खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक" शब्द से संबंधित परिणाम

बुग़्ज़

वह बैर जो मन ही मन में बढ़ाया जाय और प्रकट न किया जाय, वैमनस्य, द्वेष, बैर, छल, कपट, ईर्ष्या, दुश्मनी, कीना, हसद, जलन

बुग़्ज़ निकालना

पिछली दुशमनी का बदला लेना, इंतिक़ाम लेना, बदला लेना

बुग़्ज़-ए-लिल्लाह

an unreasonable enmity

बुग़्ज़ी

cunning, envious, animosity

बुग़्ज़-ए-लिल्लाही

ईश्वर की ख़ातिर दुश्मनी

बाँग-ए-अज़ाँ

अज़ान की आवाज़, अज़ान

हुब्ब-ओ-बुग़्ज़

love and hatred

ग़ुबार-ए-बुग़्ज़

cloud of ill-will

बाग़-ए-ज़िर्वान

सीरिया देश का वह पारंपरिक बाग़ जिस के स्वामियों ने फ़क़ीरों को वंचित रखने के लिए रात को सारे फल तोड़ लेने का संकल्प किया था और अल्लाह तआला ने उन का संकल्प पूरा होने से पहले ही उस बाग़ का विनाश कर दिया

अल-बुग़्ज़ु-लिल्लाह

بغض لِلِّہی ، بلاوجہ کینہ .

गुल-बाँग-ए-अज़ाँ

सुबह की अज़ान की ख़ुशख़बरी जैसी पुकार

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक के अर्थदेखिए

डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक

Dar na dahshat utaar phirii KHishtakڈر نہ دہشت اتار پھری خِشتک

कहावत

डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक के हिंदी अर्थ

  • निर्लज्ज हो गई है, किसी की परवाह नहीं रही, खुले बंदों घूमने लगी
  • बेशर्म स्त्री के प्रति कहा जाता है

    विशेष ख़िशतक-(फा. ख़िश्तक)= पायजामा

ڈر نہ دہشت اتار پھری خِشتک کے اردو معانی

Roman

  • بے حیا ہو گئی ہے، کسی کی پرواہ نہیں رہی، کھلے بندوں گھومنے لگی
  • بے شرم عورت کے متعلق کہا جاتا ہے

Urdu meaning of Dar na dahshat utaar phirii KHishtak

Roman

  • behaya ho ga.ii hai, kisii kii parvaah nahii.n rahii, khule bando.n ghuumne lagii
  • beshram aurat ke mutaalliq kahaa jaataa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

बुग़्ज़

वह बैर जो मन ही मन में बढ़ाया जाय और प्रकट न किया जाय, वैमनस्य, द्वेष, बैर, छल, कपट, ईर्ष्या, दुश्मनी, कीना, हसद, जलन

बुग़्ज़ निकालना

पिछली दुशमनी का बदला लेना, इंतिक़ाम लेना, बदला लेना

बुग़्ज़-ए-लिल्लाह

an unreasonable enmity

बुग़्ज़ी

cunning, envious, animosity

बुग़्ज़-ए-लिल्लाही

ईश्वर की ख़ातिर दुश्मनी

बाँग-ए-अज़ाँ

अज़ान की आवाज़, अज़ान

हुब्ब-ओ-बुग़्ज़

love and hatred

ग़ुबार-ए-बुग़्ज़

cloud of ill-will

बाग़-ए-ज़िर्वान

सीरिया देश का वह पारंपरिक बाग़ जिस के स्वामियों ने फ़क़ीरों को वंचित रखने के लिए रात को सारे फल तोड़ लेने का संकल्प किया था और अल्लाह तआला ने उन का संकल्प पूरा होने से पहले ही उस बाग़ का विनाश कर दिया

अल-बुग़्ज़ु-लिल्लाह

بغض لِلِّہی ، بلاوجہ کینہ .

गुल-बाँग-ए-अज़ाँ

सुबह की अज़ान की ख़ुशख़बरी जैसी पुकार

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone