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कुफ़्र

(धर्मशास्त्र) अल्लाह के अस्तित्व से इंकार, अल्लाह को न मानना, ख़ुदा के अस्तित्व से इंकार, इस्लामी धर्मशास्त्र से जान-बूझकर दूर रहना, इस्लाम का विपरीत, नास्तिकता, अच्छे और सीधे रास्ते से भटकना

कुफ़्र-गो

ईश निंदक, कुफ्र बकने वाला

कुफ़्री

(उमूमन) जुनूब मशरिक़ी अफ़्रीक़ा के वहशियों को कहते हैं

कुफ़्र-शिकन

कुफ़्र-पेशा

कुफ़्र-पझ़ोह

कुफ़्र-साज़

धर्म से भटका हुआ, अधर्मी; झूठा, झूठ बोलने वाला

कुफ़्र-गोई

ईश-निंदा, कुफ्र बकना

कुफ़्र करना

बेज़ारी और बे-तकल्लुफ़ी और बे-तअल्लुक़ी का इज़हार करना, ऐसी बात या अमल करना जिससे कुफ़्र लाज़िम आए

कुफ़्र धोना

अधर्म को मिटाना, अधर्म एवं नास्तिकता का नाश करना

कुफ़्र बकना

अल्लाह या उसके दीन को नकारना या निंदा के शब्द बोलना, नकारने की बातें करना, नकारात्मक शब्दों को मुँह से निकालना

कुफ़्र-ए-जली

कुफ़्र-आश्ना

जिसे कुफ़ से प्रेम हो, जो काफ़िरों से प्रेम करता हो, जो स्वयं आधा काफ़िर हो, पाप-परायण ।

कुफ़्र तोलना

रुक: कुफ़्र बिकना

कुफ़्र जोतना

काफ़िरों की सी बातें करना, बेक़ाइदा बात करना, ग़लत बात करना

कुफ़्रिय्यात

नास्तिकता की बातें, बेकार और झूट बातें, विधर्मियों जैसी बातें

कुफ़्र टूटना

ज़लालत या ज़ुल्मत छटना, गुमराही या स्याही दूर होना

कुफ़्र तोड़ना

۔(मजाज़न) ज़िद दूर करना। हिट से बाज़ रखना। कोई बात किसी को मुश्किल से मनवाना की जगह।

कुफ़्र-ए-ख़फ़ी

कुफ़्र-कचहरी

वह संगति जिसमें अशलील और गाली-गलौच सुनी जाती है

कुफ़्र बाँधना

गुमराही की तोहमत लगाना, झूटी बातें मंसूब करना

कुफ़्र-ए-सामानी

काफ़िरों की सी बातें करना, बेक़ाइदा बात करना

कुफ़्र-ए-हक़ीक़ी

(तसव़्वुफ) ज़ात महिज़ को ज़ाहिर करे इस तरह पर कि सालिक ज़ात-ए-हक़्क़ानी को ऐन सिफ़ात और सिफ़ात को ऐन ज़ात जाने जैसा कि है और ज़ात हक़ को हर जगह देखे और सिवाए ज़ात हक़ के किसी को मौजूद ना जाने

कुफ़्र-ए-मजाज़ी

कुफ़्र-ओ-इल्हाद

बेदीनी, नास्तिकता

कुफ़्र का फ़तवा लेना

किसी के मुताल्लिक़ मौलवियों से काफ़िर होने का आदेश प्राप्त करना

कुफ़्र की नक़्ल कुफ़्र नहीं

कुफ़्र का अनुकरण करने अर्थात कुफ़्र को दोहराने से कुफ़्र नहीं होता

कुफ़्र का फ़त्वा लगाना

कुफ़्र का फतवा देना, काफ़िर घोषित करना

कुफ़्र का फ़तवा देना

कुफ़्र के कलिमात मुँह से निकालना

कुफ़्र (अधर्म) का वाक्य बोलना, अप्रसन्नता प्रकट करना

नक़्ल-ए-कुफ़्र कुफ़्र नबाशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ज़रूर न कुफ्र को दुहराना लायक़ इगरफ़त नहीं होता, ग़लत बात को दुहराने वाला क़सूरवार नहीं गिरदाना जा सकता, हवाले के लिए कुफ्र की नक़ल करने से नाक़ल काफ़िर नहीं हो जाता

