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बहुत थोड़ा

बहुत थोड़ा

थोड़ा-बहुत

थोड़ा या थोड़े से कुछ अधिक, किसी क़दर, थोड़ा सा

नाम बहुत दर्शन थोड़ा

रुक : नाम बड़े दर्शन थोड़े

जीना थोड़ा आसा बहुत

जीवन कम होता है परंतु इच्छाएँ अधिक होती हैं

थोड़ा लिखा बहुत जानना

ये फ़िक़रा ख़त के आख़िर में इस वक़्त लिखते हैं जब मकतूब अलैह को किसी काम की ताकीद मंज़ूर हो (मशंकात भी मुस्तामल हैं)

थोड़ा बहुत गा लेना

कुछ संगीत की क्षमता होना, थोड़ा बहुत गाने की आदत होना

हलाल थोड़ा हराम बहुत

थोड़ी हलाल की कमाई में ज़्यादा बरकत होती है, हराम की बहुत में कुछ नहीं बनता , हलाल थोड़ा मिलता है हराम बहुत

थोड़ा लिखा बहुत समझना

ये फ़िक़रा ख़त के आख़िर में इस वक़्त लिखते हैं जब मकतूब अलैह को किसी काम की ताकीद मंज़ूर हो (मशंकात भी मुस्तामल हैं)

भूसी बहुत आटा थोड़ा

बेकार चीज़ें बहुत, अच्छी थोड़ी, दिवालिया है, ग़रीब है

थोड़ा देना बहुत आरज़ू करना

मामूली काम पर बहुत बदले की उम्मीद रखना, छोटी-छोटी चीजों के लिए बहुत पैसे की उम्मीद करना

थोड़ा थोड़ा ही कर के बहुत हो जाता है

drop by drop fills the bucket

हगना थोड़ा और भड़ भड़ बहुत

काम थोड़ा करना और शोर बहुत मचाना

देना थोड़ा, दिलासा बहुत

कथन कुछ और, कर्म कुछ और

बापुत पूत पिता पर घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

थोड़ा आप को बहुत ग़ैर को

उस के मुताल्लिक़ कहते हैं जो अपनों को कम दे और दूसरों को ज़्यादा

माँ पर पूत पिता पर घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

बाप पर पूत पिता पर घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

हगना थोड़ा और पट पट बहुत

काम थोड़ा करना और शोर बहुत मचाना

बाप को पूत पिता पत घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

थोड़ा करें ग़ाज़ी मियाँ , बहुत करें दफ़ाली

तारीफ़ करने वाले बेबुनियाद शौहरत देते हैं, ख़ुशामदी बढ़ चढ़ कर बातें बनाते और झूटी तारीफ़ें करते हैं, पैरों से बढ़ कर मुरीद चालाक होते हैं

लाला का घोड़ा खाए बहुत चले थोड़ा

पेटू और काम न करने वाला, नर्म मिज़ाज व्यक्ति के नौकर बहुत खाते हैं और काम कम करते हैं

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

लाला का घोड़ा खाए बहुत , चले थोड़ा

पेटू और काम ना करने वाले की निसबत बोलते हैं, नरम मिज़ाज आदमी के नौकर खाते बहुत हैं और काम कम करते हैं

राँड का साँड साैदागर का घोड़ा, खावे बहुत चले थोड़ा

बेसूरा और लाड-प्यार में पला हुआ व्यक्ति किसी योग्य नहीं होता दोनों हराम-ख़ोर होते हैं इन से कोई काम नहीं किया जाता

माँ पै पूत पिता पै घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़म थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

काटने वाले को थोड़ा, बटोरने वाले को बहुत

जो काम करे उसे थोड़ा जो बातें बनाए उसे बहुत मिल जाता है

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत, मार खाने की निशानी

दुर्बल क्रोधित व्यक्ति सामान्यतया मार खाता है

ग़ुस्सा बहुत, ज़ोर थोड़ा, मार खाने की निशानी

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत, मार खाने की निशानी

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

आता तो सब ही भला थोड़ा बहुत कुछ, जाते दो ही भले दलिद्दर और दुख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

आता तो सभी भला थोड़ा बहुत कुछ, जाता बस दो ही भले दलिद्दर और दुख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

आता तो सब ही भला, थोड़ा बहुता, कुच्छ, जाते तो दो ही भले, दालिद्दर और दुःख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

रात थोड़ी स्वाँग बहुत बड़ी

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

चादर थोड़ी पाँव फैलाए बहुत

(अकारण व्यय करने वाले आदमी के लिए बोलते हैं) आय कम व्यय अधिक

क़ुव्वत थोड़ी मंज़िल बहुत

काम मुश्किल होना, ताक़त और क्षमता से बढ़ कर काम कठिन होना

बहुत गई, थोड़ी रह गई

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

बहुत कट गई, थोड़ी रह गई

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

दर्शन थोड़े नाम बहुत

जैसा नाम है वैसा काम नहीं

सवाँग बहुत, रात थोड़ी

वक़्त कम है और काम ज़्यादा

बहुत गुज़र गई थोड़ी बाक़ी है

رکھ : بہت کٹ گئی الخ

रात थोड़ी स्वाँग बहुत

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

रात थोड़ी और स्वाँग बहुत

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

साँग बहुत हैं रात थोड़ी

समय कम और काम ज़्यादा होना के अवसर पर बोलते हैं, वक़्त कम और काम ज़्यादा होने के मौक़ा पर कहते हैं

थोड़े लिखे को बहुत जानना

रुक : थोड़ा लिखा बहुत जानना या समझना

बहुत गई थोड़ी रही

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

बहुत कट गई, थोड़ी रही

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

चादर है थोड़ी पैर पसारे बहुत

आमदनी थोड़ी ख़र्च बहुत

थोड़े लिखे को बहुत समझना

रुक : थोड़ा लिखा बहुत जानना या समझना

बरसा थोड़ी भभरौटी बहुत

वर्षा न हो तो सख़्त सूखा पड़ता है

बरसा थोड़ी भभरौती बहुत

वर्षा न हो तो सख़्त सूखा पड़ता है

बहुत कथनी, थोड़ी करनी

बातें बहुत करना और काम थोड़ा करना, शोर बहुत और काम बहुत थोड़ा

थोड़ी आस मदार की बहुत आस गुलगुलों की

उस समय कहते हैं जब देखने में तो कोई काम पुण्य के लिए किया जाए परंतु अंदर से उस में अति भोग की भावना होती हो

फूल नहीं पंखुड़ी बहुत नहीं थोड़ी

बहुत ना मिले तो थोड़ा ही काफ़ी है या आला ना हो तो अदना पर इकतिफ़ा किया जा सकता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बहुत बुरा किया के अर्थदेखिए

बहुत बुरा किया

bahut buraa kiyaaبَہُت بُرا کِیا

English meaning of bahut buraa kiyaa

  • did very bad, made big mistake

Urdu meaning of bahut buraa kiyaa

  • Roman
  • Urdu

खोजे गए शब्द से संबंधित

बहुत थोड़ा

बहुत थोड़ा

थोड़ा-बहुत

थोड़ा या थोड़े से कुछ अधिक, किसी क़दर, थोड़ा सा

नाम बहुत दर्शन थोड़ा

रुक : नाम बड़े दर्शन थोड़े

जीना थोड़ा आसा बहुत

जीवन कम होता है परंतु इच्छाएँ अधिक होती हैं

थोड़ा लिखा बहुत जानना

ये फ़िक़रा ख़त के आख़िर में इस वक़्त लिखते हैं जब मकतूब अलैह को किसी काम की ताकीद मंज़ूर हो (मशंकात भी मुस्तामल हैं)

थोड़ा बहुत गा लेना

कुछ संगीत की क्षमता होना, थोड़ा बहुत गाने की आदत होना

हलाल थोड़ा हराम बहुत

थोड़ी हलाल की कमाई में ज़्यादा बरकत होती है, हराम की बहुत में कुछ नहीं बनता , हलाल थोड़ा मिलता है हराम बहुत

थोड़ा लिखा बहुत समझना

ये फ़िक़रा ख़त के आख़िर में इस वक़्त लिखते हैं जब मकतूब अलैह को किसी काम की ताकीद मंज़ूर हो (मशंकात भी मुस्तामल हैं)

भूसी बहुत आटा थोड़ा

बेकार चीज़ें बहुत, अच्छी थोड़ी, दिवालिया है, ग़रीब है

थोड़ा देना बहुत आरज़ू करना

मामूली काम पर बहुत बदले की उम्मीद रखना, छोटी-छोटी चीजों के लिए बहुत पैसे की उम्मीद करना

थोड़ा थोड़ा ही कर के बहुत हो जाता है

drop by drop fills the bucket

हगना थोड़ा और भड़ भड़ बहुत

काम थोड़ा करना और शोर बहुत मचाना

देना थोड़ा, दिलासा बहुत

कथन कुछ और, कर्म कुछ और

बापुत पूत पिता पर घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

थोड़ा आप को बहुत ग़ैर को

उस के मुताल्लिक़ कहते हैं जो अपनों को कम दे और दूसरों को ज़्यादा

माँ पर पूत पिता पर घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

बाप पर पूत पिता पर घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

हगना थोड़ा और पट पट बहुत

काम थोड़ा करना और शोर बहुत मचाना

बाप को पूत पिता पत घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

थोड़ा करें ग़ाज़ी मियाँ , बहुत करें दफ़ाली

तारीफ़ करने वाले बेबुनियाद शौहरत देते हैं, ख़ुशामदी बढ़ चढ़ कर बातें बनाते और झूटी तारीफ़ें करते हैं, पैरों से बढ़ कर मुरीद चालाक होते हैं

