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शरीर

चिढ़ाने के लिए छेड़ने वाला, छेड़छाड़ करने वाला, लगाई-बुझाई करने वाला, आपस में दंगा-फ़साद कराने वाला, दुष्ट व्यक्ति, दंगाई, उपद्रवी, फ़सादी

शरीर-तब'

जिसके स्वभाव में शरारत हो, धूर्त, फ़सादी, जो चिढ़ाने के लिए शरारत करता हो।

शरीरुन-नफ़्स

طبعاً شریر ، بدباطن ، بدذات .

शरीरी

शरारत, चुलबुलापन

शरीर-मिज़ाज

दे. शरीरतब्ञ'।

शरीर-रक्षक

वह जो शरीर की रक्षा करता हो, अंगरक्षक, (बॉडीगार्ड)

लिंग-शरीर

हिंदू शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के उपरान्त प्राणी की आत्मा को आवृत्त रखने वाला वह सूक्ष्म शरीर जो पाँचों प्राणों, पांचों ज्ञानेन्द्रियों, पाँचों सूक्ष्मभूतों, मन, बुद्धि और अहंकार से युक्त होता है परंतु स्थूल अन्नमय कोश से रहित होता है, मृत्यु के बाद कर्मफल भोग के लिए जीवात्मा के साथ लगा, सूक्ष्म शरीर

बड़ा शरीर है

अधिक उत्पाती, लुच्चा, बदमाश या बेढंगा है

नफ़्स-शरीर

رک : نفس امارہ ۔

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक के अर्थदेखिए

डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक

Dar na dahshat utaar phirii KHishtakڈر نہ دہشت اتار پھری خِشتک

कहावत

डर न दहशत उतार फिरी ख़िश्तक के हिंदी अर्थ

  • निर्लज्ज हो गई है, किसी की परवाह नहीं रही, खुले बंदों घूमने लगी
  • बेशर्म स्त्री के प्रति कहा जाता है

    विशेष ख़िशतक-(फा. ख़िश्तक)= पायजामा

ڈر نہ دہشت اتار پھری خِشتک کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • بے حیا ہو گئی ہے، کسی کی پرواہ نہیں رہی، کھلے بندوں گھومنے لگی
  • بے شرم عورت کے متعلق کہا جاتا ہے

Urdu meaning of Dar na dahshat utaar phirii KHishtak

  • Roman
  • Urdu

  • behaya ho ga.ii hai, kisii kii parvaah nahii.n rahii, khule bando.n ghuumne lagii
  • beshram aurat ke mutaalliq kahaa jaataa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

शरीर

चिढ़ाने के लिए छेड़ने वाला, छेड़छाड़ करने वाला, लगाई-बुझाई करने वाला, आपस में दंगा-फ़साद कराने वाला, दुष्ट व्यक्ति, दंगाई, उपद्रवी, फ़सादी

शरीर-तब'

जिसके स्वभाव में शरारत हो, धूर्त, फ़सादी, जो चिढ़ाने के लिए शरारत करता हो।

शरीरुन-नफ़्स

طبعاً شریر ، بدباطن ، بدذات .

शरीरी

शरारत, चुलबुलापन

शरीर-मिज़ाज

दे. शरीरतब्ञ'।

शरीर-रक्षक

वह जो शरीर की रक्षा करता हो, अंगरक्षक, (बॉडीगार्ड)

लिंग-शरीर

हिंदू शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के उपरान्त प्राणी की आत्मा को आवृत्त रखने वाला वह सूक्ष्म शरीर जो पाँचों प्राणों, पांचों ज्ञानेन्द्रियों, पाँचों सूक्ष्मभूतों, मन, बुद्धि और अहंकार से युक्त होता है परंतु स्थूल अन्नमय कोश से रहित होता है, मृत्यु के बाद कर्मफल भोग के लिए जीवात्मा के साथ लगा, सूक्ष्म शरीर

बड़ा शरीर है

अधिक उत्पाती, लुच्चा, बदमाश या बेढंगा है

नफ़्स-शरीर

رک : نفس امارہ ۔

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