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पक्षी, पाखी, परिंदा, चिड़िया

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(लाक्षणिक) अनुभवहीन, अनाड़ी, अनजान

जल-पंछी

मुरगाबी, पानी का परिंदा, पानी की पक्षियां, जलपक्षी

हाथ का पंछी बनना

हर वक़्त साथ रहना अथवा किसी के हाथों बेबस होना, अधीन होना, वशीभूत होना

भोरे का मुर्ग़ा बोला, पंछी ने मुँह खोला

सुबह का समय हो गया, सुबह होती है तो पंछी बोलने लगते हैं

भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला

सुबह हो गई परिंद पंछी बोलने लगे , सुबह का वक़्त हो गया

चिड़ी मार टोला भाँत भाँत का पंछी बोला

इस मजलिस के मुताल्लिक़ कहते हैं जहां हर एक मुख़्तलिफ़ रए-ए-दे, जहां मुख़्तलिफ़ अलरए-ए-हूँ, वो मजलिस जहां तरह तरह की बोलियां बोली जाएं

अजगर करे न चाकरी पंछी करे न काम, दास मलूका यूँ कहे सब के दाता राम

ईश्वर सब को भोजन देता है, साँप नौकरी नहीं करता और पंछी काम नहीं करते मगर सब को ईश्वर भोजन देता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला के अर्थदेखिए

भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला

bhor kaa murGaa bolaa pa.nchhii ne mu.nh kholaaبھورکا مُرغا بولا پَنچھی نے مُنھ کھولا

कहावत

भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला के हिंदी अर्थ

  • सुबह हो गई परिंद पंछी बोलने लगे , सुबह का वक़्त हो गया

بھورکا مُرغا بولا پَنچھی نے مُنھ کھولا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • صبح ہو گئی پرند پنچھی بولنے لگے ؛ صبح کا وقت ہو گیا .

Urdu meaning of bhor kaa murGaa bolaa pa.nchhii ne mu.nh kholaa

  • Roman
  • Urdu

  • subah ho ga.ii parind panchhii bolne lage ; subah ka vaqt ho gayaa

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हर वक़्त साथ रहना अथवा किसी के हाथों बेबस होना, अधीन होना, वशीभूत होना

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सुबह का समय हो गया, सुबह होती है तो पंछी बोलने लगते हैं

भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला

सुबह हो गई परिंद पंछी बोलने लगे , सुबह का वक़्त हो गया

चिड़ी मार टोला भाँत भाँत का पंछी बोला

इस मजलिस के मुताल्लिक़ कहते हैं जहां हर एक मुख़्तलिफ़ रए-ए-दे, जहां मुख़्तलिफ़ अलरए-ए-हूँ, वो मजलिस जहां तरह तरह की बोलियां बोली जाएं

अजगर करे न चाकरी पंछी करे न काम, दास मलूका यूँ कहे सब के दाता राम

ईश्वर सब को भोजन देता है, साँप नौकरी नहीं करता और पंछी काम नहीं करते मगर सब को ईश्वर भोजन देता है

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भोर का मुर्ग़ा बोला पंछी ने मुँह खोला

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