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क़सीदा

नज़्म अर्थात कविता की वह सिन्फ़ अर्थात विधा जिसमें प्रशंसा, उपदेश और सलाह, बहार की तारीफ़, रोज़गार की कमी या ज़माने की शिकायत के विषय बयान किए जाएँ, उसके मतले के दो मिसरों और हर शेर के मिसरा-ए-सानी अर्थात दूसरे मिसरे का हम-क़ाफ़िया अर्थात समान क़ाफ़िया वाला होना ज़रूरी है, सामान्यतः क़सीदे में प्रशंसात्मक विषय होता है, उसमें पारंपरिक रूप से कुछ बातों का लिहाज़ रखा जाता है, उदाहरणतः सर्वप्रथम तशबीब अर्थात प्रशंसा, दूसरा हुस्न-ए-तख़लीस या गुरेज़ अर्थात प्रशंसा से प्रशंसा के विषय की ओर मुड़ना, तीसरा तारीफ़-ए-ममदूह अर्थात प्रशंसा पात्र की तारीफ़, चौथा हुस्न-उल-तलब अर्थात अपना उद्देश्य उद्घाटित करना, पाँचवाँ दुआ, क़सीदा कई प्रकार का होता है, जैसे बहारिया, हालिया, फ़ख़्रिया इत्यादि जो बहार, हालात-ए-ज़माना अर्थात सामयिक परिस्थितियाँ या फ़ख़्र-ओ-तअल्ली अर्थात गर्व से संबद्ध है, कभी-कभी जब क़सीदे के आख़िर में हर्फ़-ए-रवी इस तरह आता हो कि उसके बाद रदीफ़ न आए तो उससे भी क़सीदा संबद्ध हो जाता, उदाहरणतः अलिफ़िया, लामिया इत्यादि अर्थात अलिफ़ की या लाम की रवी वाला क़सीदा, आम बोलचाल में हर प्रकार के प्रशंसात्मक वाक्य या गद्याँश को भी क़सीदा कह देते हैं

क़सीदा पढ़ना

तारीफ़ करना

क़सीदा-गो

क़सीदा लिखने वाला कवि, प्रशंसा करने वाला कवि

क़सीदा-गर

अ. फा. वि.कसीदा लिखनेवाला, वह शाइर जो क़सीदे अधिक और अच्छे लिखता हो ।

क़सीदा-गोई

किसी की प्रशंसा में कविता कहना, क़सीदा कहना

क़सीदा-ख़्वाँ

कसीदा पढ़ने वाला

क़सीदा-निगार

क़सीदा लिखने वाला, प्रशंसा या स्तुति लिखने वाला कवि

क़सीदा-ख़्वानी

क़सीदा पढ़ना,

क़सीदा-निगारी

किसी की प्रशंसा में कुछ लिखना, प्रशंसा करना

कसीदा

वह माल जिसकी बिक्री न हो, जिसका चलन उठ गया हो।

कशीदा

दराज़ क्या हुआ, खींच कर पढ़ा जाने वाला, इश्बा ई (हर्फ़ वग़ैरा)

क़ासिदी

पैग़ाम ले जाना, नामाबरी, पयाम्बरी, सन्देश पहुंचाने का काम, सन्देश ले जाना

क़स्दी

ارادہ، قصد، کوشش

कशीदा-काढ़

رک: کشیدہ کاری.

कशीदा-क़द

tall of stature

कशीदा काढ़ना

सूई और धागे से बेल-बूटे बनाना, कशीदाकारी करना

कशीदा-क़ामत

लंबे आकार वाला, लंबे क़दवाला, लंबकाय

कशीदा-क़ामती

क़द की लंबाई, तवील अलक़ा मति, क़द की दराज़ी

कशीदा-मिज़ाजी

मन मुटाव, नाराज़ी, गंभीरता

कशीदा-रू

अप्रसन्न, परेशान हाल, दुखी, उदास गुस्से में, उग्र, नाराज़

कशीदा-आब

निथारा हुआ, साफ़ किया हुआ पानी

कशीदा-अबरू

वह जिसकी भवें दूर दूर हों

कशीदाकारी

कपड़े पर कढ़ाई करने की क्रिया, सुई धागे से बेल-बूटे बनाना या काढ़ना, चिकन बनाना

कशीदा-कमर

झुकी हुई कमर- वाला।

कशीदा-ख़ातिर

अप्रसन्न, रुष्ट, नाखुश, खिन्न, मलीन, दुखी हृदय

कशीदा-ख़ातिरी

नाराज़ी, अप्रसन्नता

कशीदा-कारी करना

بیل بوٹے بنانا، حسن میں اضافہ کرنا، چار چاند لگانا.

