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टहनी

टहना का स्त्रीलिंग, वृक्ष की शाखा, छोटी शाख़, डाली, प्रशाखा, पेड़ की मोटी डाल से निकलने वाली पतली और लचीली डाली

टहनी हिलाना

۔(असल में नियम की टहनी हिलाना का मुख़फ़्फ़फ़ है। (अम) आतिशक के ज़ख़म के ऊपर से मक्ख्াयां उड़ाना। आतिशक में गलना सड़ना।

दरख़्त की टहनी वाली लिखाई

خطِ سرو کی طرح لِکھائی کا ایک قدیم طریقہ ، ایک کلتی (Celtic) زبان کا رسم الخط ، انگ : اوگم یا اوگھم حسم الخط (Ogham = Script Ogam) . ظاہری صورت کی بَنا پر اس خط کو (اوگم رسم خط) درخت کی ٹہنی والی لِکھائی کہا جاتا ہے .

फूल टहनी ही में ठीक रहता है

हर चीज़ अपनी असली जगह में ही ठीक मालूम होती है

फूल टहनी ही में अच्छा लगता है

हर वस्तु अपने वास्तविक स्थान में ही ठीक प्रतीत होती है अर्थात हर वस्तु अपने स्थान पर ही शोभा देती है

ज़ुल्म की टहनी कभी फलती नहीं

अत्याचार का परिणाम अच्छा नहीं होता

पिद्दी वाली बात जिस टहनी पर बैठूँ वही झुके

कमीना अपने आप को बड़े मरतबे वाला समझता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सरक न चुंगी डाल के भुस में के अर्थदेखिए

सरक न चुंगी डाल के भुस में

sarak na chu.ngii Daal ke bhus me.nسَرَک نَہ چُنْگی ڈال کے بُھس میں

सरक न चुंगी डाल के भुस में के हिंदी अर्थ

  • रुक : भुस में चुनगी डाल अलख

سَرَک نَہ چُنْگی ڈال کے بُھس میں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • رک : بُھس میں چُنگی ڈال الخ.

Urdu meaning of sarak na chu.ngii Daal ke bhus me.n

  • Roman
  • Urdu

  • ruk ha bhus me.n chungii Daal alakh

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टहनी

टहना का स्त्रीलिंग, वृक्ष की शाखा, छोटी शाख़, डाली, प्रशाखा, पेड़ की मोटी डाल से निकलने वाली पतली और लचीली डाली

टहनी हिलाना

۔(असल में नियम की टहनी हिलाना का मुख़फ़्फ़फ़ है। (अम) आतिशक के ज़ख़म के ऊपर से मक्ख्াयां उड़ाना। आतिशक में गलना सड़ना।

दरख़्त की टहनी वाली लिखाई

خطِ سرو کی طرح لِکھائی کا ایک قدیم طریقہ ، ایک کلتی (Celtic) زبان کا رسم الخط ، انگ : اوگم یا اوگھم حسم الخط (Ogham = Script Ogam) . ظاہری صورت کی بَنا پر اس خط کو (اوگم رسم خط) درخت کی ٹہنی والی لِکھائی کہا جاتا ہے .

फूल टहनी ही में ठीक रहता है

हर चीज़ अपनी असली जगह में ही ठीक मालूम होती है

फूल टहनी ही में अच्छा लगता है

हर वस्तु अपने वास्तविक स्थान में ही ठीक प्रतीत होती है अर्थात हर वस्तु अपने स्थान पर ही शोभा देती है

ज़ुल्म की टहनी कभी फलती नहीं

अत्याचार का परिणाम अच्छा नहीं होता

पिद्दी वाली बात जिस टहनी पर बैठूँ वही झुके

कमीना अपने आप को बड़े मरतबे वाला समझता है

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