह-ए-मुबारक

धन्य आत्मा, सदाचारी पुरुष, नेक आदमी

रूह-ए-तारपीन

तारपीन का सत या रोग़न जो बेरंग और ज्वलनशील होता है, यह रंगों के लिए विलयक का काम देता है

रूह-ए-रब्बानी

(सूफ़ीवाद) विशेष अधिकार, पवित्र आत्मा

रूह-ए-मुकर्रम

हज़रत जिब्रील

रूह-ए-सैलानी

घुमक्कड़ आत्मा (मनुष्य के शरीर में दो आत्माएं होती हैं एक घुमक्कड़ जो सोने के बाद निकल जाती है दूसरी स्थानीय जिसके निकल जाने से आदमी मर जाता है)

रूह-ए-नफ़्सानी

प्राणवायु का वह अंश जो मस्तिष्क में रहता और इंद्रियों का संचालन करता तथा उन्हें शक्ति प्रदान करता है (यूनानी तिब) ।।

रूह फुंकना

रूह फूओंकना (रुक) का लाज़िम

रूह खिंचना

इतर निकलना, सत निकलना , (मजाज़न) जान निकलना, दम फ़ना होना

रूहड़ा

रूह काँपना

ख़ौफ़ से लर्ज़ना, सख़्त ख़ौफ़ज़दा होना

रूह-उल-इल्क़ा

रूह-ए-हैवानी

वह प्राणवायु जो शिराओं के द्वारा सारे शरीर में संचार करता है, और यकृत में जाकर अन्न पचाता और बाँटता और मस्तिष्क में जाकर इंद्रियों को शक्ति देता और सारे अंगों को जीवन प्रदान करता, उन्हें पालता और विकसित करता और उनकी शक्ति बढ़ाता है

रूह-ए-मुजर्रिद

भौतिक पवित्र, अदृश्य अस्तित्व, ईश्वर, परमात्मा

रूह-ए-मुद्रिका

रूह खेंचना

सत निकालना, जौहर निकालना, लुब्ब-ए-लुबाब बयान करना

रूह-उल-अमीन

ईमानदार आत्मा, गेब्रियल

रूहड़

पुराने गद्दों, तकियों, लिहाफों आदि में की वह पुरानी रूई जो जमकर गुठलों या गूदड़ के रूप में हो गई हो

रूह-उल-मु'अज़्ज़म

रूहेड़ा

रूह तरसना

आत्मा का बेचैन होना, किसी चीज़ के लिए बहुत उत्सुक होना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में देखी तेरी कालपी और बावन पुरा उजाड़ के अर्थदेखिए

देखी तेरी कालपी और बावन पुरा उजाड़

dekhii terii kaalpii aur baavan puraa ujaa.Dدیکھی تیری کالپی اور باون پورا اُجاڑ

अथवा : देखी तेरी कालपी बावन पुरे उजाड़

कहावत

देखी तेरी कालपी और बावन पुरा उजाड़ के हिंदी अर्थ

  • केवल दिखावे की बातें और टीम टॉम है
  • कोरा नाम असलियत कुछ नहीं

    विशेष कालपी उत्तर प्रदेश में जमुना किनारे जालौन ज़िले का एक पुराना नगर है, यहाँ मुग़ल ज़माने के खंडहर बहुत हैं, उसी से कहावत चली।

Roman

دیکھی تیری کالپی اور باون پورا اُجاڑ کے اردو معانی

  • محض دکھاوی کی باتیں اور ٹیم ٹام ہے
  • کورا نام اصلیت کچھ نہیں

Urdu meaning of dekhii terii kaalpii aur baavan puraa ujaa.D

  • mahiz dikhaave kii baate.n aur Tiim Taum hai
  • koraa naam asliiyat kuchh nahii.n

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रूह

आत्मा।

रूह-पेश

रूह-ए-तब'ई

प्राणवायु का वह अंश जो यकृत में रहकर खाद्य पदार्थों को पचाता और शरीर के सारे अंगों को ग़िज़ा पहुँचाता है, (यूनानी तिब) ।।

रूह-गज़ा

रूह-दार

रूह-म'आनी

रूह-ए-अस्र

ज़माना की रूह , (फ़लसफ़ा-ए-तारीख़) किसी दौर का वो ग़ालिब रुजहान जो इलमी सरगर्मीयों और अदबी तख़लीक़ात में एक मूसिर आमिल के तौर पर सराएत कर जाता है

रूह-फ़ज़ा

रूह अफ़्ज़ा, प्राणवर्द्धक, जीवन बढ़ाने- वाला, आत्मा पौष्टिक, प्राणपोषक, ताज़गी या फ़र्हत बख़शने वाला, ज़िंदगी बढ़ाने वाला, ताज़ा और सुखदायक

