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सैफ़

तलवार, खड्ग, कृपाण

सैफ़

गर्मी का मौसम, ग्रीष्म ऋतु

सैफ़ी

ग्रीष्मकाल का, गर्मी के मौसम का

सैफ़-क़लम

निडर, सच्ची बात कहने या लिखने वाला, क़लम में तलवार की धार रखने वाला

सैफ़-दोदम

दोधारी तलवार

सैफ़-बान

वह हवाई जिसके साथ तलवार लटका देते हैं

सैफ़-ए-सल्तनत

مرادَ : وزارتِ دفاع محکمۂ حرب و ضرب .

सैफ़-ज़बान

a pious person whose pronouncements prove to be true, one whose curses prevail

सैफ़-बाज़ी

(तलवार बाज़ी) तलवार चलाने का करतब या तलवार की जंग

सैफ़-ज़बाँ

तलवार जैसी ज़बान वाला

सैफ़-ख़ानी

sharpness

सैफ़-ए-अब्रू

sword shaped eyebrow

सैफ़-ज़बानी

तेज़ और ज़ोरदार भाषण देना, हृदय को दुःख पहुँचानेवाली बातें करना।

सैफ़-बयानी

پُر اثر گُفتگو ، تقریر کی تیزی .

सैफ़-ए-ज़बाँ

जिसकी ज़बान में तलवार जैसी कोट हो जो बहुत तेज़ बोले, जो हृदय को काटनेवाली बातें करे

सैफ़-ए-इलाही

अल्लाह की तलवार; अर्थात : हज़रत इमाम हुसैन की तलवार

सैफ़ भेंकना

तलवार चलाना, वार करना

सैफ़-उल-जिबार

تین ستاروں کے ایک مجوعے کا نام جو کبۃ الجبار یعنی جوزا کے حلقہ میں شامل ہے .

सैफ़ी-क़स

(प्राणि-विज्ञान) एक बड़ी हड्डी एक तलवार के समान लंबी महीन मेंडक की पीठ पर होती है

सैफ़ी चलना

सैफी के अमल का असर होना, सैफी का कारगर होना

सैफ़ी पढ़ना

सैफी का अमल करना, दाये सैफी का वरद करना

सैफ़ी फेरना

count the beads, say the imprecatory prayers

सैफ़ी भेरना

एक विशेष प्रार्थना का विर्द करना, किसी का श्रद्धापूर्वक जाप करना, किसी के नाम की माला जपना

सैफ़ुल-मुलूक

a fairy tale by famous Sufi saint, Miyan Muhammad Bakhsh, who wrote this epic romance in the late 1800s

सैफ़ तो पट पड़ी थी पर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

सैफ़ तो पट पड़ी थी मगर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

सैफ़ी पढ़वाना

मंत्र की क्रिया कराना

सैफ़ी उलट जाना

सैफी के अमल का बिगड़ा जाना या तासीर का बरअक्स होना

सैफ़ी उलट पड़ना

सैफी के अमल का बिगड़ा जाना या तासीर का बरअक्स होना

मग़रिब-सैफ़

(جغرافیہ) وہ مغربی منطقہ جہاں سارا سال گرمی کا موسم ہوتا ہے ۔

रौनक़-ए-सैफ़

luster of the sword

अहल-ए-सैफ़

तलवार के धनी, फ़ौजी या सिपाही

सीधी-सैफ़

سیدھی تلوار جس میں خم نہیں ہوتا ، سروہی .

जामे'उस-सैफ़ वल-क़लम

جو فن حرب کا ماہر بھی ہو اور صاحب علم بھی ہو .

साहिब-ए-सैफ़-ओ-क़लम

तलवार और क़लम दोनों के धनी

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में भूखे को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया के अर्थदेखिए

भूखे को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया

bhuukhe ko kyaa ruukhaa aur nii.nd ko kyaa takiyaبُھوکھےکو کیا رُوکھا اور نیِند کو کیا تَکْیَہ

कहावत

भूखे को क्या रूखा और नींद को क्या तकिया के हिंदी अर्थ

  • आवश्यक्ता के समय जो मिल जाए संतोष करने योग्य है
  • भूख में रूखा भी समृद्धि अर्थात ईश्वरीय देन है एवं नींद के समय बिस्तर या तकिया की आवश्यक्ता नहीं होती
  • आवश्यक्ता पर जो मिले वही बहुत है
  • भूखे की तृप्ति जैसा भी भोजन मिले उससे हो जाती है और जिसे नींद आ रही हो वह भी जैसा बिछौना मिले उस पर सो जाता है
  • भूख में मनुष्य जो कुछ मिले खा लेता है और अत्यधिक नींद में बिछौने की परवाह नहीं करता

