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"चंचल नार की चाल छुपे नाहीं नीच छुपे न बढ़पन पाए, जोगी का भेक नीक धरो कोई क्रम छुपे ना भभूत रमाए" शब्द से संबंधित परिणाम

मुर्शिद

सही मार्ग दिखाने वाला, रास्ता दिखाने वाला व्यक्ति, पथप्रदर्श

मुर्शिद-ज़ादी

پیر کی بیٹی ، پیرزادی ۔

मुर्शिद-कलाँ

(व्यंगात्मक) बहुत चालाक

मुर्शिद-ज़ादा

बादशाह का क़रीबी रिश्तेदार, शहज़ादा, बादशाह के निकट रिश्तेदार को भी मुर्शिदज़ादा कहते हैं

मुर्शिद-ए-राह

(सूफ़ीवाद) जो मार्गदर्शन करे

मुर्शिदाँ

مرشد (رک) کی جمع ؛ تراکیب میں مستعمل ۔

मुर्शिद-ए-तरीक़त

आध्यात्म का मार्ग दिखाने वाला, तरीक़त का रास्ता दिखाने वाला

मुर्शिद-ए-अव्वलीन

پہلا مرشد ، پہلا رہنما ۔

मुर्शिद-ए-कामिल

पहुँचा हुआ पीर, महायोगी

मुर्शिद-ज़ादा-ए-आफ़ाक़

(लाक्षणिक) उत्तराधिकारी, राजकुमारी

मुर्शिदों के ढेर

(लाक्षणिक) मुस्लमान फ़क़ीरों और संतों की क़ब्रें

मुर्शिदाँ-ख़ुद-बीन

ایسے مرشد جو صرف اپنا بھلا چاہتے ہوں ، مغرور ، متکبّر ، خود پسند مرشد ۔

मुर्शिदाना

मार्गदर्शक या पीर की तरह का, पीर जैसा, (लाक्षणिक) आज्ञाकारों की तरह, बहुत अधिक गुलामों जैसा

मुर्शिदाई

رک : مرشدی جو فصیح ہے ، پیری ۔

पीर-मुर्शिद

साधु-संत, आध्यात्मिक गुरु

हम-मुर्शिद

एक धर्मगुरु के मानने- वाले ।

पीर-ओ-मुर्शिद

धर्मगुरु के लिए बोला जानेवाला शब्द, किसी प्रतिष्ठित और वृद्ध व्यक्ति के लिए संबोधन का शब्द, बुज़ुर्ग, आध्यात्मिक मार्गदर्शक

भीक के टुकड़ों पर मुर्शिद का प्याला

रुक : हलवाई की दूकान पर दादा जी की फ़ातिहा

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में चंचल नार की चाल छुपे नाहीं नीच छुपे न बढ़पन पाए, जोगी का भेक नीक धरो कोई क्रम छुपे ना भभूत रमाए के अर्थदेखिए

चंचल नार की चाल छुपे नाहीं नीच छुपे न बढ़पन पाए, जोगी का भेक नीक धरो कोई क्रम छुपे ना भभूत रमाए

chanchal naar kii chaal chhupe naahii.n niich chupe na ba.Dhpan paa.e, jogii kaa bhek niik dharo ko.ii karm chhupe na bhabhuut ramaa.eچنچل نار کی چال چھپے ناہیں نیچ چھپے نہ بڑھپن پائے، جوگی کا بھیک نیک دھرو کوئی کرم چھپے نا بھبوت رمائے

अथवा : चंचल नार की चाल छिपे नहीं नीच छिपे न बड़प्पन पाय, जोगी का भेक नीक धरो कोई करम छिपे ना भभूत रमाय

कहावत

चंचल नार की चाल छुपे नाहीं नीच छुपे न बढ़पन पाए, जोगी का भेक नीक धरो कोई क्रम छुपे ना भभूत रमाए के हिंदी अर्थ