कशीदा होना

۱. रंजीदा होना, ख़फ़ा होना

कशीदा रहना

कटे कटे रहना, खिंचे खिंचे रहना, रुष्ट रहना, चुप चुप रहना, नाराज़ होना, दुखी होना, ऊब जाना

कशीदा करना

۱. कढ़ाई करना, काढ़ना

कशीदा निकालना

कढ़ाई का काम करना, कशीदाकारी करना, कपड़े पर कढ़ाई करने का काम करना

कशीदिया

کشید کرنے والا، (عموماً) چھوٹے پیمانے پر شراب بنانے والا.

कशीदनी

smoking (tobacco)

कशीदगी

खिचावट, वैमनस्य, मनमुटाव, नाराज़गी, मलाल

क़सीदियत

قصیدہ کی معنوی خصوصیات .

कशीदःकार

कशीदे का काम करनेवाला, चिकन काढ़नेवाला।

'ऐनी-क़सीदा

(شاعری) وہ مخصوص عقیدہ جس میں کسی شخص کی تعریف مشاہدے کی روشنی میں کی جاتی ہے ، حقیقی مدحیہ قصیدہ.

ना'तिया-क़सीदा

हुज़ूर की शान में तारीफ़ी शेर नज़्म की सूरत क़सीदा या क़सीदा नात

मदहिया-क़सीदा

(शायरी) ऐसा क़सीदा जिसमें किसी की प्रशंसा और स्तुति बयान की जाए

कशीदगी इख़्तियार करना

अप्रसन्न होना, अलग हो जाना, नाराज़ हो जाना

सर-ए-क़सीदा

بہترین قصیدہ

काग़ज़-ए-मिस्तर-कशीदा

a ruled paper

आँख न दीदा काढ़े कशीदा

शिष्टाचार कुछ नहीं और दावे बड़े बड़े, योग्यता और प्रतिभा कुछ नहीं साहस बहुत है

त'अल्लुक़ात कशीदा होना

एक-दूसरे से मेल न खाना, एक-दूसरे के प्रति द्वेष रखना

हाथ कशीदा आसमाँ पर दीदा

۔(عو) جس کا ہاتھ کہیں اور ہو اور خیال کہیں اور۔ اس کی نسبت بولتے ہیں جو نہایت ہی شوخ چشم ہو۔

ग़म-कशीदा

दुखी, उदास, अप्रसन्न, उचाट, दुख उठाने वाला

इंतिज़ार-कशीदा

प्रतीक्षा करने वाला, इंतिज़ार करने वाला

ज़ंजीर-कशीदा

दे. जंजीर गुसिस्तः ।

क़लम-कशीदा

क़लम किया हुआ, बरीदा, कटा हुआ

क़द-कशीदा

ठीक-ठाक डील, खड़ा डील, सीधा डील

फ़िराक़-कशीदा

जिसे अपने प्रेमी से जुदाई हो

दिल कशीदा होना

दुःखी होना, हृदयविदारक होना, खिंचा खिंचा रहना

हिज्राँ-कशीदा

جس نے ہجر کا دُکھ اٹھایا ہو ، رک : ہجراں زدہ

क़ामत-ए-कशीदा

लम्बी क़द वाला, ऊँची क़द वाला

दस्त कशीदा होना

किसी काम से हाथ खींच लेना, त्याग देना, छोड़ देना

तब'-ए-कशीदा

स्वभाव की नाराज़ी, उदास स्वभाव, नाराज़ स्वभाव

हाथ कशीदा आस मान दीदा

उसके बारे में बोलते हैं जिसका हाथ कहीं और ध्यान कहीं और हो, जो बहुत ही नटखट आँखों वाला हो

क़लम-दर-कशीदा

मिटाया हुआ, मव किया हुआ ।

भले बाबा बंद पड़ी गोबर छोड़ कशीदे पड़ी

एक के बाद दूसरी मुश्किल में पड़ना, एक मुसीबत से बच्ची तो दूसरी में पड़ी

सूई टूटी , कशीदा से छूटी

कम ना करने का बहाना मिला, काम चोर और बहाना जोओ के मुताल्लिक़ कहते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मिज़ाज के अर्थदेखिए

मिज़ाज

mizaajمِزَاج

स्रोत: अरबी

वज़्न : 121

टैग्ज़: जीवविज्ञान चिकित्सा वाक्य

शब्द व्युत्पत्ति: म-ज़-ज

मिज़ाज के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मिलाने की चीज़, मिलावट
  • (चिकित्सा) वह अवस्था जो 'अनासिर-ए-अर्बा' के परस्पर मिलने से पैदा होती है, जब यह तत्व आपस में मिलते हैं तो उनमें से हर एक की अवस्था गर्मी और सर्दी और शुष्कता और आर्द्रता के आपस में मिलने से और उनकी क्रियाओं से उनकी तेज़ी दूर हो जाती है और एक नई बीच की अवस्था पैदा हो जाती है यही मिज़ाज है

    विशेष 'अनासिर-ए-अर्बा'= जिन चार तत्वों से शरीर का निर्माण होता है वे जल, अग्नि, वायु और पृथ्वी हैं

  • इंसान का स्वभाव, ज़ेहन की अवस्था, शारीरिक दशा
  • प्रकृति, स्वभाव, किसी पदार्थ या व्यक्ति की मूल प्रवृत्ति, स्वाभाविक झुकाव
  • विशेषता, प्रभाव, विशिष्टता
  • (जीव विज्ञान) प्रतिक्रिया, प्रभाव (शरीर इत्यादि का बाहरी विकास)
  • आदत, प्रकृति
  • ग़ुरूर, अहंकार
  • नाज़, स्त्रियों, सुंदरियों एवंं प्रमिकाओं के हाव-भाव और लक्षण, चिड़चिड़ापन, चोचला
  • पदार्थ, वास्तविकता, अणु, हक़ीक़त

विशेषण

  • ऐसा व्यक्ति जिसके स्वभाव में आवारगी हो, जिसका चाल-चलन अच्छा न हो, विलासी, मन बहलाने वाली चीज़ों में रुचि रखने वाला

शे'र

English meaning of mizaaj

مِزَاج کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • ملانے کی چیز، آمیزش
  • (طب) وہ کیفیت جو عناصر اربعہ کے باہم ملنے سے پیدا ہوتی ہے، جب یہ عناصر ٰآپس میں ملتے ہیں تو ان میں سے ہر ایک کی کیفیت گرمی و سردی اور خشکی و تری کے باہم ملنے سے اور ان کے فعل و افعال سے ان کی تیزی دور ہو جاتی ہے اور ایک نئی متوسط کیفیت پیدا ہو جاتی ہے یہی مزاج ہے
  • انسان کی طبیعت، ذہن کی حالت، جسمانی کیفیت
  • سرشت، فطرت، خمیر، افتاد طبیعت
  • خاصیت، اثر، خاصہ
  • (حیاتیات) رد عمل، تاثر (جسم وغیرہ کی خارجی مہیج)
  • عادت، خصلت
  • غرور، تکبر
  • ناز، نخرہ، بدمزاجی، چوچلا
  • مادہ، اصلیت، جوہر، حقیقت

صفت

  • ایسا شخص جس کی طبیعت میں آوارگی ہو، بدچلن، عیاش، شوقین مزاج

Urdu meaning of mizaaj

  • Roman
  • Urdu

  • milaane kii chiiz, aamezish
  • (tibb) vo kaifiiyat jo anaasir-e-arba ke baaham milne se paida hotii hai, jab ye anaasir aa.aapas me.n milte hai.n to un me.n se har ek kii kaifiiyat garmii-o-sardii aur Khushkii-o-tariike baaham milne se aur un ke pheal-o-afaal se un kii tezii duur ho jaatii hai aur ek na.ii mutavassit kaifiiyat paida ho jaatii hai yahii mizaaj hai
  • insaan kii tabiiyat, zahan kii haalat, jismaanii kaifiiyat
  • sarishat, fitrat, Khamiir, uftaad tabiiyat
  • Khaasiiyat, asar, Khaassaa
  • (hayaatyaat) radd-e-amal, taassur (jism vaGaira kii Khaarijii muhiij
  • aadat, Khaslat
  • Garuur, takabbur
  • naaz, naKhraa, badmizaajii, chochalaa
  • maadda, asliiyat, jauhar, haqiiqat
  • a.isaa shaKhs jis kii tabiiyat me.n aavaargii ho, badachlan, ayyaash, shauqiin mizaaj

मिज़ाज से संबंधित रोचक जानकारी

مزاج بعض لوگوں کا خیال ہے کہ پرسش حال کے محل پر یہ لفظ صرف واحد بولا جانا چاہئے۔ جوش صاحب اس پر سختی سے کاربند تھے اور کہتے تھے کہ کسی شخص کا مزاج تو ایک ہی ہوتا ہے، پھر ’’آپ کے مزاج کیسے ہیں؟‘‘ کہنا بے معنی ہے، ’’آپ کا مزاج کیسا ہے؟‘‘ بولنا چاہئے۔ جوش صاحب کا اصراراصول زبان سے بے خبری ہی پر دال کہا جائے گا، کیوں کہ زبان میں منطق یا قیاس سے زیادہ سماع کی کارفرمائی ہے۔ جگن ناتھ آزاد کہتے ہیں کہ جوش صاحب یہ بھی کہتے تھے کہ محاورے کو منطق پر فوقیت ہے۔ یہ بات یقیناً سو فی صدی درست ہے، لیکن پھر جوش صاحب کے لئے اس اعتراض کا محل نہیں تھا کہ مزاج تو ایک ہی ہوتا ہے، اسے جمع کیوں بولا جائے؟ محاورے کے اعتبار سے ’’آپ کا مزاج کیسا ہے؟‘‘ بھی ٹھیک ہے، اور’’آپ کے مزاج کیسے ہیں؟‘‘ بھی ٹھیک ہے۔اب کچھ مزید تفصیل ملاحظہ ہو: احترام کے لئے بہت سے لوگوں کے ساتھ ہم جمع کا صیغہ استعمال کرتے ہیں۔ کوئی پوچھتا ہے، ’’آپ کے ابا اب کیسے ہیں؟‘‘، یا ’’یا آپ کی اماں اب کیسی ہیں؟‘‘ تو کیا اس پر اعتراض کیا جائے کہ ابا اور اماں تو ایک ہی ہیں، پھر انھیں جمع کیوں بولاجاتا ہے؟ اصولی بات یہی ہے کہ اردو میں (بلکہ عربی فارسی میں بھی)اکثر احترام ظاہر کرنے کے لئے جمع استعمال کرتے ہیں۔ اسی لئے’’ابا/اماں‘‘ بھی جمع ہیں، ’’مزاج‘‘ بھی موقعے کے لحاظ سے جمع بولا جاسکتا ہے۔ ہم لوگ حسب ذیل قسم کے فقرے:’’اللہ میاں فرماتے ہیں‘‘، ’’اللہ میاں گناہ کو ناپسند کرتے ہیں‘‘، اسی اصول کے تحت بولتے ہیں۔ ایک صاحب نے اعتراض کیا ہے کہ ان فقروں میں شرک کا شائبہ ہے۔ ظاہر ہے کہ زبان کے اصول کا مذہب کے اصول سے کوئی تعلق نہیں۔ ورنہ ہم لوگ ’’صلواۃ‘‘ اور’’صلواتیں سنانا‘‘ کو دو بالکل الگ معنی میں کیوں بولتے، درحالیکہ ’’صلواتیں سنانا‘‘ بمعنی ’’برا بھلا کہنا، گالیاں دینا‘‘ میں اسلام کے عظیم الشان رکن صلواۃ کی تحقیرکا اعتراض وارد ہو سکتا ہے۔ لیکن یہ اعتراض غلط ہے۔اس طرح اعتراض لگائے جائیں گے تو ’’مفت کی توقاضی کو بھی حلال ہی‘‘ اور’’ریش قاضی‘‘ جیسے محاورے اور فقرے زبان سے باہر کرنے ہوں گے۔اور ظاہر ہے کہ زبان کا بھلا چاہنے والا کوئی یہ نہ چاہے گا۔ ناسخ نے’’ریش قاضی‘‘ کیا خوب استعمال کیا ہے اور’’مزاج‘‘ کے واحد یا جمع ہونے کے بارے میں ایک سند بھی مہیا کر دی ہے ؎ نہ پائی ریش قاضی تولیا عمامۂ مفتی مزاج ان مے فروشوں کا بھی کیا ہی لا ابالی ہے ناسخ کے شعر سے معلوم ہوتا ہے کہ’’مزاج‘‘ اگر ’’طینت‘‘ کے معنی میں بولا جائے تو واحد البتہ ہوگا۔ مندرجہ ذیل اشعار اس کی مزید تائید کرتے ہیں، داغ (۱) اور ذوق(۲) ؎ دل لگی کیجئے رقیبوں سے اس طرح کا مرا مزاج نہیں آگیا اصلاح پر ایسا زمانے کا مزاج تا زبان خامہ بھی آتا نہیں حرف دوا اقبال نے نظم ’’ایک گائے اور بکری‘‘ میں بکری اور گائے دونوں کی زبان سے ’’مزاج‘‘ کو جمع کہلایا ہے، اور داغ کے یہاں یہ واحد ہے (۱) اقبال (۲) داغ ؎ بڑی بی مزاج کیسے ہیں گائے بولی کہ خیر اچھے ہیں نہیں معلوم ایک مدت سے قاصد حال کچھ ان کا مزاج اچھا تو ہے یادش بخیر اس آفت جاں کا لیکن اب بعض محاوروں میں’’مزاج‘‘ کو جمع بھی بولنے کا رجحان ہوگیا ہے، مثلاً ’’ایک ڈانٹ ہی میں اس کے مزاج درست ہو گئے‘‘، یا ’’وہ ہم لوگوں سے نہیں ملتے، ان کے مزاج بہت ہیں‘‘، وغیرہ۔ایک حد تک یہ رجحان پہلے بھی تھا، چنانچہ قائم چاند پوری کا شعر ہے ؎ کچھ لگ چلا تھا رات میں بولا کہ خیر ہے حضرت مزاج آپ کے کیدھر بہک گئے ملحوظ رہے کہ ’’مزاج‘‘ کو ’’صحت‘‘ کے معنی میں بولتے تو ہیں، لیکن صرف استفسار کی حد تک۔ یعنی ’’ان کامزاج اب کیسا ہے؟‘‘ کے معنی ’’ان کی طبیعت اب کیسی ہے؟‘‘ بالکل درست ہیں، لیکن ’’ان کا مزاج ٹھیک نہیں‘‘ کے معنی ’’ان کی طبیعت ٹھیک نہیں‘‘ یا ’’وہ بیمار ہیں‘‘ نہیں ہوسکتے۔’’ان کا مزاج ٹھیک نہیں‘‘ کے معنی ہیں: ’’وہ اس وقت غصے میں ہیں‘‘، یا، ’’ان کا مزاج برہم ہے‘‘۔

ماخذ: لغات روز مرہ    
مصنف: شمس الرحمن فاروقی

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क़सीदा

नज़्म अर्थात कविता की वह सिन्फ़ अर्थात विधा जिसमें प्रशंसा, उपदेश और सलाह, बहार की तारीफ़, रोज़गार की कमी या ज़माने की शिकायत के विषय बयान किए जाएँ, उसके मतले के दो मिसरों और हर शेर के मिसरा-ए-सानी अर्थात दूसरे मिसरे का हम-क़ाफ़िया अर्थात समान क़ाफ़िया वाला होना ज़रूरी है, सामान्यतः क़सीदे में प्रशंसात्मक विषय होता है, उसमें पारंपरिक रूप से कुछ बातों का लिहाज़ रखा जाता है, उदाहरणतः सर्वप्रथम तशबीब अर्थात प्रशंसा, दूसरा हुस्न-ए-तख़लीस या गुरेज़ अर्थात प्रशंसा से प्रशंसा के विषय की ओर मुड़ना, तीसरा तारीफ़-ए-ममदूह अर्थात प्रशंसा पात्र की तारीफ़, चौथा हुस्न-उल-तलब अर्थात अपना उद्देश्य उद्घाटित करना, पाँचवाँ दुआ, क़सीदा कई प्रकार का होता है, जैसे बहारिया, हालिया, फ़ख़्रिया इत्यादि जो बहार, हालात-ए-ज़माना अर्थात सामयिक परिस्थितियाँ या फ़ख़्र-ओ-तअल्ली अर्थात गर्व से संबद्ध है, कभी-कभी जब क़सीदे के आख़िर में हर्फ़-ए-रवी इस तरह आता हो कि उसके बाद रदीफ़ न आए तो उससे भी क़सीदा संबद्ध हो जाता, उदाहरणतः अलिफ़िया, लामिया इत्यादि अर्थात अलिफ़ की या लाम की रवी वाला क़सीदा, आम बोलचाल में हर प्रकार के प्रशंसात्मक वाक्य या गद्याँश को भी क़सीदा कह देते हैं

क़सीदा पढ़ना

तारीफ़ करना

क़सीदा-गो

क़सीदा लिखने वाला कवि, प्रशंसा करने वाला कवि

क़सीदा-गर

अ. फा. वि.कसीदा लिखनेवाला, वह शाइर जो क़सीदे अधिक और अच्छे लिखता हो ।

क़सीदा-गोई

किसी की प्रशंसा में कविता कहना, क़सीदा कहना

क़सीदा-ख़्वाँ

कसीदा पढ़ने वाला

क़सीदा-निगार

क़सीदा लिखने वाला, प्रशंसा या स्तुति लिखने वाला कवि

क़सीदा-ख़्वानी

क़सीदा पढ़ना,

क़सीदा-निगारी

किसी की प्रशंसा में कुछ लिखना, प्रशंसा करना

कसीदा

वह माल जिसकी बिक्री न हो, जिसका चलन उठ गया हो।

कशीदा

दराज़ क्या हुआ, खींच कर पढ़ा जाने वाला, इश्बा ई (हर्फ़ वग़ैरा)

क़ासिदी

पैग़ाम ले जाना, नामाबरी, पयाम्बरी, सन्देश पहुंचाने का काम, सन्देश ले जाना

क़स्दी

ارادہ، قصد، کوشش

कशीदा-काढ़

رک: کشیدہ کاری.

कशीदा-क़द

tall of stature

कशीदा काढ़ना

सूई और धागे से बेल-बूटे बनाना, कशीदाकारी करना

कशीदा-क़ामत

लंबे आकार वाला, लंबे क़दवाला, लंबकाय

कशीदा-क़ामती

क़द की लंबाई, तवील अलक़ा मति, क़द की दराज़ी

कशीदा-मिज़ाजी

मन मुटाव, नाराज़ी, गंभीरता

कशीदा-रू

अप्रसन्न, परेशान हाल, दुखी, उदास गुस्से में, उग्र, नाराज़

कशीदा-आब

निथारा हुआ, साफ़ किया हुआ पानी

कशीदा-अबरू

वह जिसकी भवें दूर दूर हों

कशीदाकारी

कपड़े पर कढ़ाई करने की क्रिया, सुई धागे से बेल-बूटे बनाना या काढ़ना, चिकन बनाना

कशीदा-कमर

झुकी हुई कमर- वाला।

कशीदा-ख़ातिर

अप्रसन्न, रुष्ट, नाखुश, खिन्न, मलीन, दुखी हृदय

कशीदा-ख़ातिरी

नाराज़ी, अप्रसन्नता

कशीदा-कारी करना

بیل بوٹے بنانا، حسن میں اضافہ کرنا، چار چاند لگانا.

कशीदा होना

۱. रंजीदा होना, ख़फ़ा होना

कशीदा रहना

कटे कटे रहना, खिंचे खिंचे रहना, रुष्ट रहना, चुप चुप रहना, नाराज़ होना, दुखी होना, ऊब जाना

कशीदा करना

۱. कढ़ाई करना, काढ़ना

कशीदा निकालना

कढ़ाई का काम करना, कशीदाकारी करना, कपड़े पर कढ़ाई करने का काम करना

कशीदिया

کشید کرنے والا، (عموماً) چھوٹے پیمانے پر شراب بنانے والا.

कशीदनी

smoking (tobacco)

कशीदगी

खिचावट, वैमनस्य, मनमुटाव, नाराज़गी, मलाल

क़सीदियत

قصیدہ کی معنوی خصوصیات .

कशीदःकार

कशीदे का काम करनेवाला, चिकन काढ़नेवाला।

'ऐनी-क़सीदा

(شاعری) وہ مخصوص عقیدہ جس میں کسی شخص کی تعریف مشاہدے کی روشنی میں کی جاتی ہے ، حقیقی مدحیہ قصیدہ.

ना'तिया-क़सीदा

हुज़ूर की शान में तारीफ़ी शेर नज़्म की सूरत क़सीदा या क़सीदा नात

मदहिया-क़सीदा

(शायरी) ऐसा क़सीदा जिसमें किसी की प्रशंसा और स्तुति बयान की जाए

कशीदगी इख़्तियार करना

अप्रसन्न होना, अलग हो जाना, नाराज़ हो जाना

सर-ए-क़सीदा

بہترین قصیدہ

काग़ज़-ए-मिस्तर-कशीदा

a ruled paper

आँख न दीदा काढ़े कशीदा

शिष्टाचार कुछ नहीं और दावे बड़े बड़े, योग्यता और प्रतिभा कुछ नहीं साहस बहुत है

त'अल्लुक़ात कशीदा होना

एक-दूसरे से मेल न खाना, एक-दूसरे के प्रति द्वेष रखना

हाथ कशीदा आसमाँ पर दीदा

۔(عو) جس کا ہاتھ کہیں اور ہو اور خیال کہیں اور۔ اس کی نسبت بولتے ہیں جو نہایت ہی شوخ چشم ہو۔

ग़म-कशीदा

दुखी, उदास, अप्रसन्न, उचाट, दुख उठाने वाला

इंतिज़ार-कशीदा

प्रतीक्षा करने वाला, इंतिज़ार करने वाला

ज़ंजीर-कशीदा

दे. जंजीर गुसिस्तः ।

क़लम-कशीदा

क़लम किया हुआ, बरीदा, कटा हुआ

क़द-कशीदा

ठीक-ठाक डील, खड़ा डील, सीधा डील

फ़िराक़-कशीदा

जिसे अपने प्रेमी से जुदाई हो

दिल कशीदा होना

दुःखी होना, हृदयविदारक होना, खिंचा खिंचा रहना

हिज्राँ-कशीदा

جس نے ہجر کا دُکھ اٹھایا ہو ، رک : ہجراں زدہ

क़ामत-ए-कशीदा

लम्बी क़द वाला, ऊँची क़द वाला

दस्त कशीदा होना

किसी काम से हाथ खींच लेना, त्याग देना, छोड़ देना

तब'-ए-कशीदा

स्वभाव की नाराज़ी, उदास स्वभाव, नाराज़ स्वभाव

हाथ कशीदा आस मान दीदा

उसके बारे में बोलते हैं जिसका हाथ कहीं और ध्यान कहीं और हो, जो बहुत ही नटखट आँखों वाला हो

क़लम-दर-कशीदा

मिटाया हुआ, मव किया हुआ ।

भले बाबा बंद पड़ी गोबर छोड़ कशीदे पड़ी

एक के बाद दूसरी मुश्किल में पड़ना, एक मुसीबत से बच्ची तो दूसरी में पड़ी

सूई टूटी , कशीदा से छूटी

कम ना करने का बहाना मिला, काम चोर और बहाना जोओ के मुताल्लिक़ कहते हैं

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