खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े" शब्द से संबंधित परिणाम

बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हर 'ऐब कि सुल्तान ब पसनंदद हुनर अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बादशाह जिस ऐब को पसंद करता है वो हुनर समझा जाता है , बड़ों के ऐब भी ख़ूबी हो जाते हैं , बरी बात जो हाकिम करता है लोग उसी की तक़लीद करते हैं

हुनर ब-चश्म-ए-'अदावत बुज़ुर्ग तर 'ऐब अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) अदावत की आँख से हुनर भी बड़ा ऐब मालूम होता है

बा'इस-ए-'अर्ज़-ए-हुनर

reason for presenting competence

बा'इस-ए-अफ़्सुर्दगी-ए-हाल-ए-हुनर

cause of the poor state of skill

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े के अर्थदेखिए

नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े

namaaz mu'aaf karaane ga.e , ulTe roze gale pa.Deنَماز مُعاف کَرانے گَئے ، اُلٹے روزے گَلے پَڑے

नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े के हिंदी अर्थ

  • रुक : नमाज़ छुड़ाने गए थे रोज़े गले पड़े

نَماز مُعاف کَرانے گَئے ، اُلٹے روزے گَلے پَڑے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • رک : نماز چھڑانے گئے تھے روزے گلے پڑے ۔

Urdu meaning of namaaz mu'aaf karaane ga.e , ulTe roze gale pa.De

  • Roman
  • Urdu

  • ruk ha namaaz chhu.Daane ge the roze gale pa.De

खोजे गए शब्द से संबंधित

बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हर 'ऐब कि सुल्तान ब पसनंदद हुनर अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) बादशाह जिस ऐब को पसंद करता है वो हुनर समझा जाता है , बड़ों के ऐब भी ख़ूबी हो जाते हैं , बरी बात जो हाकिम करता है लोग उसी की तक़लीद करते हैं

हुनर ब-चश्म-ए-'अदावत बुज़ुर्ग तर 'ऐब अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) अदावत की आँख से हुनर भी बड़ा ऐब मालूम होता है

बा'इस-ए-'अर्ज़-ए-हुनर

reason for presenting competence

बा'इस-ए-अफ़्सुर्दगी-ए-हाल-ए-हुनर

cause of the poor state of skill

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

नमाज़ मु'आफ़ कराने गए , उल्टे रोज़े गले पड़े

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone