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'आक़िल

बुद्धिमान व्यक्ति जो अपनी होश में हो या चेतना की आयु को पहुँच गया हो, वयस्क

'आक़िला

बुद्धिमती स्त्री, वह शक्ति जिससे पदार्थों का ज्ञान किया जा सके, अक़्लमंद औरत, समझदार औरत

'आक़िली

बुद्धीमान होना, अक़्लमंदी, बुद्धिमत्ता, हिक्मत तदब्बुर, ज़हानत

'आक़िलाँ

बुद्धिमान, ज्ञानी और समझदार लोग

'आक़िलाना

अक़्लमंदी से, होशयारी से, दूरअंदेशी का

'आक़िल-कारी

बुद्धिमान, संज्ञावान, सचेत, समझदार

'आक़िल-ए-ज़माना

sage of the times

'आक़िल को एक हर्फ़ बहुत है

समझदार इंगित अथवा संकेत भर से बात समझ जाता है

'आक़िल रा इशारा बस

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'आक़िल रा इशारा काफ़ी अस्त

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'आक़िल दोबारा फ़रेब नमी ख़ोर्द

अक़्लमंद दूसरी बार धोखा नहीं खाता

'आक़िलान-ए-शहर

wise ones of the city

'आक़िलाँ रा इशारा काफ़ी अस्त

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

'आक़िलाँ रा इशारा बस

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

सामे'-ए-'आक़िल

a wise listener, listener to a wise one

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में आई माई को काजल नहीं, बताई को भर माँगा के अर्थदेखिए

आई माई को काजल नहीं, बताई को भर माँगा

aa.ii maa.ii ko kaajal nahii.n, btaa.ii ko bhar maa.ngaaآئی مائی کو کاجل نہیں، بتائی کو بھر مانگا

स्रोत: हिंदी

कहावत

آئی مائی کو کاجل نہیں، بتائی کو بھر مانگا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

 

  • عیاش کے متعلق کہتے ہیں، گھر والوں کو کچھ نہیں دیتا، رنڈی کا گھر بھر دیتا ہے

Urdu meaning of aa.ii maa.ii ko kaajal nahii.n, btaa.ii ko bhar maa.ngaa

  • Roman
  • Urdu

  • ayyaash ke mutaalliq kahte hain, ghar vaalo.n ko kuchh nahii.n detaa, ranDii ka ghar bhar detaa hai

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'आक़िल

बुद्धिमान व्यक्ति जो अपनी होश में हो या चेतना की आयु को पहुँच गया हो, वयस्क

'आक़िला

बुद्धिमती स्त्री, वह शक्ति जिससे पदार्थों का ज्ञान किया जा सके, अक़्लमंद औरत, समझदार औरत

'आक़िली

बुद्धीमान होना, अक़्लमंदी, बुद्धिमत्ता, हिक्मत तदब्बुर, ज़हानत

'आक़िलाँ

बुद्धिमान, ज्ञानी और समझदार लोग

'आक़िलाना

अक़्लमंदी से, होशयारी से, दूरअंदेशी का

'आक़िल-कारी

बुद्धिमान, संज्ञावान, सचेत, समझदार

'आक़िल-ए-ज़माना

sage of the times

'आक़िल को एक हर्फ़ बहुत है

समझदार इंगित अथवा संकेत भर से बात समझ जाता है

'आक़िल रा इशारा बस

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'आक़िल रा इशारा काफ़ी अस्त

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'आक़िल दोबारा फ़रेब नमी ख़ोर्द

अक़्लमंद दूसरी बार धोखा नहीं खाता

'आक़िलान-ए-शहर

wise ones of the city

'आक़िलाँ रा इशारा काफ़ी अस्त

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

'आक़िलाँ रा इशारा बस

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

सामे'-ए-'आक़िल

a wise listener, listener to a wise one

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आई माई को काजल नहीं, बताई को भर माँगा

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