कलमा-ए-कुफ़्र

वर्ता-ए-कुफ़्र

कुफ़्र की हालत जिससे निकलना कठिन हो

सवाद-ए-कुफ़्र

नास्तिकता का काला ह्रदय

नक़्ल-ए-कुफ़्र कुफ़्र न बाशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ज़रूर न कुफ्र को दुहराना लायक़ इगरफ़त नहीं होता, ग़लत बात को दुहराने वाला क़सूरवार नहीं गिरदाना जा सकता, हवाले के लिए कुफ्र की नक़ल करने से नाक़ल काफ़िर नहीं हो जाता

निफ़ाक़-ओ-कुफ़्र

दोग़लापन और कृतघ्नता (अधर्म और पाखंड)

बड़ा कुफ़्र तोड़ना

बहुत हठी को नियंत्रण में लाना, अदभुत कार्य करना

ख़ुदा-ख़ुदा कर के कुफ़्र तोड़ा

बड़ी मुश्किल से राज़ी क्या या मनाया

ज़ंग-ए-कुफ़्र आईना-ए-दिल से दूर होना

ईमान लाना, मुस्लमान होना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बकरे की माँ कब तक ख़ैर मनाएगी के अर्थदेखिए

बकरे की माँ कब तक ख़ैर मनाएगी

bakre kii maa.n kab tak KHair manaa.egiiبَکْرے کی ماں کَب تَک خَیْر مَنائے گی

कहावत

बकरे की माँ कब तक ख़ैर मनाएगी के हिंदी अर्थ

  • व्यक्ति अपने भाग्य एवं अपनी नियति से नहीं बच सकता
  • बुरा आदमी अपनी बुराई की दंड अवश्य भुगतेगा

English meaning of bakre kii maa.n kab tak KHair manaa.egii

  • one can not escape one's destiny

Roman

بَکْرے کی ماں کَب تَک خَیْر مَنائے گی کے اردو معانی

  • جو آفت یا مصیبت مقدر میں ہے ضرور آئے گی
  • بد آدمی ضرور اپنی بدی کا نتیجہ بھگتے گا

Urdu meaning of bakre kii maa.n kab tak KHair manaa.egii

  • jo aafat ya musiibat muqaddar me.n hai zaruur aa.egii
  • bad aadamii zaruur apnii badii ka natiija bhugtegaa

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कुफ़्र

(धर्मशास्त्र) अल्लाह के अस्तित्व से इंकार, अल्लाह को न मानना, ख़ुदा के अस्तित्व से इंकार, इस्लामी धर्मशास्त्र से जान-बूझकर दूर रहना, इस्लाम का विपरीत, नास्तिकता, अच्छे और सीधे रास्ते से भटकना

कुफ़्र-गो

ईश निंदक, कुफ्र बकने वाला

कुफ़्री

(उमूमन) जुनूब मशरिक़ी अफ़्रीक़ा के वहशियों को कहते हैं

कुफ़्र-शिकन

कुफ़्र-पेशा

कुफ़्र-पझ़ोह

कुफ़्र-साज़

धर्म से भटका हुआ, अधर्मी; झूठा, झूठ बोलने वाला

कुफ़्र-गोई

ईश-निंदा, कुफ्र बकना

कुफ़्र करना

बेज़ारी और बे-तकल्लुफ़ी और बे-तअल्लुक़ी का इज़हार करना, ऐसी बात या अमल करना जिससे कुफ़्र लाज़िम आए

कुफ़्र धोना

अधर्म को मिटाना, अधर्म एवं नास्तिकता का नाश करना

कुफ़्र बकना

अल्लाह या उसके दीन को नकारना या निंदा के शब्द बोलना, नकारने की बातें करना, नकारात्मक शब्दों को मुँह से निकालना

कुफ़्र-ए-जली

कुफ़्र-आश्ना

जिसे कुफ़ से प्रेम हो, जो काफ़िरों से प्रेम करता हो, जो स्वयं आधा काफ़िर हो, पाप-परायण ।

कुफ़्र तोलना

रुक: कुफ़्र बिकना

कुफ़्र जोतना

काफ़िरों की सी बातें करना, बेक़ाइदा बात करना, ग़लत बात करना

कुफ़्रिय्यात

नास्तिकता की बातें, बेकार और झूट बातें, विधर्मियों जैसी बातें

कुफ़्र टूटना

ज़लालत या ज़ुल्मत छटना, गुमराही या स्याही दूर होना

कुफ़्र तोड़ना

۔(मजाज़न) ज़िद दूर करना। हिट से बाज़ रखना। कोई बात किसी को मुश्किल से मनवाना की जगह।

कुफ़्र-ए-ख़फ़ी

कुफ़्र-कचहरी

वह संगति जिसमें अशलील और गाली-गलौच सुनी जाती है

कुफ़्र बाँधना

गुमराही की तोहमत लगाना, झूटी बातें मंसूब करना

कुफ़्र-ए-सामानी

काफ़िरों की सी बातें करना, बेक़ाइदा बात करना

कुफ़्र-ए-हक़ीक़ी

(तसव़्वुफ) ज़ात महिज़ को ज़ाहिर करे इस तरह पर कि सालिक ज़ात-ए-हक़्क़ानी को ऐन सिफ़ात और सिफ़ात को ऐन ज़ात जाने जैसा कि है और ज़ात हक़ को हर जगह देखे और सिवाए ज़ात हक़ के किसी को मौजूद ना जाने

कुफ़्र-ए-मजाज़ी

कुफ़्र-ओ-इल्हाद

बेदीनी, नास्तिकता

कुफ़्र का फ़तवा लेना

किसी के मुताल्लिक़ मौलवियों से काफ़िर होने का आदेश प्राप्त करना

कुफ़्र की नक़्ल कुफ़्र नहीं

कुफ़्र का अनुकरण करने अर्थात कुफ़्र को दोहराने से कुफ़्र नहीं होता

कुफ़्र का फ़त्वा लगाना

कुफ़्र का फतवा देना, काफ़िर घोषित करना

कुफ़्र का फ़तवा देना

कुफ़्र के कलिमात मुँह से निकालना

कुफ़्र (अधर्म) का वाक्य बोलना, अप्रसन्नता प्रकट करना

नक़्ल-ए-कुफ़्र कुफ़्र नबाशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ज़रूर न कुफ्र को दुहराना लायक़ इगरफ़त नहीं होता, ग़लत बात को दुहराने वाला क़सूरवार नहीं गिरदाना जा सकता, हवाले के लिए कुफ्र की नक़ल करने से नाक़ल काफ़िर नहीं हो जाता

कलमा-ए-कुफ़्र

वर्ता-ए-कुफ़्र

कुफ़्र की हालत जिससे निकलना कठिन हो

सवाद-ए-कुफ़्र

नास्तिकता का काला ह्रदय

नक़्ल-ए-कुफ़्र कुफ़्र न बाशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ज़रूर न कुफ्र को दुहराना लायक़ इगरफ़त नहीं होता, ग़लत बात को दुहराने वाला क़सूरवार नहीं गिरदाना जा सकता, हवाले के लिए कुफ्र की नक़ल करने से नाक़ल काफ़िर नहीं हो जाता

निफ़ाक़-ओ-कुफ़्र

दोग़लापन और कृतघ्नता (अधर्म और पाखंड)

बड़ा कुफ़्र तोड़ना

बहुत हठी को नियंत्रण में लाना, अदभुत कार्य करना

ख़ुदा-ख़ुदा कर के कुफ़्र तोड़ा

बड़ी मुश्किल से राज़ी क्या या मनाया

ज़ंग-ए-कुफ़्र आईना-ए-दिल से दूर होना

ईमान लाना, मुस्लमान होना

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