खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़" शब्द से संबंधित परिणाम

गुस्ताख़

निडर, चंचल, निर्लज्ज

गुस्ताख़ी

चंचलता, निडरता, निर्लज्जता, बदतमीज़ी

गुस्ताख़ाना

धृष्टता-पूर्वक, अशिष्ट, अभिमान

गुस्ताख़-तब'

फक्कड़, मुंहफट, मुखर।।

गुस्ताख़-चश्म

ill-glanced, having ignobleness in one's eye or glance

गुस्ताख़ कर देना

इस क़द्र आज़ादी देना कि दूसरा बदतमीज़ हो जाए

गुस्ताख़ बना देना

इस क़द्र-ए-आज़ादी देना कि वो बेअदब-ओ-ना मिर्माण हो जाएगी

गुस्ताख़ी होना

गुस्ताख़ी करना (रुक) का लाज़िम, बे-अदबी सरज़द होना , शोख़ी-ओ-शररात करना

गुस्ताख़ी करना

शरारत करना, शोख़ी और चंचलपना करना, अभिमानी होना

गुस्ताख़ी-मा'फ़

मुझे माफ़ करें, क्षमा करें

गुस्ताख़ी मु'आफ़ हो

जुमला-ए-मोतरिज़ा के तौर पर जब कोई शख़्स कोई बात ख़िलाफ़ तहज़ब या दूसरे के ख़िलाफ़-ए-मिज़ाज ज़बान से अदा करता या किसी दूसरे की बात को टोकता या रोकता है तो ये कलिमा अदा करता है

नज़र गुस्ताख़ करना

साहसपूर्वक देखना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़ के अर्थदेखिए

बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़

baa.njh kyaa jaane parsotii kii pii.Dبانجھ کْیا جانے پَرسوتی کی پِیڑ

कहावत

बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़ के हिंदी अर्थ

  • जो तकलीफ़ किसी ने ख़ुद ना उठाई हो उसे वो नहीं समझ सकता

بانجھ کْیا جانے پَرسوتی کی پِیڑ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جو تکلیف کسی نے خود نہ اٹھائی ہو اسے وہ نہیں سمجھ سکتا

Urdu meaning of baa.njh kyaa jaane parsotii kii pii.D

  • Roman
  • Urdu

  • jo takliif kisii ne Khud na uThaa.ii ho use vo nahii.n samajh saktaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

गुस्ताख़

निडर, चंचल, निर्लज्ज

गुस्ताख़ी

चंचलता, निडरता, निर्लज्जता, बदतमीज़ी

गुस्ताख़ाना

धृष्टता-पूर्वक, अशिष्ट, अभिमान

गुस्ताख़-तब'

फक्कड़, मुंहफट, मुखर।।

गुस्ताख़-चश्म

ill-glanced, having ignobleness in one's eye or glance

गुस्ताख़ कर देना

इस क़द्र आज़ादी देना कि दूसरा बदतमीज़ हो जाए

गुस्ताख़ बना देना

इस क़द्र-ए-आज़ादी देना कि वो बेअदब-ओ-ना मिर्माण हो जाएगी

गुस्ताख़ी होना

गुस्ताख़ी करना (रुक) का लाज़िम, बे-अदबी सरज़द होना , शोख़ी-ओ-शररात करना

गुस्ताख़ी करना

शरारत करना, शोख़ी और चंचलपना करना, अभिमानी होना

गुस्ताख़ी-मा'फ़

मुझे माफ़ करें, क्षमा करें

गुस्ताख़ी मु'आफ़ हो

जुमला-ए-मोतरिज़ा के तौर पर जब कोई शख़्स कोई बात ख़िलाफ़ तहज़ब या दूसरे के ख़िलाफ़-ए-मिज़ाज ज़बान से अदा करता या किसी दूसरे की बात को टोकता या रोकता है तो ये कलिमा अदा करता है

नज़र गुस्ताख़ करना

साहसपूर्वक देखना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone