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बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में हेच आफ़त न रसद गोशा-ए-तन्हाई रा के अर्थदेखिए

हेच आफ़त न रसद गोशा-ए-तन्हाई रा

hech aafat na rasad gosha-e-tanhaa.ii raaہیچ آفَت نَہ رَسَد گوشَۂ تَنہائی را

स्रोत: फ़ारसी

कहावत

हेच आफ़त न रसद गोशा-ए-तन्हाई रा के हिंदी अर्थ

 

  • गोशा तन्हाई में कोई आफ़त नहीं पहुंचती यानी गोशा नशीन आदमी तमाम आफ़तों से अमन में रहता है (फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल

ہیچ آفَت نَہ رَسَد گوشَۂ تَنہائی را کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

 

  • گوشہ تنہائی میں کوئی آفت نہیں پہنچتی یعنی گوشہ نشین آدمی تمام آفتوں سے امن میں رہتا ہے (فارسی کہاوت اُردو میں مستعمل)

Urdu meaning of hech aafat na rasad gosha-e-tanhaa.ii raa

  • Roman
  • Urdu

  • gosha tanhaa.ii me.n ko.ii aafat nahii.n pahunchtii yaanii gosha nashiin aadamii tamaam aafto.n se aman me.n rahtaa hai (faarsii kahaavat urduu me.n mustaamal

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बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

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