लाला का घोड़ा खाए बहुत चले थोड़ा

पेटू और काम न करने वाला, नर्म मिज़ाज व्यक्ति के नौकर बहुत खाते हैं और काम कम करते हैं

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

लाला का घोड़ा खाए बहुत , चले थोड़ा

पेटू और काम ना करने वाले की निसबत बोलते हैं, नरम मिज़ाज आदमी के नौकर खाते बहुत हैं और काम कम करते हैं

राँड का साँड साैदागर का घोड़ा, खावे बहुत चले थोड़ा

बेसूरा और लाड-प्यार में पला हुआ व्यक्ति किसी योग्य नहीं होता दोनों हराम-ख़ोर होते हैं इन से कोई काम नहीं किया जाता

माँ पै पूत पिता पै घोड़ा, बहुत नहीं तो थोड़म थोड़ा

प्रत्येक व्यक्ति और जानवर में अपने बाप की स्वभाविक विशेषता पाई जाती हैं, अपने वंश का प्रभाव ज़रूर आता है, बीज की प्रभावशीलता प्राकृतिक है

काटने वाले को थोड़ा, बटोरने वाले को बहुत

जो काम करे उसे थोड़ा जो बातें बनाए उसे बहुत मिल जाता है

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत, मार खाने की निशानी

दुर्बल क्रोधित व्यक्ति सामान्यतया मार खाता है

ग़ुस्सा बहुत, ज़ोर थोड़ा, मार खाने की निशानी

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

ज़ोर थोड़ा, ग़ुस्सा बहुत, मार खाने की निशानी

कमज़ोर का क्रोध उसके अपमान का कारण बनता है

आता तो सब ही भला थोड़ा बहुत कुछ, जाते दो ही भले दलिद्दर और दुख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

आता तो सभी भला थोड़ा बहुत कुछ, जाता बस दो ही भले दलिद्दर और दुख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

आता तो सब ही भला, थोड़ा बहुता, कुच्छ, जाते तो दो ही भले, दालिद्दर और दुःख

जो मिले अच्छा जो जाए बुरा

रात थोड़ी स्वाँग बहुत बड़ी

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

चादर थोड़ी पाँव फैलाए बहुत

(अकारण व्यय करने वाले आदमी के लिए बोलते हैं) आय कम व्यय अधिक

क़ुव्वत थोड़ी मंज़िल बहुत

काम मुश्किल होना, ताक़त और क्षमता से बढ़ कर काम कठिन होना

बहुत गई, थोड़ी रह गई

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

बहुत कट गई, थोड़ी रह गई

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

दर्शन थोड़े नाम बहुत

जैसा नाम है वैसा काम नहीं

सवाँग बहुत, रात थोड़ी

वक़्त कम है और काम ज़्यादा

बहुत गुज़र गई थोड़ी बाक़ी है

رکھ : بہت کٹ گئی الخ

रात थोड़ी स्वाँग बहुत

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

रात थोड़ी और स्वाँग बहुत

समय थोड़ा है और काम बहुत अधिक

साँग बहुत हैं रात थोड़ी

समय कम और काम ज़्यादा होना के अवसर पर बोलते हैं, वक़्त कम और काम ज़्यादा होने के मौक़ा पर कहते हैं

थोड़े लिखे को बहुत जानना

रुक : थोड़ा लिखा बहुत जानना या समझना

बहुत गई थोड़ी रही

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

बहुत कट गई, थोड़ी रही

थोड़ा सा जीवन बाक़ी है, बहुत बीत गया है

चादर है थोड़ी पैर पसारे बहुत

आमदनी थोड़ी ख़र्च बहुत

थोड़े लिखे को बहुत समझना

रुक : थोड़ा लिखा बहुत जानना या समझना

बरसा थोड़ी भभरौटी बहुत

वर्षा न हो तो सख़्त सूखा पड़ता है

बरसा थोड़ी भभरौती बहुत

वर्षा न हो तो सख़्त सूखा पड़ता है

बहुत कथनी, थोड़ी करनी

बातें बहुत करना और काम थोड़ा करना, शोर बहुत और काम बहुत थोड़ा

थोड़ी आस मदार की बहुत आस गुलगुलों की

उस समय कहते हैं जब देखने में तो कोई काम पुण्य के लिए किया जाए परंतु अंदर से उस में अति भोग की भावना होती हो

फूल नहीं पंखुड़ी बहुत नहीं थोड़ी

बहुत ना मिले तो थोड़ा ही काफ़ी है या आला ना हो तो अदना पर इकतिफ़ा किया जा सकता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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