रूह-बख़्श

ज़िंदगी बख़शने वाला, ताज़गी देने वाला

रूह-फ़र्सा

प्राणों को छीलने वाला, अर्थात् हृदय को अत्यंत खेद पहुँचाने वाला

रूह-ए-मुतलक़

ईश्वर, परमात्मा

रूह-ए-म'आनी

वास्तविकता की आत्मा, अर्थ का सार

रूह-अफ़्ज़ा

जीवन बढ़ाने वाला, प्राणवर्द्धक

रूह-ए-'आलम

रूह-ए-रवाँ

वह आत्मा जो रगों में संचरित रहती है, जाने वाली रूह, प्राणवायु

रूह-ए-अमीन

रूह-बख़्शी

जीवन देने का काम, ज़िंदा करने का काम, ताज़गी, ख़ुशी

रूह-ए-क़ुदसी

रूह-ए-क़ुदुस

जन्नत में बसने वाली पवित्र आत्मा

रूह-ए-आ'जम

जिब्रोल।

रूह-ए-ख़बीस

रूह-ए-ज़मान

रूह-ए-मुक़ीम

रूह-ए-शराब

रूह-परस्ती

रूह-ए-इंसानी

इंसान की आत्मा जिससे वो जीवित रहता है

रूह-परवर

जीवन प्रदान करने वाला, प्राणों को पालने और उनकी रक्षा करने वाला

रूह-ए-आसूदा

रूह-ओ-रवाँ

जान, आत्मा

रूह-ए-मिसाली

रूह-ए-तबी'ई

रूहिसा

रूह-ए-बासिरा

(चिकित्सा) दृष्टी की जान या केंद्र, आँख की पुतली

रूह-ए-म'आदिन

रूहिसू

रूह-ए-मु'अज़्ज़म

हत जिब्रील।

रूह-ए-मुक़ामी

रूह-उल-ख़म्र

रूह-ए-नबाती

वनस्पति के अंदर संचार करनेवाला प्राणवायु या उसकी जीवन-शक्ति

रूह-ए-तूतिया

जस्ता, एक धातु ।

रूह-ए-मुबारक

धन्य आत्मा, सदाचारी पुरुष, नेक आदमी

रूह-ए-तारपीन

तारपीन का सत या रोग़न जो बेरंग और ज्वलनशील होता है, यह रंगों के लिए विलयक का काम देता है

रूह-ए-रब्बानी

(सूफ़ीवाद) विशेष अधिकार, पवित्र आत्मा

रूह-ए-मुकर्रम

हज़रत जिब्रील

रूह-ए-सैलानी

घुमक्कड़ आत्मा (मनुष्य के शरीर में दो आत्माएं होती हैं एक घुमक्कड़ जो सोने के बाद निकल जाती है दूसरी स्थानीय जिसके निकल जाने से आदमी मर जाता है)

रूह-ए-नफ़्सानी

प्राणवायु का वह अंश जो मस्तिष्क में रहता और इंद्रियों का संचालन करता तथा उन्हें शक्ति प्रदान करता है (यूनानी तिब) ।।

रूह फुंकना

रूह फूओंकना (रुक) का लाज़िम

रूह खिंचना

इतर निकलना, सत निकलना , (मजाज़न) जान निकलना, दम फ़ना होना

रूहड़ा

रूह काँपना

ख़ौफ़ से लर्ज़ना, सख़्त ख़ौफ़ज़दा होना

रूह-उल-इल्क़ा

रूह-ए-हैवानी

वह प्राणवायु जो शिराओं के द्वारा सारे शरीर में संचार करता है, और यकृत में जाकर अन्न पचाता और बाँटता और मस्तिष्क में जाकर इंद्रियों को शक्ति देता और सारे अंगों को जीवन प्रदान करता, उन्हें पालता और विकसित करता और उनकी शक्ति बढ़ाता है

रूह-ए-मुजर्रिद

भौतिक पवित्र, अदृश्य अस्तित्व, ईश्वर, परमात्मा

रूह-ए-मुद्रिका

रूह खेंचना

सत निकालना, जौहर निकालना, लुब्ब-ए-लुबाब बयान करना

रूह-उल-अमीन

ईमानदार आत्मा, गेब्रियल

रूहड़

पुराने गद्दों, तकियों, लिहाफों आदि में की वह पुरानी रूई जो जमकर गुठलों या गूदड़ के रूप में हो गई हो

रूह-उल-मु'अज़्ज़म

रूहेड़ा

रूह तरसना

आत्मा का बेचैन होना, किसी चीज़ के लिए बहुत उत्सुक होना

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