بُھوکھےکو کیا رُوکھا اور نیِند کو کیا تَکْیَہ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • ضرورت کے وقت جو میسر آجائے غنیمت ہے
  • بھوک میں روکھا بھی نعمت ہے اور نیند کے وقت بسترے یا تکیہ کی ضرورت محسوس نہیں ہوتی
  • ضرورت پر جو ملے وہی غنیمت ہے
  • بھوکے شخص کی شکم سیری جیسا بھی کھانا ملے اس سے ہو جاتی ہے اور جسے نیند آ رہی ہو وہ بھی جیسا بچھونا ملے اس پر سو جاتا ہے
  • بھوک میں انسان جو کچھ ملے کھا لیتا ہے اور سخت نیند میں بچھونے کی پروا نہیں کرتا

Urdu meaning of bhuukhe ko kyaa ruukhaa aur nii.nd ko kyaa takiya

  • Roman
  • Urdu

  • zaruurat ke vaqt jo mayassar aajaa.e Ganiimat hai
  • bhuuk me.n ruukhaa bhii neamat hai aur niind ke vaqt bistare ya takiya kii zaruurat mahsuus nahii.n hotii
  • zaruurat par jo mile vahii Ganiimat hai
  • bhuuke shaKhs kii shikam serii jaisaa bhii khaanaa mile is se ho jaatii hai aur jise niind aa rahii ho vo bhii jaisaa bichhaunaa mile is par sau jaataa hai
  • bhuuk me.n insaan jo kuchh mile kha letaa hai aur saKht niind me.n bichhaune kii parva nahii.n kartaa

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तलवार, खड्ग, कृपाण

सैफ़

गर्मी का मौसम, ग्रीष्म ऋतु

सैफ़ी

ग्रीष्मकाल का, गर्मी के मौसम का

सैफ़-क़लम

निडर, सच्ची बात कहने या लिखने वाला, क़लम में तलवार की धार रखने वाला

सैफ़-दोदम

दोधारी तलवार

सैफ़-बान

वह हवाई जिसके साथ तलवार लटका देते हैं

सैफ़-ए-सल्तनत

مرادَ : وزارتِ دفاع محکمۂ حرب و ضرب .

सैफ़-ज़बान

a pious person whose pronouncements prove to be true, one whose curses prevail

सैफ़-बाज़ी

(तलवार बाज़ी) तलवार चलाने का करतब या तलवार की जंग

सैफ़-ज़बाँ

तलवार जैसी ज़बान वाला

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sharpness

सैफ़-ए-अब्रू

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तेज़ और ज़ोरदार भाषण देना, हृदय को दुःख पहुँचानेवाली बातें करना।

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پُر اثر گُفتگو ، تقریر کی تیزی .

सैफ़-ए-ज़बाँ

जिसकी ज़बान में तलवार जैसी कोट हो जो बहुत तेज़ बोले, जो हृदय को काटनेवाली बातें करे

सैफ़-ए-इलाही

अल्लाह की तलवार; अर्थात : हज़रत इमाम हुसैन की तलवार

सैफ़ भेंकना

तलवार चलाना, वार करना

सैफ़-उल-जिबार

تین ستاروں کے ایک مجوعے کا نام جو کبۃ الجبار یعنی جوزا کے حلقہ میں شامل ہے .

सैफ़ी-क़स

(प्राणि-विज्ञान) एक बड़ी हड्डी एक तलवार के समान लंबी महीन मेंडक की पीठ पर होती है

सैफ़ी चलना

सैफी के अमल का असर होना, सैफी का कारगर होना

सैफ़ी पढ़ना

सैफी का अमल करना, दाये सैफी का वरद करना

सैफ़ी फेरना

count the beads, say the imprecatory prayers

सैफ़ी भेरना

एक विशेष प्रार्थना का विर्द करना, किसी का श्रद्धापूर्वक जाप करना, किसी के नाम की माला जपना

सैफ़ुल-मुलूक

a fairy tale by famous Sufi saint, Miyan Muhammad Bakhsh, who wrote this epic romance in the late 1800s

सैफ़ तो पट पड़ी थी पर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

सैफ़ तो पट पड़ी थी मगर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

सैफ़ी पढ़वाना

मंत्र की क्रिया कराना

सैफ़ी उलट जाना

सैफी के अमल का बिगड़ा जाना या तासीर का बरअक्स होना

सैफ़ी उलट पड़ना

सैफी के अमल का बिगड़ा जाना या तासीर का बरअक्स होना

मग़रिब-सैफ़

(جغرافیہ) وہ مغربی منطقہ جہاں سارا سال گرمی کا موسم ہوتا ہے ۔

रौनक़-ए-सैफ़

luster of the sword

अहल-ए-सैफ़

तलवार के धनी, फ़ौजी या सिपाही

सीधी-सैफ़

سیدھی تلوار جس میں خم نہیں ہوتا ، سروہی .

जामे'उस-सैफ़ वल-क़लम

جو فن حرب کا ماہر بھی ہو اور صاحب علم بھی ہو .

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