  • कमीनी स्त्री चाल से ही प्रतीत हो जाती है, कमीना चाहे कितना बड़ा हो छुप नहीं सकता
  • जोगी के कपड़े पहनने और भभूत मलने से बुरे काम छुप नहीं सकते आश्य ये है कि वास्तविक्ता प्रकट हो जाती है

    विशेष भेक= भेष।

چنچل نار کی چال چھپے ناہیں نیچ چھپے نہ بڑھپن پائے، جوگی کا بھیک نیک دھرو کوئی کرم چھپے نا بھبوت رمائے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • بدمعاش عورت چال سے ظاہر ہو جاتی ہے، کمینہ چاہے کتنا بڑا ہو چھپ نہیں سکتا
  • جوگی کے کپڑے پہننے اور بھبھوت ملنے سے برے کام نہیں چھپ سکتے مطلب یہ ہے کہ اصلیت ظاہر ہو جاتی ہے

Urdu meaning of chanchal naar kii chaal chhupe naahii.n niich chupe na ba.Dhpan paa.e, jogii kaa bhek niik dharo ko.ii karm chhupe na bhabhuut ramaa.e

  • Roman
  • Urdu

  • badmaash aurat chaal se zaahir ho jaatii hai, kamiina chaahe kitnaa ba.Daa ho chhup nahii.n saktaa
  • jogii ke kap.De pahanne aur bhabhuut milne se bure kaam nahii.n chhap sakte matlab ye hai ki asliiyat zaahir ho jaatii hai

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मुर्शिद

सही मार्ग दिखाने वाला, रास्ता दिखाने वाला व्यक्ति, पथप्रदर्श

मुर्शिद-ज़ादी

پیر کی بیٹی ، پیرزادی ۔

मुर्शिद-कलाँ

(व्यंगात्मक) बहुत चालाक

मुर्शिद-ज़ादा

बादशाह का क़रीबी रिश्तेदार, शहज़ादा, बादशाह के निकट रिश्तेदार को भी मुर्शिदज़ादा कहते हैं

मुर्शिद-ए-राह

(सूफ़ीवाद) जो मार्गदर्शन करे

मुर्शिदाँ

مرشد (رک) کی جمع ؛ تراکیب میں مستعمل ۔

मुर्शिद-ए-तरीक़त

आध्यात्म का मार्ग दिखाने वाला, तरीक़त का रास्ता दिखाने वाला

मुर्शिद-ए-अव्वलीन

پہلا مرشد ، پہلا رہنما ۔

मुर्शिद-ए-कामिल

पहुँचा हुआ पीर, महायोगी

मुर्शिद-ज़ादा-ए-आफ़ाक़

(लाक्षणिक) उत्तराधिकारी, राजकुमारी

मुर्शिदों के ढेर

(लाक्षणिक) मुस्लमान फ़क़ीरों और संतों की क़ब्रें

मुर्शिदाँ-ख़ुद-बीन

ایسے مرشد جو صرف اپنا بھلا چاہتے ہوں ، مغرور ، متکبّر ، خود پسند مرشد ۔

मुर्शिदाना

मार्गदर्शक या पीर की तरह का, पीर जैसा, (लाक्षणिक) आज्ञाकारों की तरह, बहुत अधिक गुलामों जैसा

मुर्शिदाई

رک : مرشدی جو فصیح ہے ، پیری ۔

पीर-मुर्शिद

साधु-संत, आध्यात्मिक गुरु

हम-मुर्शिद

एक धर्मगुरु के मानने- वाले ।

पीर-ओ-मुर्शिद

धर्मगुरु के लिए बोला जानेवाला शब्द, किसी प्रतिष्ठित और वृद्ध व्यक्ति के लिए संबोधन का शब्द, बुज़ुर्ग, आध्यात्मिक मार्गदर्शक

भीक के टुकड़ों पर मुर्शिद का प्याला

रुक : हलवाई की दूकान पर दादा जी की फ़ातिहा

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