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रक्खे

रखना

रक्खे-रखे

बहुत देर तक बगै़र इस्तेमाल किए हुए पड़ा रहना

रक्खे तो प्रीत, नहीं तो पलीत

यदि प्रेम को सदैव निश्चित रक्खे तो बहुत अच्छी बात है वर्ना बहुत बुरी

दक्खिनी-पोदीना

पौदीने की एक क़िस्म, पुदीने का एक रूप, हब्शी पोदीना

रक्खा तो चश्मों से, उड़ा दिया तो पश्मों से

यदि उपकार किया और नौकर रक्खा तो उनकी कृपा है नहीं तो कुछ परवाह नहीं

आल्लाह रक्खे

इश्वर जीवित एवं स्थिर रखे

ख़ुदा-रक्ख़े

(किनायतन) अल्लाह सलामत रखै

रक्खा है

اثبات پر طنز کے لیے نفی کے معنی میں مستعمل ، مترادف : نہیں ہے ، کچھ نہیں ہے ، کوئی نہیں ہے ، کہاں سے آیا ، کیسے ممکن ہے.

सुहाग क़ाइम रक्खे

शौहर के ज़िंदा रहने की दुआ देते वक़्त बोलते यहं, ख़ुदा शौहर को ज़िंदा रखे

ख़ुदा आबाद रक्खे

(दुआइया कलिमा) सलामत रहें

ख़ुदा पनाह में रखे

अल्लाह बचाए अल्लाह महफ़ूज़ रखे

फन रक्खे बैठना

खज़ाने पर सान बने बैठना, दौलत हथियाए बैठना

दिल में आई को रक्खे सो भड़वा

जो बात दिल में आए वह कह देनी चाहिए, जो व्यक्ति अप्रिय बात कहना चाहे तो वह भूमिका के रूप में कहता है

आप से ख़ुदा पनाह में रक्खे

बहुत बुरे हो

अल्लाह रक्खे तो कौन चक्खे

जिस को ईश्वर बचाना चाहे उसे कौन मार सकता है

जिसे अल्लाह रक्खे उसे कौन चक्खे

जिसे ईश्वर स्वस्थ रखना चाहते हैं, उसे कौन मार सकता है, कौन नुक़सान पहुँचा सकता है, ईश्वर की आज्ञा के बिना कुछ भी नहीं होता मौत और जीवन ईश्वर के अधिकार में हैं

ख़ुदा जिस को रक्खे उसे काैन चक्खे

अल्लाह की मदद शामिल हो तो कोई नुक़्सान नहीं पहुंच सकता

जिस को अल्लाह रक्खे उस को काैन चक्खे

जिसे अल्लाह बचाए उसे कौन मार सकता है

थोड़ मोल की कामिली करे बड़ों का काम, मह्मूदी और बाफ़्ता सब की रक्खे मान

थोड़ी क़ीमत की चीज़ भी वैसा ही काम देती है जैसी अधिक क़ीमत

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, बेटी जब पैदा हुई मौला रक्खे नेक, देना भला न बाप का जो प्रभु रक्खे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

आँखों पर पाँव रखो

इच्छा से आओ, स्वागतम, बड़ी ख़ुशी से आ जाٖइये, आप का आना सर आँखों पर

ज़बान क़ाबू में रक्खो

गाली या अपशब्द न बोलो

रोज़ा रक्खा रक्खा आख़िर खोला तो गूह से

लड़की को अच्छ्াी जगह चूड़ कर बुरी जगह ब्याह लेना , देर में सोच सोच कर क़दम उठाया वो भी ग़लत

अल्लाह रक्खो

God keep (him or her)!

हुई रक्खी है

हो चुकी है, पहले से तैय्यार है, बस समझ लो कि हो चुकी है (किसी काम के पहले से पूरा हो जाने या बिलकुल तैय्यार हो जाने के लिए बोलते हैं)

हींग लगा कर रखो

बचा कर रखू, ख़ुद हिफ़ाज़त से रखू, हुआ ना लगने दो , (तंज़न) सेंत कर रखू , किसी को ना दो (बख़ील से तंज़न कहते हैं

आसमान का रक्खा न ज़मीन का

नष्ट कर दिया, तबाह-ओ-बर्बाद कर दिया

अक्खो मक्खो सब का दिल रक्खो

प्रत्येक के मुँह पर उसी की सी कहना

बन-रक्खा

जंगल और उसमें की संपत्ति (जीव-जन्तु) की रक्षा करने वाला व्यक्ति, जंगल की रक्षा करने वाला, रेंजर

बाल-रक्खा

चटाई की वह मचान जिस पर बैठकर किसान या मज़दूर खेत की हिफ़ाज़त करता है

उस ने रक्खा इस ने उठाया

दोनों एक दूसरे का समरूप हैं, दोनों एक जैसे हैं (उस मौके़ पर प्रयुक्त जब दो आदमी आदतों और लक्षणों और चरित्र आदि में समान हों)

यार वही है पक्का जिस ने मान यार का रक्खा

जो मित्र की सहायता करे वही सच्चा मित्र है

कौन सी बात उठा रक्खी है

क्या कमी छोड़ी है, कौन सी कसर बाक़ी रखी है, क्या नहीं किया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में रक्खे तो प्रीत, नहीं तो पलीत के अर्थदेखिए

रक्खे तो प्रीत, नहीं तो पलीत

rakkhe to priit, nahii.n to paliitرَکّھے تو پریت، نہیں تو پلیت

अथवा : रक्खे तो पीत, नहीं तो पलीत

कहावत

रक्खे तो प्रीत, नहीं तो पलीत के हिंदी अर्थ

  • यदि प्रेम को सदैव निश्चित रक्खे तो बहुत अच्छी बात है वर्ना बहुत बुरी
  • निबाहा जा सके तो प्रेम नहीं तो एक फ़ज़ीहत है

رَکّھے تو پریت، نہیں تو پلیت کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • اگرمحبت کو قائم رکھے تو بہت اچھی بات ہے ورنہ بہت بری
  • نباہا جا سکے تو محبت نہیں تو فضیحت ہے

Urdu meaning of rakkhe to priit, nahii.n to paliit

  • Roman
  • Urdu

  • agar muhabbat ko qaayam rakhe to bahut achchhii baat hai varna bahut barii
  • nibaahaa ja sake to muhabbat nahii.n to faziihat hai

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रक्खे

रखना

रक्खे-रखे

बहुत देर तक बगै़र इस्तेमाल किए हुए पड़ा रहना

रक्खे तो प्रीत, नहीं तो पलीत

यदि प्रेम को सदैव निश्चित रक्खे तो बहुत अच्छी बात है वर्ना बहुत बुरी

दक्खिनी-पोदीना

पौदीने की एक क़िस्म, पुदीने का एक रूप, हब्शी पोदीना

रक्खा तो चश्मों से, उड़ा दिया तो पश्मों से

यदि उपकार किया और नौकर रक्खा तो उनकी कृपा है नहीं तो कुछ परवाह नहीं

आल्लाह रक्खे

इश्वर जीवित एवं स्थिर रखे

ख़ुदा-रक्ख़े

(किनायतन) अल्लाह सलामत रखै

रक्खा है

اثبات پر طنز کے لیے نفی کے معنی میں مستعمل ، مترادف : نہیں ہے ، کچھ نہیں ہے ، کوئی نہیں ہے ، کہاں سے آیا ، کیسے ممکن ہے.

सुहाग क़ाइम रक्खे

शौहर के ज़िंदा रहने की दुआ देते वक़्त बोलते यहं, ख़ुदा शौहर को ज़िंदा रखे

ख़ुदा आबाद रक्खे

(दुआइया कलिमा) सलामत रहें

ख़ुदा पनाह में रखे

अल्लाह बचाए अल्लाह महफ़ूज़ रखे

फन रक्खे बैठना

खज़ाने पर सान बने बैठना, दौलत हथियाए बैठना

दिल में आई को रक्खे सो भड़वा

जो बात दिल में आए वह कह देनी चाहिए, जो व्यक्ति अप्रिय बात कहना चाहे तो वह भूमिका के रूप में कहता है

आप से ख़ुदा पनाह में रक्खे

बहुत बुरे हो

अल्लाह रक्खे तो कौन चक्खे

जिस को ईश्वर बचाना चाहे उसे कौन मार सकता है

जिसे अल्लाह रक्खे उसे कौन चक्खे

जिसे ईश्वर स्वस्थ रखना चाहते हैं, उसे कौन मार सकता है, कौन नुक़सान पहुँचा सकता है, ईश्वर की आज्ञा के बिना कुछ भी नहीं होता मौत और जीवन ईश्वर के अधिकार में हैं

ख़ुदा जिस को रक्खे उसे काैन चक्खे

अल्लाह की मदद शामिल हो तो कोई नुक़्सान नहीं पहुंच सकता

जिस को अल्लाह रक्खे उस को काैन चक्खे

जिसे अल्लाह बचाए उसे कौन मार सकता है

थोड़ मोल की कामिली करे बड़ों का काम, मह्मूदी और बाफ़्ता सब की रक्खे मान

थोड़ी क़ीमत की चीज़ भी वैसा ही काम देती है जैसी अधिक क़ीमत

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, बेटी जब पैदा हुई मौला रक्खे नेक, देना भला न बाप का जो प्रभु रक्खे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

आँखों पर पाँव रखो

इच्छा से आओ, स्वागतम, बड़ी ख़ुशी से आ जाٖइये, आप का आना सर आँखों पर

ज़बान क़ाबू में रक्खो

गाली या अपशब्द न बोलो

रोज़ा रक्खा रक्खा आख़िर खोला तो गूह से

लड़की को अच्छ्াी जगह चूड़ कर बुरी जगह ब्याह लेना , देर में सोच सोच कर क़दम उठाया वो भी ग़लत

अल्लाह रक्खो

God keep (him or her)!

हुई रक्खी है

हो चुकी है, पहले से तैय्यार है, बस समझ लो कि हो चुकी है (किसी काम के पहले से पूरा हो जाने या बिलकुल तैय्यार हो जाने के लिए बोलते हैं)

हींग लगा कर रखो

बचा कर रखू, ख़ुद हिफ़ाज़त से रखू, हुआ ना लगने दो , (तंज़न) सेंत कर रखू , किसी को ना दो (बख़ील से तंज़न कहते हैं

आसमान का रक्खा न ज़मीन का

नष्ट कर दिया, तबाह-ओ-बर्बाद कर दिया

अक्खो मक्खो सब का दिल रक्खो

प्रत्येक के मुँह पर उसी की सी कहना

बन-रक्खा

जंगल और उसमें की संपत्ति (जीव-जन्तु) की रक्षा करने वाला व्यक्ति, जंगल की रक्षा करने वाला, रेंजर

बाल-रक्खा

चटाई की वह मचान जिस पर बैठकर किसान या मज़दूर खेत की हिफ़ाज़त करता है

उस ने रक्खा इस ने उठाया

दोनों एक दूसरे का समरूप हैं, दोनों एक जैसे हैं (उस मौके़ पर प्रयुक्त जब दो आदमी आदतों और लक्षणों और चरित्र आदि में समान हों)

यार वही है पक्का जिस ने मान यार का रक्खा

जो मित्र की सहायता करे वही सच्चा मित्र है

कौन सी बात उठा रक्खी है

क्या कमी छोड़ी है, कौन सी कसर बाक़ी रखी है, क्या नहीं किया

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